
- 58 अस्पतालों पर कानूनी कार्रवाई कर लगाई 3.50 करोड़ की पेनाल्टी
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज करने से मना करने वाले निजी अस्पतालों पर सरकार ने नकेल कसनी शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार अब तक 58 अस्पतालों पर कानूनी कार्रवाई कर करीब 3.50 करोड़ रूपए की पेनाल्टी लगाई गई है। वहीं सैकड़ों शिकायतों की जांच कर मनमानी करने वाले अस्पतालों पर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है।
गौरतलब है कि कोरोना काल में कई निजी अस्पतालों ने आयुष्मान कार्ड से इलाज करने में मना कर दिया। यह सिलसिला आज भी जारी है और मरीजों से इलाज के नाम पर लूट खसोट की जा रही है। कई अस्पतालों ने तो कार्ड से इलाज किया लेकिन पैकेज से अधिक राशि ले ली। अब ऐसे अस्पतालों की शामत आ गई है। आयुष्मान कार्ड धारकों को इलाज से मना करने वाले निजी अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
अब तक विभाग को 103 शिकायतें मिली
आयुष्मान भारत निरामयम के मुताबिक आयुष्मान कार्ड से इलाज मना करने एवं सामान्य मरीजों से पैकेज से ज्यादा की राशि ऐंठने वाले अस्पतालों पर अगस्त महीने से कानूनी कार्रवाई की जा रही है। तब से लेकर अब तक विभाग को 103 मरीजों की शिकायतें प्राप्त हुईं। जिसमें से 74 केसों में पुष्टि हो चुकी है। साथ ही 58 ऐसे अस्पतालों पर कानूनी कार्रवाई की जा चुकी है जिन्होंने मरीजों से इलाज के नाम पर जबरन वसूली की। आयुष्मान भारत निरामयम मप्र के सीईओ अनुराग चौधरी कहते हैं कि आयुष्मान में 5 लाख तक के फ्री इलाज की सुविधा है, बावजूद इसके यदि कोई इंपैनल अस्पताल आयुष्मान कार्ड से इलाज की मनाही करता है या तय सामान्य पैकेज से ज्यादा की राशि की इलाज के नाम पर वसूली करता है तो उसके खिलाफ पैनाल्टी एवं रिफंड दोनों की कार्रवाई की जाएगी। अब तक 3.50 करोड़ से अधिक राशि की वसूली कराई जा चुकी है।
रोजाना आ रहीं सैकड़ों शिकायतें
आयुष्मान विभाग से जानकारी के मुताबिक विभाग के पास रोजाना सैकड़ों शिकायतें आ रहीं हैं। इसके बाद विभाग द्वारा उनका वैरीफिकेशन कराया जाता है। तत्पश्चात पुष्टि होने पर अस्पताल संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है साथ ही फ्री इलाज के बाद भी पैसे वसूलने वालों से धन की वापसी भी कराई जा रही है।
ऐसे करें शिकायत
आयुष्मान कार्ड धारक मरीज अपनी शिकायत आयुष्मान भारत निरामय के पोर्टल एवं विभाग द्वारा जारी ट्रोल फ्री नंबर 14555 एवं 18002332085 पर कंप्लेन कर सकते हैं। इसके अलावा जिला स्वास्थ्य विभाग से भी संपर्क कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकतें हैं।