
भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। मध्य प्रदेश की शिव सरकार द्वारा 14 साल पहले जिस राम वन गमन मार्ग की खोजकर उसे विकसित करने की योजना तैयार की गई थी, उस पर भले ही अब तक प्रदेश में काम शुरू नहीं हो सका है, लेकिन इस मामले में छग ने हाल ही में न केवल काम शुरू किया बल्कि उसे धरातल पर उतारने की पूरी तैयारी कर ली है। अब इसकी जानकारी मिलने के बाद मप्र में भी अचानक हलचल मच गई है। दरअसल अपने पहले मुख्यमंत्रित्व काल में शिवराज सिंह चौहान ने रामवन गमन मार्ग को रामपथ के नाम से विकसित कर उसे धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित करने की महत्वाकांक्षी योजना तैयार कराई थी। उस समय इस योजना को लेकर तमाम बड़े-बड़े दावे किए गए थे और उसका जमकर प्रचार प्रसार भी किया गया था। इसके बाद इस योजना को पूरी तरह से भुला दिया गया था। अब पड़ौसी राज्य छत्तीसगढ़ ने इस मार्ग को लेकर न केवल योजना बना ली है बल्कि उस पर काम भी तेजी से शुरू कर दिया है। इसकी भनक प्रदेश की शिव सरकार को लगी तो यकायक सरकार स्तर पर हलचल तेजी से शुरू हो गई है, जिसकी वजह से अब जाकर इसके लिए तैयार पड़ी डीपीआर को अंतिम रूप देने के लिए 1 करोड़ रुपए मंजूर कर दिए, बल्कि उसको तीन चरणों में पूरा करने के लिए भी कहा है। हाल ही में इस परियोजना की समीक्षा प्रदेश की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर अपने चित्रकूट दौरे के दौरान कर चुकी हैं। गौरतलब है कि इस परियोजना को तीन चरणों में पूरा करने की योजना तैयार की गई है। इसके तहत चित्रकूट और अमरकंटक दोनों ओर से वनवास मार्ग को विकसित किया जाना है। इस काम के लिए प्रदेश सरकार द्वारा मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन को नोडल एजेंसी बनाया गया है। इस प्रोजेक्ट के लिए अब जाकर अध्यात्म विभाग द्वारा फिजिबिलिटी रिपोर्ट और डीपीआर बनाने के लिए राशि मंजूर की गई है। अब सरकार द्वारा परियोजना को कंपोजिट प्लान तैयार करने के लिए स्थानीय नागरिकों, साधु-संतों और जनप्रतिनिधियों से सलाह लेने को कहा गया है। काम में तेजी लाने के लिए इसके साथ ही सतना कलेक्टर को भी हर पखवाड़े परियोजना संबंधित सभी विभागों की समीक्षा करने को कहा गया है। इसके साथ ही आध्यात्मिक विभाग द्वारा पहली किश्त के रुप में 50 लाख का आवंटन कर निविदा बुलाई गई है।
आठ जिलों में होना है रामपथ गमन मार्ग का विकास
परियोजना के तहत मध्य प्रदेश के हिस्से वाले चित्रकूट से अमरकंटक तक करीब 375 किलोमीटर क्षेत्र में इस मार्ग का विकास किया जाना है। इस काम को जल्द पूरा करने के लिए चित्रकूट और अमरकंटक के दोनों ओर से एक साथ निर्माण करने का काम शुरू करने की योजना है। यह मार्ग सतना जिले के चित्रकूट से शुरू होकर पन्ना, कटनी, जबलपुर , मंडला,डिंडोरी, शहडोल और उमरिया जिले की सीमा से होकर बनाया जाना है।