- प्रणव बजाज

रिश्तेदार ने कराई पूर्व मंत्री की बदनामी
ए क समय तक महाकौशल अंचल के कद्दावर नेताओं में शामिल रहे पूर्व मंत्री हरेंद्र जीत सिंह बब्बू के बुरे दिनों का दौर चल रहा है। वे न तो अब संगठन में ही है प्रभावी है और न ही सत्ता में। उनके लिए अच्छी बात यह मानी जाती रही है कि कम से कम उनकी पार्टी सत्ता में तो हैं। बात यहीं समाप्त नहीं होती है। अब उनके ही एक करीबी रिश्तेदार का जबलपुर में गुजराल वेयर हाउस है। उस वेयरहाउस पुलिस ने छापा मारकर सरकारी गेहूं की बोरियां बरामद करने की कार्रवाई की है। दरअसल यह वे बोरियां हैं जिनमें राशन दुकानों में बिकने वाला गेहूं रखा हुआ था। इसे इसी गुजराल वेयर हाउस से बेचा जा रहा था। इस छापे के बाद से बब्बू की जमकर बदनामी हो रही है। दरअसल इस वेयर हाउस में इस तरह का घोटाला लंबे समय से जारी था। पुलिस की टीम ने आटो से गुजराल वेयर में उतारे जाते समय रंगे हाथों 50 बोरी गेंहू पकड़ा है। यह वेयरहाउस बब्बू के रिश्तेदार सतेन्द्रपाल सिंह गुजराल का है।
यह कैसे संस्कारी हैं भाजपा विधायक
कहते हैं कि जिस जनप्रतिनिधि को अपनी जनता जनार्दन की चिंता होती है, वहीं अच्छा जनप्रतिनिधि होता है, लेकिन अगर वहीं अपनी जनता की सेहत से खिलवाड़ करे तो फिर उसे क्या कहा जाए। हाल ही में सिरोंज के विधायक उमाकांत शर्मा का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इसकी वजह से विधायक जी की जमकर किरकिरी हो रही है। दरअसल एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान उक्त भाजपा विधायक एक निरीक्षक स्तर के पुलिस अफसर पर जमकर बरस रहे हैं। गुस्से में कुछ देर तक जमकर चिल्लाते हुए विधायक आगे बढ़ जाते है और पुलिस अधिकारी वही हतप्रभ खड़ा रह जाता है। इस वीडियो में साफ नजर या रहा है की कोरोना काल मे भी मनाही के बावजूद धार्मिक आयोजन में नेता जी अपने कार्यकर्ताओ के साथ सड़क पर भीड़ जुटाए हुए हैं। इसी भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास पुलिस करती है, जो विधायक जी को शायद रास नहीं आता है। इससे विधायक जी के संस्कारों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। वह खुद ही नियमों को तोड़ रहे हैं और डांट पुलिस अफसर को पिला रहे हैं।
10 माह से लापता हैं आईएफएस अफसर काली दुरई
गड़बड़ियों के मामलों में फंसे मध्य प्रदेश कैडर के 1996 बैच के आइएफएस अधिकारी का बीते दस माह से पता नहीं चल र हा है। वे ऐसे गायब हुए की विभाग तो क्या कोई भी उनके बारे में कुछ नहीं जानता है। हालत यह है कि विभाग उन्हें ज्वाइन करने, चार्जशीट देने के लिए उनके स्थाई, अस्थाई पते पर नोटिस दर नोटिस भेज रहा है, लेकिन वे वापस ही नहीं लौट रहे हैं। उनके ई-मेल पर भी नोटिस रिसीव नहीं हो रही है, ई-मेल एड्रेस भी नॉट फाउंड बता रहा है। दरअसल उन पर पर उद्यानिकी विभाग में रहते गोदाम सब्सिडी वितरण और पॉलीहाउस, स्प्रिंगलर सहित अन्य सामानों में सब्सिडी में गड़बड़ी करने के भी आरोप हैं। उनके लापता होने की वजह से विभाग घोटालों को लेकर उन्हें चार्जशीट भी नहीं थमा पा रहा है। इसकी वजह है उनका पता भी गलत निकल रहा है। हद तो यह है कि वे आला अफसरों के फोन तक रिसीव नहीं कर रहे हैं। उनकी तलाश में विभाग को पूरा अमला परेशान बना हुआ है।
जब कांग्रेस विधायक को कराया सरकार बदलने का अहसास
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चतुर सुजान नेता माना जाता है। उन्हें पता है कि कब किस पर कहां कैसी चोट करनी है। ऐसा ही एक वाकया बीते राज कांग्रेस विधायक रामदयाल के साथ उस समय हुआ जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पन्ना के दौरे पर गए हुए थे। इस दौरान वहां आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से सागर संभाग के विभिन्न स्थानों के लिए लगभग 120 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया गया। इस कार्यक्रम में उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, खनिज मंत्री ब्रजेंद्र प्रताप सिंह भी मौजूद थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बड़ा दिल दिखाते हुए मंच पर रामदयाल को न केवल बिठाया, बल्कि तंज कसते हुए यह भी अहसास कराने से पीछे नहीं रहे कि भाजपा व कांग्रेस की सरकार में अंतर क्या है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान मंच से चुटकी लेते हुए कहा, कि भाजपा सरकार ने आपको मंच पर बिठाया है। सीएम रहते कमलनाथ आए थे, तो हमारे विधायक बृजेंद्र प्रताप को बैठने तक की जगह नहीं दी थी। यही नहीं आपको भी बैठने के लिए जगह नहीं दी गई थी। आप आराम से बैठिए, बागरी जी हम कोई बेईमानी नहीं करत यार ! चिंता मत करो भाजपा की सरकार है।