
- रवि खरे
स्विस बैंकों में तीन गुना बढ़ा भारतीयों का पैसा, जमा राशि में 11 फीसदी का उछाल
स्विस बैंकों में भारतीय जमा राशि 2024 में तीन गुना से भी ज्यादा बढक़र 3.5 बिलियन स्विस फै्रंक (लगभग 37,600 करोड़ रुपये) हो गई है। इसका मुख्य कारण स्थानीय शाखाओं और अन्य वित्तीय संस्थानों के जरिए जमा धन में भारी वृद्धि है। स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक ने इस संबंध में अपने वार्षिक आंकड़े गुरुवार को जारी किए। हालांकि, भारतीय ग्राहकों के खातों में जमा धन 11 फीसदी बढक़र 346 मिलियन स्विस फै्रंक (करीब 3,675 करोड़ रुपये) हुआ, जो कुल जमा राशि का लगभग दसवां हिस्सा ही है। स्विस बैंकों में जमा भारतीयों और भारतीय कंपनियों के पैसे में 2023 में भारी गिरावट दर्ज की गई थी। उस साल जमा राशि लगभग 70 फीसदी घट गई थी, जिससे कुल रकम घटकर करीब 9,771 करोड़ रुपये या 1.04 अरब स्विस फै्रंक रह गई थी। यह पिछले कई वर्षों में सबसे निचले स्तर था। लेकिन 2024 में इस स्थिति में बड़ा बदलाव देखने को मिला।
विमान का ब्लैक बॉक्स किस जगह डिकोड होगा, सरकार ने किया स्पष्ट
सरकार ने स्पष्ट किया है कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) एअर इंडिया के दुर्घटनाग्रस्त ड्रीमलाइनर के ब्लैक बॉक्स को डिकोड करने के स्थान पर निर्णय लेगा। एएआईबी की एक बहु-विषयक टीम इस हादसे की जांच कर रही है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से यह स्पष्टीकरण ब्लैक बॉक्स को अमेरिका भेजे जाने की खबरों के बीच आया। मंत्रालय ने कहा, डिजिटल फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर (डीएफडीआर) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) का एक सेट 13 जून 2025 को दुर्घटना स्थल से बरामद हुआ और दूसरा सेट 16 जून को मिला। विमान के इस मॉडल में दो ब्लैक बॉक्स सेट हैं। स्थानीय प्राधिकारियों और एजेंसियों से सभी आवश्यक सहयोग के साथ एएआईबी जांच लगातार आगे बढ़ रही है। साइट दस्तावेजीकरण और साक्ष्य संग्रह समेत प्रमुख रिकवरी कार्य पूरा हो चुका है और आगे का विश्लेषण अब चल रहा है। नागरिक उड्डन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने तीन एयरबस विमानों के आपातकालीन उपकरणों की जांच के लिए निर्धारित तिथि से अधिक समय होने के बावजूद उड़ान भरने पर एअर इंडिया को सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने के लिए चेतावनी दी है।
जल्द सेना को मिलेगी हाइपरसोनिक मिसाइल, रडार की पकड़ में नहीं आएगी
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने दावा किया कि ध्वनि की गति से भी पांच गुना तेज रफ्तार वाली हाइपरसोनिक मिसाइल भारत को अगले दो से तीन साल में मिल जाएगी। भारत ने पहली बार आधिकारिक रूप से कहा है कि दो से तीन साल में इसे सेना में शामिल कर लिया जाएगा। इसकी जद में पूरा पाकिस्तान जबकि आधा चीन आ जाएगा। डीआरडीओ के प्रमुख डॉ समीर वी कामत ने एक समाचार चैनल के साथ बातचीत में कहा, भारत हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक पर तेजी से काम कर रहा है। हम इस दिशा में शुरुआती सफलताएं हासिल कर चुके हैं। अगले दो से तीन साल में इसका अंतिम परीक्षण पूरा हो जाएगा और फिर इसे सेना में शामिल कर लिया जाएगा। कामत ने कहा, यह मिसाइल हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डेमॉन्स्ट्रेटर व्हीकल पर आधारित है, जिसका भारत ने 2020 में ही सफल परीक्षण कर लिया था। पिछले साल नवंबर में ओडिशा में डीआरडीओ ने पहली बार लंबी दूरी की हाइपरसोनिक मिसाइल का भी सफल परीक्षण किया।
इजराइल-ईरान तनाव: 4 दिन से होटल में बंद शमां, परिजनों ने सरकार से लगाई गुहार
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ की रहने वाली एक महिला शमां अफरोज इन दिनों ईरान में फंसी हुई हैं। उनका परिवार गहरे तनाव में है और उन्होंने भारत सरकार से उनकी सुरक्षित वापसी की गुहार लगाई है। बताया जा रहा है कि शमां अफरोज कारवां-ए-हैदरी नामक एक तीर्थयात्री समूह के साथ 30 मई को दिल्ली से ईरान के लिए रवाना हुई थीं। इस समूह में उत्तर प्रदेश के 12 श्रद्धालु शामिल हैं, जो ईरान के कुम जिले में एक होटल में बीते चार दिनों से फंसे हुए हैं। अलीगढ़ में रहने वाले शमां अफरोज के भाई असलम मेहंदी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उनकी बहन ने फोन कर उन्हें जानकारी दी कि ईरान और इजराइल के बीच चल रहे युद्ध के हालात के कारण स्थिति बहुत खराब हो गई है और होटल से बाहर निकलना लगभग असंभव हो गया है। वहां इंटरनेट और संचार व्यवस्था भी बार-बार बाधित हो रही है। असलम ने भारत सरकार, विदेश मंत्रालय और स्थानीय प्रशासन से आपातकालीन कार्रवाई की मांग की है।