थानों में कुंडलीमार कर बैठे पुलिसकर्मी

  • सरकार की सख्ती के बावजुद थाना छोडऩा नहीं चाहते

    भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। 
    मप्र पुलिस विभाग में व्यापक स्तर पर फेरबदल हुए हैं। डीजीपी कैलाश मकवाना के निर्देश पर यह कार्रवाई पुलिस व्यवस्था में पारदर्शिता, निष्पक्षता और कानून व्यवस्था में सुधार के उद्देश्य से की गई है। लेकिन विडंबना यह है कि सरकार की सख्ती के बावजुद पुलिसकर्मी थाना छोडऩे को तैयार नहीं हैं। थानों में पुलिसकर्मी कुंडलीमार कर बैठे हैं। भोपाल जिले की बात करें तो डीजीपी के निर्देशों के बाद भी कई अधिकारी अब भी वर्षों से एक ही थाने व विभाग में जमे हुए हैं। डीजीपी के निर्देश से 699 पुलिस कर्मियों के तबादले किए गए, जिनमें 30 उप-निरीक्षक (एसआई) और 56 सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) शामिल हैं। लेकिन इसके बावजूद लगभग 50 अधिकारी ऐसे हैं जो फेरबदल से बचने में सफल रहे हैं। इन पुलिसकर्मियों की सूची तैयार करके विभाग जल्द ही ट्रांसफर की दूसरी सूची जारी करने की तैयारी में लगी है। जिले में तैनात कुछ पुलिसकर्मी पिछले पांच साल से अधिक समय से एक ही पुलिस थाने में तैनात हैं। इसमें कुछ इंस्पेक्टर व एसआई 10 से 12 साल से जिले में अलग-अलग जगह सेवाएं दे रहे हैं।
    गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों पहले ही भोपाल पुलिस कमिश्नरेट के अधीन आने वाले 37 थाने में 5 साल से अधिक समय से जमे 699 पुलिस कर्मियों की तबादला सूची देर रात जारी की गई थी। ट्रांसफर हुए पुलिसकर्मियों में शहर के 30 उप निरीक्षक, 56 सहायक उप निरीक्षक, 313 प्रधान आरक्षक और 301 आरक्षक शामिल हैं। पुलिस विभाग में हुए इस ट्रांसफर को लेकर कहा जा रहा है कि एक ही थाने में लंबे से जमे होने की वजह से कई शिकायतें सामने आ रही थी जिसके चलते इस पर संज्ञान लिया गया। पुलिस कमिश्नरेट द्वारा एक और सूची आना लंबित है, जिसमें ऐसे लोगों को हटाया जाना है, जिनके खिलाफ कोई आपराधिक प्रकरण एवं विभागीय जांच की जा रही है। इसमें टीआई से लेकर आरक्षक स्तर के पुलिसकर्मी शामिल होगे। इसके संबंध में आला अफसर जानकारी जुटा रहे है। समस्त डीसीपी से यह जानकारी मांगी गई है। अफसर बारीकी से इसकी जांच में जुटे हैं। चूक न हो इसके लिए सर्विस बुक भी चैक कर रहे हैं। चूंकि बहुत से पुलिसकर्मी बाहर से भी कमिश्नरेट में पदस्थ है। ऐसे में उनकी जानकारी खगाली जा रही है। जल्द ही इस संबंध में सूची जारी होगी। पुलिस सूत्रों की माने तो यह सूची भी सैकड़ा तक पहुंच सकती है। गौरतलब है कि पुलिस मुख्यालय द्वारा इस संबंध में गत 17 जून को आदेश जारी किया गया था। विशेष महानिदेशक आदर्श कटियार की ओर से जारी आदेश में निर्देशित किया गया कि जिन पुलिसकर्मियों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण विवेचना अथवा अभियोजन में लंबित है (दुर्घटना प्रकरण को छोडकऱ। तथा जिन पुलिसकर्मियो के खिलाफ भ्रष्टाचार, नैतिक अद्योपतन, शारीरिक हिंसा एवं शारीरिक हिंसा एवं अवैध निरोध संबंधी आरोपों पर विभागीय जांच लंबित है, उन्हें पुलिस थानों, क्राइम ब्रांच अथवा किसी अधिकारी के कार्यालय में कार्य के लिए तैनात नहीं किया जाएगा।
    27 थानों में लंबे समय से जमे 96 और मिले
    गौरतलब है कि एक ही थाने में लंबे समय से जमे पुलिसकर्मियों के मामले में भोपाल नगरीय पुलिस ने गत दिनों 699 पुलिसकर्मियों के तबादला आदेश जारी किए थे। डीसीपी स्तर के अधिकारियों से मंगाई गई जानकारी के बाद जब अफसरों ने टीआई से सर्टिफिकेट मांगा कि आपके थाने में ऐसे पुलिसकर्मी तो नहीं हैं, जो लंबे समय से जमे है। इसके बाद 96 और पुलिसकर्मियों के नाम सामने आए। यह 96 पुलिसकर्मी 27 थानों में पदस्थ थे, जिनका शुक्रवार को तबादला आदेश जारी किया गया। अभी 10 और थानों की अपडेट सूची आना बाकी है। बानी 96 के बाद और भी ऐसे पुलिसकर्मियों के ट्रांसफर होंगे। कार्यालय पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) की ओर से यह तबादला आदेश जारी हुआ है, जिसे पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र ने अनुमोदित किया है। जल्द ही इन पुलिसकर्मियों को अपनी नवीन पदस्थापना पर आमद देनी होगी। इन 96 पुलिसकर्मियों में एसआई से लेकर आरक्षक शामिल है, जिनकी नवीन पदस्थापना की गई है। इन 27 थानों में बागसेवनिया, शाहपुरा, कोहेफिजा, छोला मंदिर, हनुमानगंज, निशातपुरा, पिपलानी, ऐशबाग, टीला जमालपुरा, मिसरोद, कोलार, टीटीनगर, स्टेशन बजरिया, अरेग हिल्स, महिला थाना, गौतम नगर, थाना अजाक, चुनाभट्टी, कमलानगर, एमपीनगर, अशोका गार्डन, रातीबड़, अयोध्यानगर, गांधीनगर, जहांगीराबाद, मंगलवारा और कटारा हिल्स शामिल है। कुल 37 थानों में क्राइम ब्रांच, महिला थाना व अजाक को भी शामिल किया गया है। जिन थानों की सूची आना बाकी है उनमें थाना क्राइम ब्रांच, बैरागढ़, खजूरी सडक़, गोविंदपुरा, हबीबगंज, अवधपुरी, श्यामला हिल्स, कोतवाली, तलैया और शाहजहांनाबाद  शामिल है। बताया गया है कि जिला भोपाल के गत दिनों 148 नवआरक्षक मिले है, जिससे बल की कमी में राहत आएगी। इन 148 नवआरक्षकों में से 103 को नियुक्ति दे दी गई है। एक जुलाई को यह नव आरक्षक प्रशिक्षण के लिए जाएंगे।

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