
- प्रणव बजाज
गड़बड़ियों के र्प्याय बने अमीन पर ईएनसी बरसा रहे विशेष कृपा
सिंचाई विभाग में जो भी हो वह कम ही होता है। जिस पर कार्रवाई होनी चाहिए उसे सजा देने की जगह प्रोत्साहित करने का अनूठा काम इसी विभाग में ही होता है। अब ताजा मामला एक अमीन का है। उस पर विभाग के ईएनसी की विशेष कृपा ऐसी बरस रही है कि पहले तो उसे योग्यता को दरकिनार कर मां रतनगढ़ परियोजना प्रशासक की जिम्मेदारी दे दी गई। जब उसके द्वारा अंधे के हाथ लगी बटेर की तर्ज पर गड़बड़ियों का रिकार्ड बनाना शुरू कर दिया। इसके बाद उसकी गड़बड़ियों के मामले की जांच के लिए चीफ इंजीनियर द्वारा एक जांच समिति गठित कर दी, जिसे ईएनसी ने न केवल निरस्त कर दिया, बल्कि चहेते अमीन को विभागीय मंत्री के स्टाफ में विशेष सहायक के पद पर पदस्थापना कर दी। अब अमीन पर ईएनसी की इतनी मेहरबानी क्यों हैं यह तो वही बता सकते हैं। खास बात यह है कि प्रभारी राजस्व निरीक्षक को मां रतनगढ़ सिंचाई परियोजना का प्रशासक का वह पद दिया गया था, जो पद कार्यपालन यंत्री स्तर के लिए है।
फिर परिवहन विभाग आया पहले नंबर पर
सीएम हेल्पलाइन द्वारा अगस्त 2021 की विभागीय ग्रेडिंग में परिवहन विभाग ने एक बार फिर से पहला स्थान पाया है। इससे पहले जुलाई में भी विभाग को ग्रेडिंग में पहला स्थान मिला था। इसकी वजह है परिवहन आयुक्त मुकेश जैन द्वारा साप्ताहिक बैठक एवं लगातार समीक्षा कर शिकायतों के यथोचित एवं प्रभावी निराकरण करने में मार्गदर्शन प्रदान करना। यही वजह है कि विभाग लगातार दो माह से प्रदेश में पहले स्थान पर बना हुआ है। सीएम हेल्पलाइन में आयी शिकायतों के निराकरण में सबसे अहम देवास, सतना, उज्जैन, राजगढ़, हरदा, रायसेन, सीहोर, विदिशा, शाजापुर, गुना, आगर-मालवा एवं उमरिया जिलों के परिवहन अधिकारियों ने रोल निभाया है। इन जिलों में शिकायतों का शत प्रतिशत निराकरण किया गया है। यही नहीं क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी जितेन्द्र सिंह रघुवंशी को सीएम हेल्पलाइन द्वारा स्टार परफॉर्मर भी घोषित किया गया।
प्रो. नीलिमा गुप्ता को मिली सागर विवि की कमान
मप्र के एक और विवि की कमान दूसरे प्रदेश के शिक्षाविद को सौंप दी गई है। वैसे तो प्रदेश में ऐसे कई विवि हैं , जिनकी अधिकांश कमान सरकार बाहरी लोगों को देने में ही रुचि रखती है, लेकिन अब प्रदेश के सबसे प्रतिष्ठित डॉ. हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय की नई कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता बनाई गई हैं। वे वर्तमान में झारखंड में अपनी सेवाएं दे रही थीं। उनकी नियुक्ति के आदेश बीती देर शाम जारी किया गया है। प्रो. गुप्ता केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने के बाद पहली महिला और विश्वविद्यालय की दूसरी कुलपति हैं। इससे पहले राजकीय दर्जे के समय प्रोफेसर एस सहाय सागर विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति रह चुकी हैं। वर्तमान में मौजूद प्रो. जेडी आही प्रभारी कुलपति हैं। डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में एक साल और 32 दिन बाद नियमित कुलपति की नियुक्ति हुई है। प्रो. गुप्ता इसके पहले दो जगहों पर भी कुलपति रह चुकी हैं।
फिर बड़ी विधायक जी की मुश्किलें
सतना जिले के चित्रकूट से कांग्रेस विधायक नीलांशु चतुर्वेदी के शस्त्र लाइसेंस का मामला सुलझ नहीं पा रहा है। वे इस मामले में एक बार फिर मुसीबत में फंसते नजर आ रहे हैं। यह मामला दो साल पुराना है। वर्ष 2020 में प्रदेश में सबसे बड़ा शस्त्र लाइसेंस फर्जीवाड़ा हुआ था। इस मामले की एक बार जांच शुरू हुई तो मामले में अपने विधायक को फंसते देख मामले की फाइल को ही दबा दिया गया था। अब सरकार बदलने से हालात बदल चुके हैं। ऐसे में एक बार फिर उस फाइल को एसटीएफ की जबलपुर इकाई ने फिर खोल कर माननीय की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इस मामले की अब तक की जांच में पाया गया है कि विधायक नीलांशु चतुर्वेदी का शस्त्र लाइसेंस भी नियम विरुद्ध क्षेत्र सीमा वृद्धि के दायरे में शामिल है। इस मामले में अब पूरे फर्जीवाड़े की जानकारी शस्त्र शाखा सतना से मांगी गई है। यह बात अलग है कि पहले भी इसी तरह की जानकारी मांगी गई थी , लेकिन उसे अब तक उपलब्ध ही नहीं कराया गया है।