बिहाइंड द कर्टन/शिव कैबिनेट में सुलोचना की जगह तय!

  • प्रणव बजाज
शिव कैबिनेट

शिव कैबिनेट में सुलोचना की जगह तय!
उपचुनाव परिणाम आने के बाद से ही शिव कैबिनेट विस्तार की चर्चाएं तेज बनी हुई हैं। कहा जा रहा है कि जल्द ही यह विस्तार किया जा सकता है। इसमें एक नाम कांग्रेस से आकर भाजपा विधायक बनने वाली सुलोचना रावत का तय माना जा रहा है। इसके अलावा तीन अन्य विधायकों को भी मौका मिलना तय है। यह तीन नाम कौन होंगे इनका फैसला दिल्ली से होगा। दरअसल फिलहाल शिव मंत्रिमंडल में चार मंत्रियों की जगह शेष है। मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट शुरू होते ही एक बार फिर से दावेदार विधायकों ने सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है। रावत का नाम तय होने की कई वजहें बताई जा रही हैं। वे आदिवासी समाज से होने के साथ ही महिला भी हैं। यही नहीं उनकी वजह से ही भाजपा कांग्रेस की पारंपरिक सीट जोबट को जीत पाई है। यही नहीं कहा जा रहा है कि उन्हें भाजपा में लाते समय भाजपा की ओर से मंत्रिमंडल में शामिल करने का भरोसा दिया गया था।

दिग्विजय ने किया पूर्व सैनिकों का सम्मान
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा बीते रोज जिस तरह से बांग्लादेश मुक्ति दिवस के 50 वर्ष पूरे होने पर इस युद्ध में भाग लेने वाले भारतीय सैनिकों का सम्मान किया गया , उससे सभी भौचक रह गए हैं। इसकी वजह है लोगों में उनको लेकर बनी सोच। दरअसल बीते दिन पार्टी द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें पूर्व सैनिकों को भी सम्मान के लिए बुलाया गया था। जिनको दिग्विजय सिंह ने शॉल-श्रीफल देकर सम्मानित किया। सम्मानित होने वाले सैनिकों में कर्नल जेएस भल्ला, कैप्टन केजे कुरियन, सूबेदार मेजर टीसी सोणी, सूबेदार गुलाब सिंह, सूबेदार शेर सिंह आदि शामिल हैं। इस दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि इस युद्ध में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी वर्ग के लोगों ने मिल-जुलकर हिस्सा लिया और आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा कि इंदिराजी के कुशल नेतृत्व की वजह से ही पाक के दो टुकड़े होकर बांग्लादेश का निर्माण हुआ। इस कार्यक्रम को पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व मंत्री पीसी ने भी संबोधित किया।

एक आबकारी इंस्पेक्टर ने बढ़वा दी अदावद
विंध्य अंचल के दो बड़े व कद्दावर नेताओं में पहले से ही वर्चस्व को लेकर अंदरुनी विवाद चल रहा है, लेकिन अब इसमें घी डालने का काम किया है एक आबकारी इंस्पेक्टर ने। दरअसल उसका कुछ समय पहले ही तबादला किया गया था। पहले तो वह अपने स्तर पर तबादला रुकवाने में लगा रहा, लेकिन जब बात नहीं बनी तो उसने अंचल में विकास पुरुष कहलाने वाले एक नेता जी की शरण ली। नेता जी ने भी अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर कलेक्टर से कहकर उसे रिलीव होने से रुकवा दिया। जैसे ही यह जानकारी इलाके के ही दूसरे बड़े और प्रभावशाली नेता को पता चली तो उनके द्वारा कलेक्टर को रिलीव करने का फरमान सुना दिया। कलेक्टर ने मजबूरी बताई तो नेता जी ने गुस्से में विभाग के प्रमुख सचिव को तत्काल रिलीव करने का फरमान सुना दिया। इसके बाद तो कुछ ही मिनिटों में उसे रिलीव कर दिया गया। इसके बाद से अंचल के इन दोनों ही नेताओं के बीच की खाई और बढ़ गई है।

मध्यप्रदेश में अब खाद की काला बाजारी पड़ेगी भारी मंहगी
किसानों को खाद मिलने में हो रही परेशानी को देखते हुए प्रदेश की शिव सरकार ने अब खाद की कालाबाजारी करने वालों पर सख्त रुख दिखाना शुरू कर दिया है। उन्होंने अफसरों को साफ कह दिया है कि गैर कृषकों को खाद नहीं बेची जाए और कालाबाजारी करने वालों पर कठोरतम कार्यवाही करते हुए रासुका लगाई जाए। मुख्यमंत्री ने खाद की उपलब्धता की समीक्षा करते समय कहा कि प्रदेश में यूरिया, डीएपी, एनपीके और सिंगल सुपर फॉस्फेट की पर्याप्त उपलब्धता है। एनपीके और एसएसपी को बढ़ावा देना भी जरुरी है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जिले में पेक्स तथा प्राइवेट रिटेलर पॉइंट्स अधिक से अधिक संख्या में चालू रहें। रिटेलर पॉइंट्स पर प्रतिमाह खाद पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए। सोसायटियों के माध्यम
से किसानों को खाद उपलब्ध कराएं, जिससे मार्कफेड के डबल लॉक पर अधिक भीड़ न लगे।

Related Articles