
- मध्यप्रदेश के लिए निवेश की संभावनाएं तलाशेंगे सीएम
गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र को औद्योगिक हब बनाने के मिशन पर काम कर रहे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव चार दिनी यात्रा पर जापान पहुंच गए हैं। इस यात्रा के दौरान वे जापान के उद्योगपतियों-निवेशकों को ग्लोबल इंवेस्टर समिट में शामिल होने का न्योता तो देंगे ही, साथ ही मप्र-जापान की पार्टनरशिप को भी और मजबूत करेंगे। विजनरी सीएम मोहन यादव का यह जापान दौरा मप्र को आर्थिक मजबूती देने में अहम भूमिका निभाएगा। इस दौरे से एक तरफ राज्य में निवेशक आएंगे, तो दूसरी ओर प्रदेश के सैकड़ों युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। इसलिए सीएम यादव का इस दौरे पर खास फोकस है। सीएम मोहन यादव के इस दौरे के दौरान जिन सेक्टरों पर निवेश का फोकस होगा, उनमें कृषि, डेयरी-फूड प्रोसेसिंग, फिनटेक,आईटी-आईटीईएस-रोबोटिक्स, फार्मास्युटिकल्स, मेडिकल डिवाइस, इलेक्ट्रिक वाहन, ऑटोमोबाइल, शहरी-औद्योगिक बुनियादी ढांचे, एयरोस्पेस-रक्षा, सहित पर्यटन जैसे क्षेत्र शामिल हैं। एक साल की सरकार में प्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव ने कई ऐसे काम किए हैं, जिससे जनता को न केवल फायदा हुआ है, बल्कि लोगों का विश्वास भी बढ़ा है। सीएम यादव इस फायदे और विश्वास को किसी कीमत पर कम होने नहीं देना चाहते। वे चाहते हैं कि जितनी जल्दी हो सके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन ज्ञान (गरीब-युवा-अन्नदाता-नारी शक्ति) को पूरा कर लिया जाए। और, इसलिए वे हर तरह क दौरे को भी मिशन के रूप में ही ले रहे हैं। उनका उद्देश्य मध्य प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में तीव्र गति से शामिल करना है। मुख्यमंत्री के रवाना होने से पहले सरकार के 10 अफसर जापान पहुंच चुके हैं। इनमें मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह, जनसंपर्क विभाग के कमिश्नर डॉ. सुदाम खाड़े, भोपाल एमपीआइडीसी क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक विशाल सिंह चौहान, इंदौर एमपीआइडीसी क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक राजेश राठौर समेत एमपीआइडीसी के आकाश श्रीवास्तव, सुवीध शाह आदि शामिल है। जापान तकनीक और आर्थिक क्षेत्र में मप्र के साथ जुडक़र काम करने का इच्छुक है। जापान यात्रा प्रदेश के विकास और प्रगति के नए आयाम स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त करेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 24-25 फरवरी को भोपाल में होने जा रही जीआइएस के लिए वह जापान के उद्योग समूहों को नई तकनीक के साथ आमंत्रित करेंगे।
ऐसा रहेगा सीएम का कार्यक्रम
