- सफलता के लिए जरूरी है हर दिन छोटा प्रयास, जीत का मंत्र: आसान शुरूआत, लगातार प्रयास
- प्रवीण कक्कड़

क्या आप भी अपने जीवन में बड़ा बदलाव चाहते हैं? तो यह लेख आपके लिये है। हमारे जीवन में बड़ा बदलाव अचानक नहीं आता, बल्कि यह हमारे छोटे-छोटे प्रयासों का नतीजा होता है। जी हाँ, एक दिन में किए गए बड़े बदलाव से कहीं ज़्यादा शक्तिशाली है हर दिन किया गया छोटा प्रयास। किसी पहाड़ की चोटी पर पहुंचना है तो एक-एक कदम बढ़ाना होगा। अपनी उन छोटी आदतों पर काम करें, जो आपको आपके बड़े लक्ष्य तक ले जाएंगी। किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए महत्वपूर्ण है शुरूआत। अपनी शुरूआत को इतना आसान बनाएं कि ना कहने का म नही न करें। जैसे रोज किताब का एक पेज पढऩा या महज 200 मीटर वॉकिंग। कई बार आपके घर का माहौल भी मैजिक की तरह काम करता है, जैसे किताबों को हमेशा सामने रखना और किचन से जंक फुड बाहर करके केवल हेल्दी खाना रखना। इसके साथ ही आपको निरंतरता के सिद्धांत पर अटल रहना होगा। जो भी काम शुरू करें उस पर लगे रहें।
सिस्टम बनाएं, सिर्फ लक्ष्य नहीं
सफलता का रास्ता बड़े-बड़े लक्ष्यों को तय करने से नहीं, बल्कि सही सिस्टम बनाने से होकर गुजरता है। उदाहरण के लिए फिट रहना है तो सिर्फ वजन कम करने का लक्ष्य नहीं, बल्कि रोज व्यायाम करने का सिस्टम बनाएं। रोज 20 मिनट टहलने या व्यायाम करने का सिस्टम बनाना ज्यादा इसलिए महत्वपूर्ण है। क्योंकि जब आप एक मजबूत सिस्टम बनाते हैं, तो लक्ष्य अपने आप हासिल होते चले जाते हैं।
आदतों को आसान बनाएं: 5-मिनट नियम
किसी भी नई आदत को शुरू करना अक्सर मुश्किल लगता है, लेकिन इसे बेहद आसान बनाया जा सकता है। 5-मिनट नियम कहता है कि किसी भी नई आदत को इतना सरल बनाओ कि उसे शुरू करने में आपको महज पांच मिनट या उससे भी कम लगें। सोचिए, रोज सिर्फ एक पेज किताब पढऩा या बस 3 मिनट स्ट्रेचिंग करना। ये छोटी शुरुआतें ही आपकी आदतों को मजबूत और टिकाऊ बनाती हैं। जब आप छोटे कदम उठाते हैं, तो प्रतिरोध कम होता है और आप आसानी से शुरुआत कर पाते हैं।
अपने माहौल को ढालें
आपकी सफलता की राह आपके आस-पास के माहौल से बहुत प्रभावित होती है। अगर आप स्वस्थ खाना चाहते हैं, तो अपने किचन और फ्रिज में सिर्फ ताजे और स्वस्थ विकल्प रखें और अस्वस्थ चीजों को हटा दें। अगर आप ज्यादा पढऩा चाहते हैं, तो किताबों को अपने सामने, आसानी से पहुंचने वाली जगह पर रखें। अपने वातावरण को अपने लक्ष्यों के हिसाब से ढालना अच्छी आदतों को अपनाने और बुरी आदतों को छोडऩे में बेहद मददगार साबित होता है।
स्वयं में सुधार पर करें फोकस
हम अक्सर दूसरों से अपनी तुलना करते हैं, लेकिन यह हमें निराशा के सिवा कुछ नहीं देता। किसी और से खुद को कंपेयर करने की जगह, स्वयं में सुधार पर फोकस करें। यदि आप रोज बस 1 प्रतिशत बेहतर बनते हैं, तो एक साल में आप खुद का एक बिल्कुल नया और बेहतरीन वर्जन बन जाएंगे। यह 1 प्रतिशत सुधार की शक्ति ही है जो समय के साथ अविश्वसनीय परिणाम देती है।
निरंतरता ही कुंजी है
किसी भी काम में सफल होने के लिए निरंतरता सबसे महत्वपूर्ण है। एक बार जो प्रयास शुरू करें, उसमें लगे रहें। आप पाएंगे कि यह धीरे-धीरे आपकी आदत बन जाएगा और फिर इसे निभाना आसान हो जाएगा। याद रखें, एक या दो दिन का ब्रेक आपको पूरी तरह पटरी से नहीं उतारता, महत्वपूर्ण यह है कि आप फिर से शुरुआत करें और ट्रैक पर वापस आएं।
अपनी छोटी जीतों का करें जश्न
अपनी हर छोटी उपलब्धि का जश्न मनाना न भूलें। जब आप अपनी प्रगति देखते हैं, तो आपका आत्मविश्वास बढ़ता है और आपकी अगली जीत की भूख और भी तेज हो जाती है। यह सकारात्मक सुदृढीकरण आपको प्रेरित रखता है और आपको अपनी आदतों को बनाए रखने के लिए ऊर्जा देता है।
पहचान बदलें, आदतें अपने आप बदलेंगी
अपनी पहचान बदलकर आदतें बदली जा सकती हैं। मैं व्यायाम करना चाहता हूं कहने के बजाय, जब आप यह मानना शुरू करते हैं कि मैं एक फिट और स्वस्थ व्यक्ति हूं, तो व्यायाम करना आपके लिए स्वाभाविक हो जाता है। जब आपकी आदतें आपकी पहचान का हिस्सा बन जाती हैं, तो उन्हें निभाना आसान और सहज हो जाता है।
आप जो बार-बार करते हैं, वही आपका भविष्य बनाता है। बड़े सपने छोटी आदतों से ही पूरे होते हैं। सफलता कोई अचानक मिलने वाला परिणाम नहीं है, बल्कि यह छोटे, लगातार और सोचे-समझे प्रयासों का नतीजा है। तो, आज से ही अपनी उन छोटी आदतों पर काम करना शुरू करें, जो आपको आपके बड़े लक्ष्यों तक ले जाएंगी।
(लेखक पूर्व पुलिस अधिकारी हैं)