अपराध एक-सा, कार्रवाई में भेदभाव

मंत्रालय
  • मामला राज्य मंत्रालय में शराबखोरी का
    भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम।
    प्रदेश की साढ़े 8 करोड़ आबादी के लिए एक सा कायदे-कानून बनाने वाले राज्य मंत्रालय में शराबखोरी की दो घटनाओं में अलग-अलग कार्रवाई का मामला सामने आया है। मामले में जहां एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पर कार्रवाई कर दी गई है। वहीं एक अपर मुख्य सचिव के निज सचिव के मामले में खानापूर्ति की गई है। इससे मंत्रालय के कर्मचारियों में आक्रोश है। गौरतलब है कि डेढ़ साल के भीतर मंत्रालय एवं मंत्रालय परिसर स्थित कार्यालय में दो कर्मचारियों पर शराब पीने के आरोप लगे हैं। खास बात यह है कि मंत्रालय के बाहर स्थित कार्यालय में शराब पीने के आरोप पर एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पर कार्रवाई कर दी गई है। जबकि मंत्रालय के भीतर शराब पीकर अपर मुख्य सचिव के निज सचिव को जान से मारने की धमकी देने के मामले में मंत्रालय सुरक्षा से लेकर भोपाल पुलिस ने सिर्फ खानापूर्ति की है। मंत्रालयीन सूत्रों का कहना है कि एक मामला 17 जनवरी 2023 का है, जिसमें मंत्रालय में अपर मुख्य सचिव (ताकतवर विभाग )के निजी सचिव जीपी सिंह को उनके कक्ष में जाकर शराब के नशे में धुत सुधीर नायक ने जान से मारने की धमकी एवं गालियां दी थी। इसकी जांच के लिए गृह विभाग द्वारा तीन दिन में प्रतिवेदन के लिए मुख्य सुरक्षा अधिकारी को कहा गया था। मुख्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा उक्त पत्र थाना अरेरा हिल्स को भेजकर तीन दिन में जांच प्रतिवेदन भेजने को कहा गया था। इस घटना के चश्मदीद गवाहों ने भी जांच अधिकारी एवं थाना अरेरा हिल्स में अपने बयान भी दर्ज कराये थे, लेकिन आज तक मामले में न तो भोपाल पुलिस के अरेरा हिल्स थाने ने कोई कार्रवाई की है और न ही सामान्य प्रशासन विभाग ने कोई कदम उठाया है।
    जांच कराई… आंच नहीं आई
    गौरतलब है कि सामान्य प्रशासन विभाग ने भी आईएएस अधिकारी आशीष कुमार से जांच कराई थी। कोई अपराध दर्ज नहीं किया गया है। खास बात यह है कि मंत्रालय में शराब पीकर कर्मचारी को धमकाने के वीडियो भी पुलिस एवं सामान्य प्रशासन विभाग के जांच अधिकारी को दिए गए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस मामले में कार्रवाई नहीं होने पर आवेदन जीपी सिंह ने पुन: साप्रवि में अभ्यावेदन दिया था, जिस पर दोबारा जांच विचाराधीन है। दूसरी घटना मंत्रालय के बाहर मंत्रालय स्पोर्ट्स क्लब की है। एक अखबार में छपी एक खबर एवं फोटो के आधार चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय जांच की तैयारी है। चतुर्थ श्रेणी दो कर्मचारी शेरसिंह एवं संजय सक्सेना को एक फोटो के आधार पर शराबखोरी करने के आरोप पर नोटिस पर नोटिस दिये जाकर विभागीय जांच प्रस्तावित करने का प्रयास किया जा रहा है। मंत्रालय में शराबखोरी से जुड़े मामलों में जिस तरह से कार्रवाई की जा रही है। उससे सामान्य प्रशासन विभाग, सुरक्षा एवं भोपाल पुलिस की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। बताया गया कि सुधीर नायक मंत्रालय कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं। संघ की मान्यता का मामला विचाराधीन है।
    इस बीच झुग्गी के पते पर पंजीकृत संगठन के अध्यक्ष है।

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