पुणे में बारिश का हाहाकार, डुब गया सबकुछ, पंजाब में अब तक 6 की मौत

बारिश
  • केरल में तेज बारिश, 9 जिलों के स्कूल-कॉलेज में छुट्टी

नई दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। देश के 5 राज्यों में मानसून पहुंच चुका है। 24 मई को केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु को कवर करने बाद मानसून ने 25 मई को पूरा गोवा और महाराष्ट्र के कुछ हिस्से को कवर किया है। रविवार को महाराष्ट्र में 35 साल बाद तय समय से पहले मानसून पहुंचा। राज्य में मानसून अमूमन 5 जून के आसपास एंट्री करता था। इस बार 10 दिन पहले पहुंचा। इसके पहले 1990 में 20 मई को पहुंचा था। मानसूनी बारिश पश्चिमी महाराष्ट्र में शुरू हुई है। रविवार को पुणे जिले में तेज बारिश हुई। पुणे-सोलापुर हाईवे पर पाटस इलाके में बादल फटा। इसके चलते कई नदी-नाले अचानक उफान पर आ गए। यहां कई गाडिय़ां बह गईं, ट्रैक्टर भी पानी में डूब गया। पुणे के बारामती और इंदापुर में बाढ़ सी स्थिति बनी। यहां एनडीआरएफ की 2 टीमें रेस्क्यू के लिए तैनात की गई हैं। पुणे के बारामती में 83.6 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि इंदापुर 35.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इंदापुर के 70 गांवों और बारामती के 150 घरों में बारिश का पानी घुस गया था। केरल में भारी बारिश जारी है। त्रिशूर में चलती ट्रेन पर पेड़ गिर गया। कोझिकोड में स्कूटर चलाते समय एक व्यक्ति पर पेड़ गिरा, जिससे उसकी मौत हो गई। कोडंचेरी में भाई-बहनों की करंट लगने से मौत हो गई। राज्य के 9 जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद हैं। वहीं, यूपी में आज 27 जिलों में बारिश का अलर्ट है। 15 साल में यह पहला मौका है जब नौतपा के 9 दिन में एक दिन भी लू नहीं चलेगी। नौतपा के पहले दिन 20 जिलों में जोरदार बारिश हुई। भारत सरकार आज एडवांस भारत फोरकास्ट सिस्टम लॉन्च करेगी। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह इसे देश को सौंपेंगे। यह सिस्टम आपदा प्रबंधन, खेती, जल प्रबंधन और सार्वजनिक सुरक्षा में पंचायत स्तर तक मदद करेगी। सिस्टम मौसम के बारे में पहले से कहीं ज्यादा सटीक और छोटी से छोटी जानकारी देगा।
आंधी-बारिश से पंजाब में बिजली आपूर्ति ठप
पंजाब में देर शाम चली तेज आंधी और वर्षा ने कई जिलों में तबाही मचाई। तेज हवाओं के कारण पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए, जिससे कई इलाकों में घंटों तक बिजली आपूर्ति ठप रही। इससे अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है। दो लोगों की लुधियाना, दो की जालंधर और दो की तरनतारन में मौत हुई है। इससे लोगों की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित रही और रविवार को छुट्टी वाले दिन परेशानी का सामना करना पड़ा। सबसे अधिक असर अमृतसर, लुधियाना और जालंधर जैसे बड़े जिलों में देखने को मिला। अमृतसर में 601 बिजली के पोल और 119 ट्रांसफार्मर टूट गए, जिससे कई क्षेत्रों में 21 घंटे तक बिजली नहीं आई। जालंधर में स्थिति और भी गंभीर रही, जहां आंधी और बारिश के बाद 27 घंटे तक बिजली गुल रही और विभाग को करीब 8000 शिकायतें प्राप्त हुई।

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