मुख्यमंत्री की जापान की 4 दिनी यात्रा का कार्यक्रम आज से शुरू होगा। आज भारतीय समयानुसार रात करीब 2.25 बजे सीएम टोक्यो पहुंचे। 11.30 बजे भारतीय दूतावास में आयोजित सेलिब्रेटिंग इंडिया-जापान, रिलेशनशिप मप्र में भाग लिया। टोयोटा मोटर कॉपीरेशन के वरिष्ठ अधिकारियों सहित अन्य के सार्थ बैठक। दोपहर 1.30 तक उद्योगपतियों से मीटिंग करेंगे और गवर्नर युरिको कोइके से मुलाकात करेंगे। 29 जनवरी को सुबह 7 से 8.30 बजे उद्योगपतियों से वन-टू-वन मीटिंग करेंगे। प्रमुख उद्योगपतियों और संगठनों से मुलाकात करेंगे। इनमें केदानरेन (जापान बिजनेस फेडरेशन), जेट्रो एचक्यू जैसे नाम शामिल हैं। 10.15 बजे टोक्यो स्थित ब्रिजस्टोन हेडक्वाटर्स में उद्योगपतियों से चर्चा करेंगे। पर्यटन स्थलों का भ्रमण करेंगे। दोपहर 2 बजे फ्रेंड्स ऑफ एमपी के साथ संवाद करेंगे। 30 जनवरी को मुख्यमंत्री टोक्यो से सुबह 4.30 बजे शिंकानसेन बुलेट ट्रेन से 8.30 बजे कोबे पहुंचेंगे। सिस्मेक्स कंपनी के अफसरों से मिलकर साइट का दौरा करेंगे। कोबे से ओसाका के लिए यात्रा के बाद पैनासोनिक एनर्जी के अधिकारियों से चर्चा करेंगे। ओसाका में दोपहर 3 बजे मप्र में निवेश के अवसर विषय पर सेशन में हिस्सा लेंगे। 31 जनवरी को सुबह 6 से 7 बजे तक जीटूजी एवं बीटूजी मीटिंग में रहेंगे। ओसाका से 7 बजे निकलकर क्योटो पहुंचेंगे। 8 बजे क्योटो में जापान की सांस्कृतिक और औद्योगिक प्रगति को जानने के लिए विभिन्न स्थानों का भ्रमण करेंगे। दोपहर 2 बजे क्योटो से शिंकानसेन बुलेट ट्रेन से शाम 4.30 बजे टोक्यो पहुंचेंगे।
जापान तकनीकी रूप से सक्षम राष्ट्र
गौरतलब है कि जापान तकनीकी रूप से सक्षम प्रमुख राष्ट्रों में शामिल है। अपनी यात्रा के दौरान सीएम अलग-अलग शहरों में जाएंगे। मप्र के लिए निवेश की संभावनाएं तलाशेंगे। मुख्य फोकस जापानी तकनीकों को मप्र की जमीन पर उतारना होगा। 24 व 25 फरवरी को भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट इसका माध्यम होगी। मुख्यमंत्री जीआईएस में जापान के प्रमुख उद्योगपतियों को आमंत्रित करेंगे। प्राथमिकता तकनीकी क्षेत्रों में बड़ा काम करने वाले उद्योगपतियों को दी जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अगले चार दिनों तक जापान के कई शहरों का दौरा करेंगे। वे मप्र में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। इस दौरान वे ब्रिजस्टोन, सिसमेक्स, और पेनासोनिक जैसी विश्व स्तरीय कंपनियों का दौरा करेंगे। उनकी कार्यप्रणाली और मप्र से साझेदारी की संभावनाएं भी देखेंगे। जापान रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री ने राजधानी के मानव संग्रहालय जाकर फरवरी में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियां देखीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मप्र के औद्योगिक विकास में जापान सहयोगी की भूमिका निभाएगा। उन्होंने बताया कि भोपाल में 24 और 25 फरवरी को होने वाली जीआईएस में 30 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। प्रयास है कि प्रतिभागी देशों की संख्या 50 पहुंच जाए। समिट में 15,000 से अधिक निवेशक हिस्सा लेंगे। जापान दौरे में कृषि, डेयरी, फूड प्रोसेसिंग, फिनटेक, आईटी/आईटीईएस, और ऑटोमोबाइल जैसे पारंपरिक क्षेत्रों पर चर्चा होगी। साथ ही रोबोटिक्स, मेडिकल डिवाइस, इलेक्ट्रिक वाहन, और एयरोस्पेस जैसे आधुनिक क्षेत्रों पर भी चर्चा होगी। मध्य प्रदेश जापान को एल्यूमिनियम, केमिकल्स, फार्मास्यूटिकल्स, और वस्त्र उत्पादों का निर्यात करता है। प्रदेश में ब्रिजस्टोन, पैनासोनिक, सनोह, एनएचके, और कोमात्सू जैसी जापानी कंपनियां मौजूद हैं।