बिहाइंड द कर्टन/मप्र से अल मुरुगन जाएंगे राज्यसभा

  • प्रणव बजाज
अल मुरुगन

मप्र से अल मुरुगन जाएंगे राज्यसभा
राज्यसभा सीट के लिए भाजपा ने अपने प्रत्याशी का नाम घोषित कर दिया है। पार्टी हाईकमान ने मप्र से केंद्रीय सूचना प्रसारण, पशुपालन, मत्स्य एवं डेयरी पालन विभाग के मंत्री डॉ. अल मुरुगन को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। अल मुरुगन मप्र के बाहर से तीसरे नेता हैं, जिन्हें पार्टी हाईकमान मप्र से राज्यसभा भेज रही है। मूलत: तमिलनाडु निवासी डॉ मुरुगन को मोदी सरकार में दो महीने पहले मंत्री बनाया गया था। वे तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष रहे हैं। मुरुगन मप्र से राज्यसभा जाने वाले तीसरे नेता हैं, जो मप्र मूल के नहीं है। अभी तक केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और एमजे अकबर को भाजपा मप्र से राज्यसभा भेज चुकी है। भाजपा हाईकमान ने आज सुबह अल मुरुगन को मप्र से राज्यसभा प्रत्याशी घोषित कर दिया है। गौरतलब है कि थावरचंद गहलोत के इस्तीफे के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट के लिए मप्र के कई नेता दावेदारी कर रहे थे लेकिन किसी की दाल नहीं गली। भाजपा सूत्रों के अनुसार इस सीट से असम के पूर्व मुख्यमंत्री और मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री सर्वानंद सोनवाल भी दावेदार थे।

आईएएस लिखेंगे क्रांतिवीरों की गाथा
भारतीय इतिहास में कई क्रांतिकारी और क्रांतिवीर ऐसे हैं जिनको लोग कम ही जानते हैं। ऐसे ही क्रांतिवीरों में शामिल हैं गोंडवाना साम्राज्य के वंशज क्रांतिवीर राजा शंकर शाह और उनके पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह। इन क्रांतिवीर पिता-पुत्र की वीरता की कहानियों को जनता के सामने प्रस्तुत करने के लिए शहडोल कमिश्नर आईएएस राजीव शर्मा जल्द ही एक किताब लिखेंगे जिसमें उनके जीवन से जुड़े कई अनछुए पहलुओं का खुलासा किया जाएगा। क्रांतिवीर राजा शंकर शाह और कुवर रघुनाथ शाह की गाथा आत्म उत्सर्ग का अद्भुत अध्याय है। अंग्रेजों ने उनके महल की तलाशी में मिली कविताओं की आठ पंक्तियों को लेकर पिता-पुत्र दोनों क्रांतिवीरों को जबलपुर में तोप से बांधकर उसके निर्मम विस्फोट के जरिए उनको मृत्युदंड दिया था। इसके लिए आईएएस राजीव शर्मा ने इन दोनों क्रांतिवीरों से जुड़े स्थलों मंडला, जबलपुर के पुरवा सहित कई स्थानों का भ्रमण कर वहां से इनसे जुड़ी मौलिक जानकारी, कहानियों की जानकारी जुटाई है। दरअसल, इन महान योद्धाओं ने जिस तरह निडरता और गरिमा से मृत्यु का सामना किया, विश्व इतिहास में पिता और पुत्र के एक साथ बलिदान का कोई और उदाहरण नहीं मिलता। अब शर्मा इन दोनों क्रांतिवीरों की गाथा लिखेंगे, ताकि जनता उनकी वीरगाथा को जान सके।

सेवा-समर्पण का नाम दिखावट
भाजपा इनदिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म महोत्सव सेवा-समर्पण के रूप में मना रही है। 21 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम के दौरान रोजाना कोई न कोई कार्यक्रम होंगे। भाजपा के इस जन्म महोत्सव कार्यक्रम को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बेहद शर्मनाक बताया है। वह कहते हैं कि कहने को तो भाजपा इसे सेवा-समर्पण का नाम दिखावटी तौर पर दे रही है, लेकिन इन 21 दिवसीय जश्न-उत्सव श्रृंखला में भाजपा का प्रचार-प्रसार और मोदी जी का झूठा महिमामंडन करने का काम जोर- शोर से किया जाएगा। नाथ ने कहा है कि जिस प्रदेश में कोरोना से, जहरीली शराब से, बाढ़ से हजारों लोगों की हाल में मौतें हुईं, आदिवासी वर्ग, दलित, पिछड़े, शोषित वर्ग के साथ उत्पीड़न व दमन की हाल में देश भर में निंदनीय घटनाएं हुईं, पूरा प्रदेश आज डेंगू व वायरल फीवर की चपेट में हो, प्रदेश के अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हों, एक-एक बेड पर तीन-तीन बच्चे भर्ती हों, कोरोना की तीसरी लहर की आशंका सर पर हो, वहां भाजपा का 21 दिवसीय मेगा जन्म महोत्सव कार्यक्रम जनता के साथ बड़ा मजाक है। नाथ ने सवाल उठाया कि 7 साल में मोदी सरकार ने ऐसा कौन सा काम किया है, जिसका जश्न मनाया जा सके, जिसे सेवा व समर्पण के रूप में याद किया जा सके।

हृदय प्रदेश बनता जा रहा अपराध का गढ़
मप्र को देश का हृदय प्रदेश कहा जाता है। लेकिन प्रदेश में आपराधिक मामले बढ़ रहे हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट आने के बाद से तो कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है। पूर्व मंत्री और विधायक पीसी शर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में मप्र अपराधियों का गढ़ बनता जा रहा है। एनसीआरबी की रिपोर्ट में यह साफ हो चुका है कि नाबालिग बच्चियों से बलात्कार, किशोरों के साथ अपराध, बच्चों के लापता होने व बाल अत्याचार और आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में प्रदेश देश में नंबर एक पर है। प्रदेश में वर्ष 2020 में 4 लाख 28 हजार 46 अपराध दर्ज किए गए। अपराध बढ़ने की सबसे बड़ी वजह यह है कि खुद भाजपा नेता  बलात्कार, सामूहिक बलात्कार और हत्या जैसे मामलों में शामिल हैं और अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं। सचिवालय के सामने गांजे की पुडिय़ा बिक रही है। उसी का असर है कि सरकार सत्ता के नशे में चूर है। सरकार के मंत्री आए दिन ऊटपटांग बयान देते रहते हैं। मप्र में हाल में भाजपा नेताओं द्वारा किए गए अपराधों का ब्यौरा भी दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार कांग्रेस नेताओं पर झूठे प्रकरण दर्ज करा रही है। पिछले 2 महीने में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर 6000 से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए।

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