- प्रणव बजाज

बेरोजगारों को मिला विधायक संजय पाठक का साथ
भा जपा विधायक संजय पाठक को भले ही प्रदेश की सरकार में मंत्री पद न मिला हो, लेकिन इसके बाद भी वे अपने इलाके में मंत्री पद सा रुतबा ही रखते हैं। इसकी अपनी वजहें भी हैं। वे प्रदेश के शायद इकलौते विधायक हैं, जो अपने मतदाताओं के हर दुख सुख में खड़े रहते हैं। मामला पढ़ाई का हो या फिर इलाज का इस पर वे अपनी विधायकी के वेतन और भत्ते की पूरी राशि खर्च कर देते हैं। अब वे इन दिनों इलाके के बेरोजगारों के साथ रोजगार के लिए खड़े हो गए हैं। दरअसल उनके इलाके में बीते कई सालों में शुरू किए गए उद्योगों में बाहरी कर्मचारियों को प्राथमिकता दी गई है, जिसका स्थानीय बोराजगार विरोध कर रहे हैं। अपने विधायक का साथ मिलने की वजह से अब बेरोजगारों को लग रहा है कि उनके लिए रोजगार के दरवाजे जरूर खुलेगें। दरअसल पाठक कह चुके हैं कि जिस पद के स्थानीय लोग लायक नहीं होंगे उसी पद के लिए बाहर के लोगों की नियुक्ति की जाएगी बाकी सभी नियुक्तियां क्षेत्रीय बेरोजगारों से ही की जाएंगी।
जब रिश्वत के लिए मंत्री ने मांगी सार्वजनिक रुप से माफी
अपनी सक्रियता और जनसमस्याओं के निराकरण के लिए सर्वाधिक सक्रिय मंत्रियों में शामिल प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एक बार फिर से चर्चा में हैं। इस बार चर्चा में आने की वजह है उनके द्वारा सार्वजनिक रुप से एक गरीब वृद्ध से रिश्वत के मामले में माफी मांगना। दरअसल वृद्ध से रिश्वत तो उनके मातहत विभाग के एक अफसर ने ली थी, लेकिन माफी मंत्री जी ने मांगी है। यही नहीं उनके द्वारा वृद्ध के पैर भी छुए गए। इसके बाद मंत्री जी की नजर रिश्वतखोर अफसर पर नजर टेड़ी हो गई है। रिश्वत की शिकायत द्वारा वृद्ध द्वारा निवाड़ी जिले में देवेन्द्रपुरा गांव में 132/33 केव्ही विद्युत सब स्टेशन के ई लोकार्पण के मौके पर की गई थी। अफसर द्वारा दस हजार की रिश्वत ट्रांसफार्मर रखने के एवज में ली गई थी।
लता मंगेशकर के गीतों पर भोपाल में हुआ नए सिरे से शोध
स्वर सामग्री भारत रत्न लता मंगेशकर की आवाज तो भगवान की ही आवाज माना जाता है। उनके गाए गीतों में किन रागों की मिठास घुली है, शायद यह आपको मालूम नहीं होगा। यूं तो उनके ऊपर कई शोध हुए हैं, लेकिन उनमें शास्त्रीय संगीत की झलक और योगदान पर देश में पहला शोध राजधानी की वरिष्ठ संगीतज्ञ एवं नूतन कॉलेज की रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ. अश्विना रांगणेकर द्वारा पूरा कर लिया गया है। डॉ. अश्विना रांगणेकर के मुताबिक लता मंगेशकर ने शास्त्रीय संगीत पर आधारित 500 से अधिक गीत गाए हैं। उनके द्वारा संगीत के हर राग में गाने गाए हैं , जिसकी वजह से ही उन्हें स्वर कोकिला तक कहा जाता है।
फिर चर्चा में आई दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा
अपने हिंदू विरोधी बयानों की वजह से हमेशा चर्चा में बने रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार चर्चा की वजह अलहदा है। इस बार वे चार पहले की नर्मदा परिक्रमा की वजह से चर्चा में हैं। उनकी इस यात्रा के संस्मणों पर उनके निज सचिव ओम प्रकाश शर्मा ने एक किताब लिखी है। जिसे नर्मदा पथिक शीर्षक से प्रकाशित किया जा रहा है। इसका विमोचन 30 सितंबर को भोपाल के विधानसभा भवन में किया जाएगा। विमोचन कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह समेत कांग्रेस के कई और बड़े नेता तो शामिल होने जा ही रहे हैुं साथ ही इसमें बीजेपी के कई बड़े नेताओं को आने का न्यौता दिया गया है। इनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल जैसे नेताओं के नाम शामिल हैं।