3 दिन में केंद्र सरकार की उपलब्धियों से अपडेट होंगे भाजपा कार्यकर्ता

भाजपा कार्यकर्ता

भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश के कार्यकर्ताओं को अब केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की उपलब्धियों से अपडेट किया जाएगा। इसके लिए पार्टी द्वारा तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की योजना तैयार की है। यह प्रशिक्षण शिविर पूरी तरह से तीन दिवसीय आवासीय होगा, जिसमें मंडल पदाधिकारी से लेकर जिले के मंत्री विधायकों के अलावा स्थानीय सासंदो को भी अनिवार्य  रूप से शामिल होना होगा। इस शिविर में पार्टी द्वारा शामिल होने वाले पदाधिकारियों को मोदी सरकार ने पिछले सात सालों में देश की तस्वीर किस तरह से बदली, भारत कैसे नए युग में प्रवेश कर रहा है। पार्टी की रीति और नीति क्या है, आदि करीब 15 तय बिन्दुओं पर जानकारी देकर उन्हें प्रशिक्षित करने का काम किया जाएगा।  बताया जा रहा है कि इस तरह का आयोजन हर जिले में दिसंबर के पहले सप्ताह में किया जाएगा। इसके लिए हर दिन कई सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसके पीछे पार्टी की मंशा है कि कार्यकर्ता यहां मिले संदेश को जनता के बीच रखकर उन्हें पार्टी से जोड़ने का काम आसान करना है।  
15 बिंदुओं पर दिया जाएगा प्रशिक्षण
भाजपा ने इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण के लिए 15 बिंदु तय किए हैं। इसमें विशेष रूप से यह बताया जाएगा कि 2014 के बाद कैसे आया युगांतरकारी परिवर्तन, पिछले सात सालों में अंत्योदय पहल से कैसे देश में परिवर्तन आया है, साथ ही बदली हुई परिस्थिति में भाजपा का दायित्व क्या है।  राज्य सरकार की योजनाएं जन जन तक पहुचाएं। कैसे संगठन को बूथ पर मजबूत करें। चुनाव प्रचार का बेहतर तरीका क्या हो, जैसे विषयों पर एक्सपर्ट पदाधिकारियों को प्रशिक्षण देंगे। सोशल मीडिया और अत्याधुनिक तकनीक के इस्तेमाल का भी प्रशिक्षण कार्यकर्ताओं को दिया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए जिलों के प्रभारियों और जिलाध्यक्षों ने प्रशिक्षण प्रभारी तैनात कर दिए हैं। अब संभागीय बैठकों में ट्रैनिंग देने वालों के नाम छांटे जा रहे हैं। ये नाम जल्द प्रदेश कार्यालय भेजे जाएंगे। जो वरिष्ठ कार्यकर्ता या पदाधिकारी जिलों में ट्रेनिंग देंगे। इनके नाम तय होने के बाद इन्हें प्रदेश कार्यालय बुलाया जाएगा, जहां इन्हें मास्टर्स ट्रेनर्स प्रशिक्षण देंगे। कौन सा कार्यकर्ता किस बिषय पर बोलेगा, यह भी तय हो रहा है। एक वक्ता को डेढ़ घंटे का वक्त दिया जाएगा। पार्टी प्रदेश के सुदूर ग्रामीण अंचलों तक अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से प्रदेश के साथ ही मोदी सरकार की भी उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार चाहती है। आदिवासी क्षेत्रों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता पहले से सक्रिय हैं, लेकिन उनका फोकस आदिवासियों को हिंदू धर्म से जोड़ना और उन्हें मतांंतरण से रोकना है। आदिवासी समुदाय को भाजपा से जोड़ने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को भेजा जाएगा।
जिला और मंडल के कार्यकर्ता होंगे शामिल
नई पीढ़ी को पार्टी की रीति-नीति से परिचित कराने के लिए आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविरों में पार्टी की जिला कार्यसमिति, मंडल अध्यक्ष और मंडल महामंत्री शामिल होंगे। प्रशिक्षण के लिए राज्य और संभाग स्तर पर विषय विशेषज्ञों के नाम तय हो रहे हैं। प्रशिक्षण का उद्देश्य ये है कि स्थापना से अब तक की यात्रा से नए कार्यकर्ताओं को अवगत कराया जा सके। इन्हें पंडित दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के योगदान और समर्पण का पाठ पढ़ाया जाएगा। कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने की दूसरी बड़ी वजह आने वाले चुनाव हैं। अगले कुछ महीनों में पूरे प्रदेश में पंचायत चुनाव होने हैं, तो इसके बाद स्थानीय निकाय चुनाव की सुगबुगाहट है। 2023 में विधानसभा और 2024 में लोकसभा का चुनाव होना है। भाजपा सभी चुनाव को चुनौती के तौर पर लेते हुए अभी से तैयारी शुरू कर चुकी है।

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