
भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश भाजपा प्रभारी पी मुरलीधर राव की सख्त हिदायत और फटकार का भी भाजपा के नेताओं पर खास असर होता नहीं दिख रहा है। यही वजह है कि अब तक भाजपा के कई जिलों से लेकर प्रदेश स्तर पर उसके अनुसांगिक संगठनों तक की टीम पूरी तरह से गठित नहीं हो सकी है। हालत यह है कई सहयोगी संगठनों के तो जिलों में अब तक अध्यक्षों तक की नियुक्तियां ही नहीं की गई है। इनमें प्रमुख रुप से युवा मोर्चा शामिल है। पार्टी की जानकारी के अनुसार प्रदेश के करीब डेढ़ दर्जन जिलों को अब भी जिलाध्यक्षों का इंतजार बना हुआ है। जबकि युवा मोर्चा में भी प्रदेश के आधे से अधिक जिलों को नए जिलाध्यक्षों के नामों का इंतजार बना हुआ है।
उधर पार्टी के 7 मोर्चा में धीरे-धीरे नियुक्तियां की जा रही हैं। इसके अलावा 17 प्रकोष्ठों में अभी कार्यकारिणी और जिलों की टीम का गठन का काम ही शुरू नहीं किया गया है। प्रदेश भाजपा के यह हाल तब हैं जबकि भाजपा प्रभारी मुरलीधर राव ने संगठन के सभी पदाधिकारियों को 1 से 6 दिसंबर के बीच नई कार्यकारिणी के साथ बैठक के निर्देश दिए थे। यह डैडलाइन भी अब निकल चुकी है। इसमें भी राजधानी भोपाल, इंदौर के अलावा ग्वालियर- चंबल संभाग के जिलों में बड़े नेताओं के बीच नामों को लेकर असहमति बनी हुई है, जिसकी वजह से कार्यकारिणी का गठन नहीं हो पा रहा है।
हालात यह है कि अब तो भाजपा संगठन में सभी मोर्चा-प्रकोष्ठों का आधे से ज्यादा कार्यकाल समाप्त हो चुका है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने जनवरी 2020 में पदभार संभाला था। इस हिसाब से लगभग दो साल का समय हो गया। राजधानी भोपाल और इंदौर सहित ग्वालियर चंबल संभाग के ज्यादातर जिलों में अभी जिला इकाइयों का गठन होना बाकी है। भोपाल में तो एक दशक पुरानी कार्यकारिणी से ही काम चलाना पड़ रहा है। गौरतलब है कि प्रदेश भाजपा संगठन के साथ पिछले पखवाड़े प्रभारी मुरलीधर राव की बैठक में पार्टी की युवा इकाई सहित अन्य मोर्चा-प्रकोष्ठों के प्रमुखों को फटकार लगाते हुए जल्द ही नई टीम गठन के निर्देश दिए थे। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि जैसा आपको स्वागत सत्कार का शौक है वैसा ही अन्य योग्य कार्यकर्ता भी चाहते हैं। उन्हें बेरोजगार बनाकर पार्टी के बाहर क्यों बिठाया हुआ है। प्रभारी के सख्त रुख के बाद युवा, महिला, अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग मोर्चा में धीरे-धीरे नियुक्तियों का सिलसिला शुरू हो सका है। इसके बाद भी अभी प्रकोष्ठों में टीम का गठन शुरू नहीं हो सका है।
यह हैं भाजपा के मोर्चा प्रकोष्ठ और उनके प्रमुख
करीब साढ़े तीन माह पहले मप्र भाजपा द्वारा अपने मोर्चा व प्रकोष्ठों के प्रमुखों के नामों का एलान कर दिया गया था। इसमें विधि प्रकोष्ठ के संयोजक मनोज द्विवेदी को बनाया गया है, वहीं विकास बोन्द्रिया-व्यवसायिक प्रकोष्ठ, मदन राठौर-सहकारिता प्रकोष्ठ, डॉ अभिजीत देशमुख-चिकित्सा प्रकोष्ठ, नरेंद्र सिंह बैस-स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ, श्रवण मिश्रा-खेल प्रकोष्ठ के संयोजक बनाए गए थे। इसके अलावा अनुराग पयासी-बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ, योगेश मेहता-आर्थिक प्रकोष्ठ, ब्रिगेडियर एपी सिंह- पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ, प्रदीप नायर-संस्कृति प्रकोष्ठ, नारायण पंथी-बुनकर प्रकोष्ठ, नीतेश शर्मा- शिक्षक प्रकोष्ठ, बाबूलाल चौहान- मछुआरा प्रकोष्ठ, शरद अग्रवाल- व्यापार प्रकोष्ठ, रामेश्वर दुबे- अंत्योदय प्रकोष्ठ, अखिलेश खंडेलवाल-झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ, राम रघुवंशी को स्वयंसेवी प्रकोष्ठ का संयोजक बनाया गया था। वहीं पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश की कमान भगत सिंह कुशवाहा को दी गई थी।