
मध्यप्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व विधायक एवं देश के जाने माने कवियों में शुमार सत्यनारायण सत्तन द्वारा पार्टी के प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव द्वारा ब्राह्मणों एवं बनियों को लेकर की गई टिप्पणी पर कविता लिखी गई है। इस कविता में सत्तन ने राव को जमकर खरी-खोटी सुनाई है।
मुरली की धुन…
ब्राह्मणों और बनियों को जेब में लिये फिरते.
भाजपा के महासचिव मुरलीधर राव जी ।
नड्डा ने तो गड्ढा खोदा हिमाचल में, आप किस बूते पर दिखा रहे ताव जी, ब्राह्मण अटल जी ने भाजपा को अटल किया
एक वोट तक का नहीं किया भाव- ताव जी, अपनी जेब में चाहे जितना भी भरो आप।
लेकिन भाजपा की हुवावो मत नाव जी।
मुखर्जी और उपाध्याय दोनों ही ब्राह्मण थे,
आप की जेब में वो दोनों ही समा गये।
मोदी की गोदी में महासचिव बने आप शिवराज की मेहनत धूल में मिला गये।
भारी भरकम पैकेट में जो अहंकार भरा। उसी अहंकार के गड्ढे में रमा गये, भाजपा को जनता ने सम्मान सौंपा था आप उस मान को मिट्टी में मिल गए ।