समिति प्रबंधक की संपत्ति बेचकर की जाएगी गायब गेहूं की कीमत की वसूली

गायब गेहूं

भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। तमाम प्रयासों के बाद भी प्रदेश में सरकार द्वारा खरीदे गए गेहूं के गायब होने पर रोक नहीं लग पा रही है। अब हाल ही में होशंगाबाद जिले के पिपरिया की कृषक सेवा सहकारी समिति रामपुर से करीब एक करोड़ 15 लाख कीमत का गेहूं गायब होने का मामला सामने आया है। इस गेहूं को समिति द्वारा अलग-अलग केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर खरीदा गया था। गायब हुआ गेहूं 5830 क्विंटल बताया जा रहा है। अब इस मामले में प्रशाासन ने सख्ती दिखाते हुए समिति प्रबंधक राघवेन्द्र शर्मा सहित छह कर्मचारियों के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर इन सभी से इस गेहूं की कीमत वसूलने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए उन्हें नोटिस भी थमा दिया गया है। अगर उनके द्वारा यह राशि जमा नहीं की जाती है तो उनकी और उनके परिवार की संपत्ती को नीलाम कर उक्त राशि की वसूली की जाएगी। जानकारी के अनुसार इस साल रबी सीजन में कृषक सेवा सहकारी समिति रामपुर पिपरिया द्वारा भारी मात्रा में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की गई। समिति के तीन केन्द्रों पर खरीदा गया गेहूं कम पाया गया है। इनमें अकेले केन्द्र एक पर ही 5235 क्विंटल, केन्द्र दो पर 98 क्विंटल और केन्द्र तीन पर 496 क्विंटल गेहूं कम हो गया है। इस मामले में अब संयुक्त पंजीयक सहकारी संस्थाएं नर्मदापुरम द्वारा समिति प्रबंधक राघवेन्द्र शर्मा को नोटिस थमा दिया गया है। इस राशि के जमा नहीं होने पर
प्रशासन ने उनकी पत्नी संध्या शर्मा के नाम पर मौजूद रामपुर और गाडरवारा के बटेसरा गांव की उनकी कृषि भूमि तथा एक आवासीय प्लाट की कुर्की कर इसे नीलाम करने की भी तैयारी शुरू कर दी है।
आधा दर्जन कर्मचारियों से होगी वसूली
इस मामले में कुल आधा दर्जन कर्मचारियों से वसूली की जानी है। इनमें कृषक सेवा सहकारी समिति रामपुर के समिति प्रबंधक राघवेन्द्र शर्मा के अलावा केन्द्र प्रभारी पोहप सिंह पटेल, कम्प्यूटर ऑपरेटर राजेन्द्र रघुवंशी, देवेन्द पटेल,और सहकारी निरीक्षक तथा प्रशासक कृषक सहकारी समिति रामपुर एसएस पगारे शामिल हैं। इन सभी को इस मामले में दोषी माना गया है। इन सभी से फिलहाल 27 अगस्त को संयुक्त पंजीयक सहकारी संस्थाएं नर्मदापुरम में उपस्थित होकर अपना जवाब तथा आवश्यक सबूत, साक्ष्य रिकार्ड प्रस्तुत करने को कहा गया है।

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