बिहाइंड द कर्टन/सरकार को प्रभारियों पर अधिक भरोसा

  • प्रणव बजाज
मध्यप्रदेश सरकार

सरकार को प्रभारियों पर अधिक भरोसा
मध्यप्रदेश सरकार में प्रशासनिक अराजकता अब धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही है। हालत यह है कि प्रदेश के दो संभागीय मुख्यालय तो पहले से ही प्रभारियों के भरोसे है, ऐसे में अब दो और भी रिक्त होने जा रहे है। लंबे इंतजार व कोर्ट में मामला जाने के बाद भी सरकार रीवा में संभागायुक्त से लेकर एडीशनल और डिप्टी कमिश्नर के पद पर भी किसी की पदस्थापना करने को तैयार नही दिख रही है। अब इसी माह भोपाल संभागायुक्त कवींद्र कियावत और होशंगाबाद संभागायुक्त रजनीश श्रीवास्तव भी रिटायर्ड हो जाएंगे। माना जा रहा है कि इन दो रिक्त हो रहे पदों पर सरकार तत्काल पदस्थापना कर सकती है। भोपाल कमिश्नर जिन्हें बनाया जा सकता है उनमें आयुक्त चिकित्सा शिक्षा निशांत वरवड़े, आयुक्त स्वास्थ्य आकाश त्रिपाठी और आयुक्त नगरीय विकास निकुंज श्रीवास्तव के नाम चर्चा मे हैं। इसी तरह से गृह सचिव रवींद्र सिंह या अपर सचिव पंचायत व ग्रामीण विकास धनंजय सिंह भदौरिया को होशंगाबाद का आयुक्त बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है।

नरोत्तम ने दी दिग्विजय सिंह के उपचार की सलाह
कांग्रेस के दिग्गज नेता और सूबे के पूर्व मुखिया रह चुके दिग्विजय सिंह इन दिनों लगातार प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निशाने पर बने हुए हैं। दरअसल दिग्विजय सिंह ऐसा नेता है तो लगातार हिन्दू, हिंदुत्व और संघ को लेकर विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरते रहते हैं। यही वजह है कि अब गृह मंत्री ने दिग्विजय सिंह के उपचार की जरूरत बताते हुए कांग्रेस के आलाकमान को सलाह दी है कि वह दिग्गी का उपचार कराएं अन्यथा वह कांग्रेस को पूरी तरह से ही डुबा कर मानेंगे। मिश्रा ने कहा कि यह शोध का विषय हो गया है कि आखिरकार दिग्विजय सिंह को हिंदू और हिंदुत्व से इतनी नफरत और वैमनस्यता क्यों है? उन्होंने ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को बदनाम करने के लिए दिग्विजय सिंह हर दिन नए-नए हथकंडे अपनाते रहते हैं। हालत यह है कि वे अब तो संघ और हिंदुत्व की बदनामी के लिए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को भी घसीटने से परहेज नहीं कर रहे हैं।

अरुण को मिला खंडवा में अजय का साथ
अब तक खंडवा लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी की जीत के लिए अकेले किला लड़ा रहे अरुण यादव को अब पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का भी साथ मिल गया है। अजय सिंह के आने के बाद अब दोनों ही नेता एकसाथ चुनावी दौरा कर रहे हैं। खास बात यह है कि दोनों नेता किल्लौद, रणगांव व दिवाल गए तो वहां चुनावी सभाओं में उनके निशाने पर पूरी तरह से भाजपा के अलावा मुख्यमंत्री रहे। अजय सिंह ने तो यहां तक भी कह दिया कि प्रदेश में जितना भी विकास हुआ है वह कांग्रेस सरकारों की ही देन है। उनका कहना है कि इस सच्चाई को शिवराज सिंह चौहान स्वीकार करने की बजाय अनर्गल प्रलापों के माध्यम से जनता को गुमराह करने के प्रयासों में लगे हुए हैं। वे पोल खुलने के डर से पूरी तरह से पूरे समय जनता को भ्रमित करने में लगे रहते हैं। सिंह ने यह भी कहा कि यह उपचुनाव मप्र में कांग्रेस के स्पष्ट बहुमत वाली सरकार को बनाने का एक बड़ा संदेश होगा। इस दौरान अरुण यादव ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार को गरीबों को लूटने वाली बताते हुए कहा कि  आज मजदूर, किसान, बेरोजगार, महिलाएं तक अपने भविष्य को लेकर चिंता में हैं।  

रामेश्वर ने दी फादर और चादर से दूर रहने की सलाह
अपने विवादास्पद बयानों के लिए जाने पहचाने वाले भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने दशहरे के मौके पर भी एक और विवादित बयान दिया है। उन्होंने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में हिन्दुओं को सलाह देते हुए कहा कि वे चर्च और मजार पर नहीं जाएं। उन्होंने इशारों में कहा कि वे फादर और चादर से दूर रहें अन्यथा यह हिंदुओ तुम्हें बर्बाद कर देंगे। वे यहीं नहीं रुके बल्कि मौजूद लोगों से यह भी पूछ लिया कि उन्हें उनकी बात समझ आयी या नहीं। अब उनका यह वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। यह सलाह उनके द्वारा राजधानी में होशंगाबाद रोड पर आयोजित कार्यक्रम में दी गई है। इसमें वे कह रहे हैं कि पीर बाबा से दूर रहो, यह तुम्हारे हनुमान मंदिर जाने में बाधा हैं। उन्होंने गुड मॉर्निंग, गुड ईवनिंग की बजाय जय श्रीराम कहने की सलाह दी। जब भी मैं मिलूं तो जय श्री राम कहो। यदि चीफ सेक्रेटरी से भी मिलो तो जय श्री राम कहो।

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