
कोरोना से ठीक हुए मरीजों में खतरनाक बीमारियों के साथ बढ़ा मौत का खतरा
महामारी कोरोना वायरस से ठीक होने के बाद भी मरीजों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कोविड से उभरने के बाद भी कुछ लोगों को कमजोरी महसूस होती है। जिसको लोग हलके में लेते हैं, जो उनको बाद में यह काफी महंगा साबित होता हैं। हाल ही में एक नई रिपोर्ट आई है। दिल्ली के एक अस्पताल की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना से ठीक हुए मरीजों को न्यूरोलॉजिक यानी तंत्रिका संबंधी परेशानियां अधिक हो रही है। रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना से ठीक हो चुके लोगों में ब्रेन हैमरेज और 50 फीसदी अन्य तंत्रिका संबंधी दिक्कतें खतरनाक रूप से बढ़ रही हैं। इस बारे में बात करते हुए अस्पताल की सीनियर न्यूरोसर्जन डॉ. आशा बक्शी ने बताया कि कोविड को मात देने के दो से तीन महीने के बाद इस तरह के मामलों में इजाफा हुआ है।
अर्थव्यवस्था दस गुना बढ़ी, आर्थिक सुधारों का सभी को नहीं मिला लाभ: मुकेश अंबानी
भारत के सबसे रईस व्यक्ति व उद्योगपति मुकेश अंबानी का कहना है कि आर्थिक सुधारों के तीन दशक में देश ने कई मामलों में बहुत प्रगति की, लेकिन सभी नागरिकों को इसका लाभ नहीं मिला। एक अखबार के कॉलम में अंबानी ने लिखा कि उदारीकरण के 30 वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था 10 गुना बढ़ चुकी है। उन्होंने कहा, हम अभावों की अर्थव्यवस्था से आज सुलभता की अर्थव्यवस्था बन चुके हैं। लेकिन, आने वाले वक्त में अर्थव्यवस्था को सभी के लिए समृद्धि लाने वाला बनाना होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि 2047 तक भारत की अर्थव्यवस्था चीन व अमेरिका के समकक्ष खड़ी होगी। अंबानी ने लिखा, 1991 ने भारत को वह हिम्मत व दूरदर्शिता दी, जिसने अर्थव्यवस्था की दिशा और निर्धारक तत्व तय किए।
सीएम अशोक गहलोत ने सोनिया पर छोड़ा मंत्रिमंडल विस्तार का फैसला
पंजाब के बाद कांग्रेस राजस्थान में विवाद खत्म कराने के लिए एक्टिव मोड में आ गई है। सीएम अशोक गहलोत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के बीच सियासी खींचतान के समाधान को कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और राजस्थान प्रभारी अजय माकन जयपुर पहुंचे हैं। वेणुगोपाल और माकन ने मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर सीएम गहलोत से मुलाकात की। सीएम अशोक गहलोत और दोनों नेताओं के बीच मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार को लेकर करीब ढाई घंटे तक बैठक चली। इस हाई लेवल मीटिंग के बाद सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि फैसले का अधिकार सोनिया गांधी पर छोड़ दिया है। माना जा रहा है कि अशोक गहलोत की सहमति के बाद अब सोनिया गांधी की ओर से इस संबंध में जल्द ही फैसला ले लिया जाएगा और जुलाई महीने में ही मंत्रिमंडल का विस्तार, फेरबदल होने की भी पूरी संभावना है।
वॉट्सऐप अकाउंट को ज्यादा सेफ बनाने के लिए फॉलो करें स्मार्ट ट्रिक्स
वॉट्सऐप हम सभी इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अपने वॉट्सऐप अकाउंट की सुरक्षा को हम भगवान भरोसे ही छोड़ देते हैं। वैसे अपने वॉट्सऐप अकाउंट को सुरक्षित रखना बेहद आसान है। अपने वॉट्सऐप अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए सबसे पहले अकाउंट सेटिंग्स में जाकर टू-स्टेप वेरिफिकेशन को इनेबल कीजिए। इसके बाद आपको एक 6 डिजिट का पासकोड बनाना होगा। जिसके बगैर आपका वॉट्सऐप काम नहीं करेगा। ऐसा कर के आप अपने वॉट्सऐप अकाउंट के ऊपर सुरक्षा की एक और परत चढ़ा देते हैं। जिससे फोन के चोरी होने या खोने की स्थिति में भी बगैर 6 डिजिट पासकोड के वॉट्सऐप को एक्सिस नहीं किया जा सकेगा। ये पासकोड यूजर को याद रहे, इसके लिए वॉट्सऐप भी वक्त-वक्त पर वॉट्सऐप अकाउंट को इस पासकोड की मदद से खुलवाता रहेगा। वॉट्सऐप सारी चैट्स और मीडिया फाइल्स को क्लाउड सर्वर में संभालकर रखता है। जो सर्वर और यूरोप में स्थित है। भारत में वॉट्सऐप अभी रिलायंस जियो के डेटा सेंटर को वॉट्सऐप पे के लिए इस्तेमाल में ला रहा है, पर यूजर चैट्स अभी भी भारत के बाहर स्थित किसी सर्वर में ही सेव होती है। दुनिया भर के डेटा सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स इस बात पर जोर देते हैं कि इंटरनेट पर मौजूद कोई भी चीज 100% हैकप्रूफ नहीं होती। यूजर्स को खुद इस बात का फैसला लेना चाहिए कि उनकी चैट्स का बैकअप, वॉट्सऐप या किसी भी क्लाउड सर्वर में सेव करने लायक है या नहीं। हो सके तो वाट्सएप में चैट बैकअप्स को डिसेबल करना चाहिए। वॉट्सऐप अब अपने यूजर्स को ये सुविधा देता है, जिससे यूजर्स अपने फोन में मौजूद बायोमेट्रिक फीचर की मदद से वॉट्सऐप अकाउंट को लॉक कर सकें। अकाउंट की सुरक्षा के लिए फिंगरप्रिंट स्कैन या फेस अनलॉक जैसे बायोमैट्रिक्स डेटा काफी बेहतर है। एंड्रॉयड फोन्स के लिए इसे वॉट्सऐप सेटिंग्स में जाकर इनेबल करना होगा और आईफोन यूजर्स इसे अपनी फोन सेटिंग में जाकर इनेबल कर सकते हैं।