- प्रणव बजाज

सदुपयोग में लाएं अनुपयोगी पड़ी लोक परिसंपत्तियां
गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेशभर में पड़ी अनुपयोगी लोक परिसंपत्तियों को सदुपयोगी बनाने के लिए अफसरों को निर्देश दिए हैं। हाल ही में उन्होंने विभागीय समीक्षा के दौरान अफसरों से कहा कि कड़े निर्णय लिए जाएं और हर संभव ऐसे उपाय किए जाएं जिससे इन संपत्तियों का सदुपयोग किया जा सके। मंत्री डॉ मिश्रा ने कहा कि सतगड़ी की भूमि के संबंध में भी जल्द निर्णय लिया जाएगा। यही नहीं प्रोजेक्ट शुरू होने के पहले भूमि के प्रीमियम के रूप में जमा की गई राशि और बैंक गारंटी के संबंध में लिए गए निर्णयों से संबंधित पक्षों को अवगत कराया जाएगा। सरकार और संबंधित पक्ष द्वारा लिए गए फैसलों से सहमत होने पर अनुशंसा मंत्रिमंडल को भेजी जाएगी। मंत्रिमंडल की अनुशंसा होने पर शासकीय संपत्ति का सदुपयोग हो सकेगा।
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने दिखाए कड़े तेवर
प्रदेश के राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने अफसरों को चेताते हुए कहा कि विभागीय गतिविधियों के लिए राजस्व महत्वपूर्ण है। इसलिए विभागीय कार्यप्रणाली को और चुस्त-दुरुस्त करें। नियमानुसार कार्यवाही करें। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस बात का ख्याल रखें कि जनता को परेशानी ना हो। दअरसल मंत्री राजपूत ने यह बात विभागीय समीक्षा में कोरोना काल में राजस्व में आई कमी की बात सामने आने पर कही। विभागीय अफसरों द्वारा मंत्री राजपूत को बताया गया कि कैसे कोरोना काल में राजस्व प्राप्ति में कमी आई। अफसरों ने बताया कि कोरोना काल में वाहनों का नियमित पंजीयन नहीं होने, लॉकडाउन की वजह से वाहन व वाहन चालकों से जुमार्ना एवं वाहनों के पंजीयन नंबर की नीलामी से होने वाली नियमित आय भी प्रभावित हुई है। इस पर मंत्री राजपूत ने विभागीय अफसरों को निर्देश देते हुए कहा कि विभाग की कार्यप्रणाली को और चुस्त-दुरुस्त करें।
राजपूत -पटवारी आमने-सामने
प्रदेश में इन दिनों भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों की ओर से सोशल मीडिया वार चरम पर है। हाल ही में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और पूर्व मंत्री विधायक जीतू पटवारी आमने-सामने आ गए। पटवारी ने सिंधिया पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा कि बिकाऊ-टिकाऊ जैसे शब्द आपके मुंह से सुनकर यह संसार स्तब्ध हो जाएगा। फिर अपनी ही हंसी नहीं रोक पाएगा। निजी स्वार्थ के लिए चरण चाटुकारिता कैसे की जाए ? अवसर का लाभ उठाने के लिए निष्ठा कैसे प्रमाणित की जाए, यह देश आप ही के चरित्र के जरिए जान चुका है, इसलिए बेहतर है चुप रहो। इसके जवाब में मंत्री गोविंद राजपूत ने ट्वीट कर कहा कि जीतू पटवारी जितना तुम्हारा राजनीतिक कैरियर है, ऐसा भौंक-भौंककर वह भी खत्म हो जाएगा। जिन को दिखाने के लिए यह सब तुम लिख रहे हो, उनकी दुर्गति पूरा देश देख रहा है। सुधर जाओ आगे कोई काम नहीं आएगा। समय आने पर अपने आप को अकेला ही खड़ा पाओगे। इसलिए राजनीति के चक्कर में पड़कर अपनी छवि खराब मत कर लेना।
लक्ष्मण सिंह का शिगूफा, जयवर्धन को लड़ाएं सिंधिया के खिलाफ
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक लक्ष्मण सिंह ने अब नया शिगूफा छोड़ा है। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में यदि जयवर्धन सिंह को ग्वालियर चंबल में उतार दें, तो वहां एक भी सिंधिया समर्थक नहीं जीत पाएगा। उन्होंने कहा कि वहां की वर्तमान स्थिति ऐसी है कि कांग्रेस 70 तो भाजपा 30 है। यह उपचुनाव के बाद की स्थिति है। उन्होंने श्रीमंत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो महापुरुष अपने 17-18 विधायकों को लेकर भाजपा में गए हैं वे हमारी पार्टी में थे। हम उनकी आदतों को जानते हैं। वे अपने आप को दूसरों पर थोपने में माहिर हैं। वे किसी को अपना बॉस नहीं मानते। वे खुद अपने आप को ही बॉस मानते हैं। सिंह ने कहा कि चूंकि भाजपा में यह नहीं चलता। वहां उनका संगठन काम करता है। संगठन में और ये जो दल-बदल कर गए हैं, आने वाले समय में इनके बीच टकराव और बढ़ेगा।