
सीएम के सामने केंद्रीय मंत्री खटीक को भाषण से रोका, खफा होकर लौटने लगे
टीकमगढ़ के पृथ्वीपुर में शनिवार को उस वक्त असहज स्थिति बन गई जब केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र खटीक को मंच से बोलने से रोक दिया गया। दरअसल, देवी अहिल्याबाई नारी शक्ति सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तय समय से 1 घंटा 34 मिनट देरी से पहुंचे। समय कम था। ऐसे में अन्य जनप्रतिनिधियों को बोलने का मौका नहीं मिला। जब केंद्रीय मंत्री खटीक डाइस पर आए तो मंच पर बैठे पूर्व रराज्यमंत्री और पाल समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष शैतान सिंह ने हाथ से इशारा कर उन्हें रोक दिया। इसे देखकर खटीक नाराज हो गए और वापस जाने लगे। मामला तूल पकड़ता देख शैतान सिंह ने मंच पर ही उनसे माफी मांगी। इसके बाद मंत्री लौटे। हालांकि, इसके बाद डॉ. खटीक ने सिर्फ औपचारिकता निभाते हुए दो मिनट का संक्षिप्त संबोधन किया और मंच से उतर गए।
मूंग खरीदी में दो बार होगी गुणवत्ता जांच
मूंग खरीदी की तैयारी शुरू हो गई है। इसके साथ ही इसमें गड़बड़ी की गुंजाइश न हो इसका भी ध्यान रखा जाएगा। भंडारण से पहले उपार्जन केंद्र पर गुणवत्ता की जांच की जाएगी। इसके बाद गोदामों पर रखते समय भी मूंग की गुणकी जांच की जाएंगी। दरअसल पिछले वर्ष रायसेन, नर्मदापुरम जैसे कई जिलों में गड़बड़ी सामने आई थी। वहीं प्रदेश में धान और गेहूं की खरीदी में भी सामने आई गड़बडिय़ों के बाद अब सरकार अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। 18 जिलों में एमएसपी पर जुलाई से मूंग की खरीदी शुरू हो जाएगी। पांच जुलाई तक किसानों का पंजीयन किया जाएगा। हाल ही में केंद्र सरकार ने मप्र में 3.51 लाख मीट्रिक टन मूंग की खरीदी की मंजूरी दी है। कांट्रेक्ट पर रखे गए सर्वेयर खरीद केंद्रों पर मूंग की गुणवत्ता की जांच करेंगे। इधर मूंग की खरीदी की प्रक्रिया के बीच मार्कफेड और वेयर हाउसिंग के एमडी मूंग खराब होने पर नुकसान की भरपाई से पल्ला झाड़ रहे हैं।
आदिवासियों पर वन विभाग की कार्रवाई से भडक़े शिवराज
देवास और सीहोर जिले के बीच स्थित खिवनी अभयारण्य क्षेत्र में आदिवासियों पर वन विभाग द्वारा की गई कार्रवाई से नाराज केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान सीहोर में वन अधिकारियों पर जमकर भडक़े। उन्होंने कहा कि वे अफसर गड़बड़ करते हैं और सरकार की छवि बिगाडऩे की कोशिश कर रहे हैं। आदिवासियों से शिवराज सिंह ने कहा कि किसी का हक नहीं छिनने दिया जाएगा, मामा तुम्हारे साथ है। उन्होंने कहा कि आदिवासी प्रतिनिधि मंडल के साथ कल ही मुख्यमंत्री डा मोहन यादव से बात करेंगे और उन्हें बताएंगे कि हमें कोई अभयारण्य की जरूरत नहीं हैं। मैं वन विभाग वालों से कहता हूं कि गलती न करें, ये किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के आदमखोर बाघ को रेडियो कॉलर पहनाने की तैयारी
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मढ़ई के कोर एरिया में एक बाघ आक्रामक हो चुका है। बीते 1 माह में 2 चौकीदार पर हमला कर चुका है। इस बार इस बाघ ने गस्त के दौरान सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की फील्ड डायरेक्टर सहित वन अमले पर अटैक करने का प्रयास किया। इसी दौरान जंगल सफारी के लिए टूरिस्ट की जिप्सी वहां से गुजर रही थीं, जिससे फील्ड डायरेक्टर और गस्ती अमला वापस लौट आया। घटना के बाद अब पार्क प्रबंधन ने मुख्यालय को पत्र भेजकर टाइगर के रेडियो कॉलर लगाने की अनुमति मांगी है, ताकि उसके बिहेवियर पर लगातार निगरानी रखी जा सके। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि मढ़ई में एक टाइगर सामने आया है। यह जब कोई अकेला गस्ती या दो व्यक्ति गस्ती कर रहे हैं उन पर अटैक करता है। ऐसे 2 केस हो चुके हैं। इस संबंध में पार्क प्रबंधन ने मुख्यालय को पत्र भेजकर टाइगर के रेडियो कॉलर लगाने की अनुमति मांगी है।