हिंदू बन शिक्षक से की शादी, सुहागरात पर मौत के घाट उतारा

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  • कथावाचक अनिरुद्धाचार्य का वीडियो देख शाहिदा ने ‘ख़ुशी तिवारी’ बन इंद्र कुमार को फंसाया

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। यूपी के कुशीनगर में मध्य प्रदेश के टीचर की हत्या कर दी गई। देवरिया की रहने वाली एक मुस्लिम युवती ने हिंदू बनकर टीचर को फंसाया। उसने टीचर को जबलपुर से कुशीनगर बुलाया और शादी की, फिर दोनों होटल चले गए। सुहागरात पर युवती उसे बहलाकर 25 किमी दूर अपने गांव ले गई। वहां उसने अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर टीचर की हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को झाडिय़ों में फेंक दिया गया। टीचर से मोबाइल, डेढ़ लाख रुपए के जेवर और नकदी लूटकर दोनों फरार हो गए। 6 जून को पुलिस को टीचर का शव मिला। दो दिन बाद शव की पहचान जबलपुर निवासी टीचर इंद्र कुमार के रूप में हुई। उधर, वारदात के बाद युवती टीचर का मोबाइल इस्तेमाल कर रही थी। जब पुलिस ने कॉल किया तो उसने मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया और दोनों फरार हो गए। 27 जून को युवती और उसके बॉयफ्रेंड को गिरफ्तार कर लिया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर युवती ने जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस जांच में सामने आया कि युवती ने टीचर का एक वीडियो देखा था, जिसमें वह कथावाचक अनिरुद्धाचार्य से कह रहा था कि उसके पास 18 एकड़ जमीन है। 45 साल उम्र है। टीचर हूं, लेकिन शादी नहीं हो पा रही। इसके बाद युवती ने उसे टारगेट कर फंसाया और यहां बुलाकर हत्या कर दी।
अनिरुद्धाचार्य का वीडियो देखकर टीचर को फंसाया
दरअसल, शिक्षक इंद्र कुमार तिवारी मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के मझौली तहसील के पड़वार गांव के रहने वाले थे। इंद्र कुमार के माता-पिता नहीं हैं, वे गांव में अकेले ही रहते थे। स्कूल में पढ़ाने के साथ-साथ खेती भी करते थे। कथावाचक अनिरुद्धाचार्य भी इसी गांव के रहने वाले हैं। मई में अनिरुद्धाचार्य ने गांव में प्रवचन शिविर किया था। इसी दौरान शिक्षक इंद्र कुमार तिवारी इस शिविर में शामिल हुए थे। शिविर में उन्होंने बताया था- मेरे पास 18 एकड़ जमीन है, अच्छी प्रॉपर्टी है, लेकिन अभी तक मेरी शादी नहीं हो पा रही है। इसी वीडियो को देखकर खुशी उर्फ शाहिदा और उसके बॉयफ्रेंड कौशल ने ठगी का प्लान बनाया। फोन नंबर का पता लगाकर 17 मई को कौशल ने इंद्र कुमार को कॉल किया। कौशल ने खुद को खुशी उर्फ शाहिदा बानो का भाई बताया। खुशी का फोटो वॉट्सऐप पर भेजा और फोन पर इंद्र कुमार की बात खुशी से भी कराई।
खुशी तिवारी बनकर फेसबुक पर बात की
इधर, फिर खुशी उर्फ शाहिदा बानो ने खुशी तिवारी नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाई। इंद्र कुमार से फेसबुक पर बातचीत शुरू कर दी और उसे अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। 26 मई को खुशी का रिश्ता लेकर कौशल जबलपुर पहुंचा। उसने खुशी की फोटो दिखाकर उसे अपनी बहन बताया। बातचीत के बाद दोनों तरफ से शादी पक्की हो गई। तय हुआ कि गोरखपुर में 5 जून को खुशी के साथ इंद्र कुमार का विवाह होगा। इंद्र कुमार ने कौशल को शगुन के रूप में 1100 रुपए भी दिए। इसके बाद कौशल लौट गया। इंद्र कुमार ने अपनी एक एकड़ जमीन गिरवी रखकर करीब डेढ़ लाख रुपए जुटाए थे। इन पैसों से उन्होंने मझौली के ही एक सुनार से गहने बनवाए थे। कुछ पुश्तैनी आभूषण भी उनके पास थे। यह सब और कुछ नकद लेकर वे 2 जून को गोरखपुर पहुंचे। 3 जून को वे गोरखपुर के एक होटल में रुके।
मंदिर में शादी की, सुहागरात पर हत्या की
5 जून को एक होटल में खुशी के साथ इंद्र कुमार की मंदिर में शादी कराई गई। दोनों गोरखपुर के होटल लौट आए। शादी की तस्वीर इंद्र कुमार ने परिजनों और पड़ोसियों को भेजी। फोन कर बताया कि विवाह के बाद दुल्हन को लेकर 6 जून को गांव वापस आ जाएंगे। इसके बाद इंद्र कुमार ने खुशी से घर चलने के लिए कहा। लेकिन खुशी बहाने बनाने लगी, जिससे इंद्र कुमार को उस पर शक हुआ। इंद्र कुमार ने शादी में खर्च की गई राशि और दुल्हन को चढ़ाए गए आभूषण वापस मांगे। इस पर कौशल और खुशी ने उन्हें किसी तरह समझाया और अपना घर दिखाने के बहाने चक नीलकंठ गांव चलने के लिए कहा। 5 जून की शाम को ही कौशल और खुशी, इंद्र कुमार को लेकर कुशीनगर स्थित गांव पहुंचे। यहां चाकू से उनकी हत्या कर शव को झाडिय़ों में फेंक दिया गया। शव के पास से न तो मोबाइल मिला, न ही जेवरात और नकदी।

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