कांग्रेसियों की पहली पसंद है भाजपा की ऐश्वर्या

नरोत्तम मिश्रा

भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा प्रदेश के ऐसे नेता बनकर उभरे हैं जो पार्टी नेताओं के अलावा विपक्ष के नेताओं की भी पसंद बनते जा रहे हैं। खास बात यह है कि जहां भाजपा-कांग्रेस एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही है, इसी बीच एक-एक करके कांग्रेस नेताओं की मुलाकात गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के साथ होने से नए सियासी समीकरण कर रहे हंै। सियासी गलियारों में नरोत्तम मिश्रा को कांग्रेस नेताओं की पहली पसंद माना जा रहा है। उन्हें लोग मजाक में भाजपा की ऐश्वर्या राय भी कहते हैं। पिछले कुछ दिनों से दिग्गज कई कांग्रेस नेता एक-एक करके नरोत्तम मिश्र से उनके बंगले पर मुलाकात कर रहे हैं। इनमें कांतिलाल भूरिया, डॉ. गोविंद सिंह, अजय सिंह के बाद अब कमलनाथ के बेहद करीबी सज्जन सिंह वर्मा का भी नाम शामिल है। वर्मा हाल ही में मिश्रा के बंगले पर बंद कमरे में मुलाकात कर चुके हैं। जिसकी वजह से सियासी पारा हाई बना हुआ है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सोमवार को गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा से उनके आवास पहुंचकर मुलाकात की। दोनों के बीच करीब आधा घंटा बंद कमरा चर्चा हुई। इसके बाद सियासी गलियारों में कांग्रेस नेताओं द्वारा गृहमंत्री से एक के बाद मुलाकात किए जाने को लेकर चर्चाओं ने फिर जोर पकड़ लिया है। हालांकि, दोनों नेताओं ने इसे सौजन्य भेंट करार दिया। इसके पहले विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी डा. मिश्रा से मुलाकात की थी। पिछले कुछ समय से कांग्रेस के नेताओं द्वारा गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात करने का सिलसिला बढ़ा है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह पिछले एक माह में तीन बार उनसे मुलाकात कर चुके हैं। विधानसभा में कांग्रेस दल के मुख्य सचेतक डॉ. गोविंद सिंह ने भी उनसे मुलाकात की थी। हालांकि, इसे उन्होंने सौजन्य भेंट करार देते हुए कहा था कि डॉ. मिश्रा रिश्ते निभाना जानते हैं और सभी दलों के नेताओं से उनके व्यक्तिगत संबंध हैं।
करीब आधे घंटे बंद कमरा चर्चा
सोमवार को सुबह प्रदेश कांग्रेस के कोर ग्रुप के सदस्य और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा उनसे मुलाकात करने के लिए पहुंचे। दोनों के बीच करीब आधा घंटे बंद कमरे में चर्चा हुई। वर्मा ने बताया कि यह इत्तेफाक है कि उपचुनाव का समय है और हमारी मुलाकात हुई। गृहमंत्री होने के नाते उनकी भी व्यस्तता रहती है और उपचुनाव के लिए समन्वय का काम देखने की वजह से मुझे भी समय नहीं मिल पाता है।
आज मैं भी भोपाल में था और वे भी, इसलिए मुलाकात हो गई। इस दौरान प्रदेश में कानून व्यवस्था से लेकर क्षेत्र से जुड़े कुछ मुद्दों पर चर्चा हुई। जब मैं मंत्री था, तब वे मेरा आवास पर आते थे। इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है। यह एक सामान्य घटनाक्रम है। इसे किसी और चीज से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।

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