- प्रणव बजाज

सीएम पांच साल बाद पार्टी विधायकों के परिवारों के साथ करेंगे भोजन
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के एक दिन पहले 19 दिसंबर को मुख्यमंत्री पार्टी के विधायकों के साथ भोजन करने वाले हैं। यह मौका अब पांच साल बाद आया है। दरअसल मौका तो भाजपा विधायक दल की बैठक का है। पहले विधायक दल की बैठक होगी और उसके बाद सामूहिक भोज का आयोजन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस बैठक के साथ आयोजित भोज में पार्टी के सभी विधायकों को सपरिवार आने का न्यौता भेजा है। इसके पहले इसी तरह का भोज पांच साल पहले आयोजित किया गया था। दरअसल विधायक दल के सभी साथियों और परिजनों के बीच मेल-जोल बढ़ाने के लिए इस तरह के आयोजन पूर्व में भी होते रहे हैं। लेकिन बीते दो साल से कोरोना और उसके पहले कांग्रेस की सरकार होने की वजह से इस तरह के आयोजन नहीं हो सके ।
मप्र के भाजपा नेता उप्र के 15 जिलों में होंगे तैनात
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में जातिगत समीकरण से लेकर चुनावी प्रबंधन संभालने के लिए मध्यप्रदेश से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और नेताओं को तैनात किया जा रहा है। इन नेताओं की तैनाती सीमाई वाले 15 जिलों में की जा रही है। इन जिलों के तहत उप्र की 61 विधानसभा सीटें आती हैं। बीते चुनाव में भी भाजपा इस तरह का सफल प्रयोग कर चुकी है। ग्वालियर- चंबल और बुंदेलखंड अंचल में मप्र के करीब डेढ़ दर्जन जिले ऐसे हैं, जो कि सांस्कृतिक और सियासी तौर पर एक जैसे हैं। इन जिलों में करीब 200 पूर्णकालिक और मैदानी कार्यकर्ताओं को भेजने का फैसला पार्टी ने किया है। इसके तहत इसी माह के अंत तक हर जिले में 2 प्रभारी और हर विधानसभा स्तर पर 2 पूर्णकालिक कार्यकर्ता तैनात किए जाएंगे। इनको उप्र के मिजार्पुर, सोनभद्र, झांसी, जालौन और ललितपुर सहित कई अन्य जिलों में तैनाती की जा रही है। यह कार्यकर्ता मूलत: चुनावी प्रबंधन और समन्वय का काम देखेंगे। बड़े नेताओं को प्रचार के लिए बाद में भेजा जाएगा।
कमल व नकुल का एक साथ चार दिन रहेगा छिंदवाड़ा में डेरा
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने सांसद पुत्र नकुलनाथ के साथ 15 दिसंबर को चार दिनी प्रवास पर एक साथ छिंदवाड़ा पहुंच रहे हैं। वे वहां पर 18 दिसंबर तक रहेंगे। इस दौरान वे जिले के विभिन्न ब्लाकों में जाकर न केवल इन चुनावों की तैयारियों की समीक्षा करेंगे, बल्कि पार्टी के पक्ष में रोड शो कर सभाओं को भी संबोधित करेंगे। दरअसल इस जिले में पार्टी समर्थित उम्मीदवारों की जीत तय करना इन दिनों नाथ के लिए बड़ी चुनौती मानी जा रही है। इसकी वजह है अब प्रदेश में भाजपा की सत्ता है और भाजपा हर हाल में नाथ के मजबूत इस गढ़ को ढहाने के लिए पूरी ताकत लगाने जा रही है। यह प्रवास ऐसे समय बनाया गया है जब उन्हें चुनौती देने के लिए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा भी छिंदवाड़ा जाने का दौरा तय कर चुके हैं। खास बात यह है कि इस बार नाथ का दौरा आदिवासी बेल्ट के लिए ही पूरी तरह से तय किया गया है।
भाजपा नेताओं के परिजनों की बल्ले-बल्ले
भले ही भाजपा के बड़े-बड़े नेता परिवारवाद से भाजपा के दूर रहने के दावे करें, लेकिन वास्तविकता इससे कुछ अलग है। हाल ही में भारतीय जनता युवा मोर्चा की कार्यकारिणी घोषित हुई तो उसमें कुछ नाम देखकर लोग चौंक गए। इनमें पूर्व मंत्री दीपक जोशी के बेटे जयवर्धन और जबलपुर विधायक अशोक रोहाणी के पुत्र जय रोहाणी का नाम शामिल है। इसी तरह से इंदौर से जिस युवक को जगह दी गई, वह भी भाजपा के पूर्व विधायक के घर पर हमला करने वाला आरोपी निकला। इसी तरह से अगर महिला मोर्चा की बात की जाए तो उसकी कार्यकारिणी में टीकमगढ़ विधायक राकेश गिरी गोस्वामी की पत्नी लक्ष्मी गोस्वामी का और ग्वालियर से केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की करीबी रिश्तेदार मंजू सिकरवार का नाम भी शामिल है। इसी तरह से पार्टी के कई अन्य छोटे-बड़े नेताओं के नाते- रिश्तेदारों को भी कार्यकारिणी में जगह दी गई है। इनमें जबलपुर की कांति रावत मिश्रा का भी नाम शामिल है।