- प्रणव बजाज

उत्तराधिकारियों के आसपास सिमटा उपचुनाव
मप्र की जिन चार सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें लगभग सभी पर टिकट की दावेदारी उत्तराधिकारियों के आसपास केंद्रित होकर रह गई है। यह स्थिति दोनों ही दलों कांग्रेस व भाजपा में बराबर बनी हुई है। अगर बात खंडवा लोकसभा सीट की जाए तो यहां पर दिवंगत भाजपा सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्ष भाजपा से टिकट मांग रहे हैं। उनकी वजह से पार्टी में अन्य दावेदारों ने उनकी लुटिया डुबोने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी तरह से सतना जिले की रैगांव विधानसभा सीट का मामला कुछ अलग है। यहां के दिवंगत भाजपा विधायक जुगुल किशोर बागरी के बेटे के अलावा उनके कई परिजन भी इस दौड़ में शामिल हैं। कांग्रेस की बात की जाए तो पृथ्वीपुर से विधायक रहे बृजेंद्र सिंह राठौर के बेटे नीतेन्द्र को पार्टी टिकट देने का ऐलान कर चुकी है, जबकि जोबट में तो भूरिया परिवार की दावेदारी की वजह से पार्टी की बड़ी नेता सुलोचना रावत भाजपा में बेटे के साथ शामिल हो चुकी हैं। इस सीट पर कांतिलाल भूरिया के बेटे की दावेदारी बनी हुई है।
शिव को चुनौती देना नाथ को पड़ा भारी
हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सूबे के मुखिया और अपने राजनैतिक प्रतिद्वंदी शिवराज सिंह चौहान को चुनौति दी थी , जो अब उन्हें भारी पड़ गई है। शिव ने इस चुनौती को न केवल स्वीकार किया बल्कि ऐसी पटकनी दी की कांग्रेस उपचुनाव से पहले ही जोबट में चारों खाने चित नजर आनी शुरू हो गई। दरअसल कुछ दिन पहले ही शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ की उम्र को देखते हुए उन्हें सार्वजनिक रूप से बुर्जुग कह दिया था। इससे 75 वर्षीय कमलनाथ बेहद नाराज हो गए और उनके द्वारा हाल ही में शिवराज को रेस लगाने की चुनौती दे डाली गई। शिव ने भी उनकी चुनौती को स्वीकारते हुए उन्हें चंद घंटो बाद ही कांग्रेस की तीन बार की विधायक एवं पूर्व मंत्री सुलोचना रावत को उनके पुत्र सहित भाजपा में शामिल करवाकर करारा उत्तर दे डाला। शायद इस तरह के जवाब की कमलनाथ ने तो उम्मीद ही नहीं की होगी। दरअसल कमलनाथ अभी अपने आप को बुर्जुग नहीं मानते हैं। यह बात अलग है कि नाथ का दिल भले ही जवान हो लेकिन उनका शरीर तो उम्रदराज दिखने ही लगा है।
नाथ ने पहले ही लिख दी थी अरुण के चुनाव न लड़ने की पटकथा
प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने खुलासा किया है कि पार्टी में अपने विरोधी अरुण यादव के उपचुनाव न लड़ने की पटकथा तो कमलनाथ और उनके समर्थक मिलकर स्वयं ही बहुत पहले ही लिख चुके थे। उनका कहना है दरअसल कांग्रेस का तो पिछड़े वर्ग को अपमानित करने का पुराना इतिहास रहा है। मिश्रा ने कहा है कि अगर आप किसी के जमीर पर हमला करोगे तो वह अरुण यादव ही बनेगा। उनका कहना है कि कमलनाथ रेस की चुनौती तो देते हैं , लेकिन खुद की ही पार्टी में वे ढाई घर चलते हैं। उनका कहना है कि अब कांग्रेस पूरी तरह से हताशा के दौर में आ गई है। इसकी वजह से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा है। इसकी वजह से ही कांग्रेस में भगदड़ का माहौल बना हुआ है। इसका उदाहरण सभी के सामने जोबट के बाद अब खंडवा के रूप में सामने है।
मप्र की मुनमुन भी आर्यन के साथ धराई
सुपर स्टार रह चुके शाहरुख खान के बेटे आर्यन के साथ गिरफ्तार लोगों में एक मॉडल भी है। इस मॉडल का नाम मुनमुन धमीचा है। शायद बहुत ही कम लोगों को पता होगा की वह मूल रूप से मप्र के सागर की रहने वाली है और उसे इस तरह की पार्टियां करने का शौक है। सागर में जन्मी और पली बड़ी मुनमुन कुछ सालों पहले अपने भाई के साथ दिल्ली चली गई थी। पिता की मौत के कुछ सालों बाद ही उसकी मां की भी बीते साल मौत हो चुकी है। खास बात यह है कि वह कुछ समय तक पढ़ाई के लिए भोपाल को भी अपना ठिकाना बना चुकी है। मुनमुन कई विज्ञापनों में भी काम कर चुकी है। उसे कई जगह गुरु रंधावा , अर्जुन रामपाल और सुयश राय जैसे अभिनेताओं के साथ भी देखा जा चुका है। उसकी जो सोशल मीडिया पर प्रोफाइल है उससे पता चलता है कि उसे पार्टियों का बहुत शौक है।