
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। लोकसभा चुनाव के मतदान से ठीक पहले कांग्रेस छोडक़र भगवा बाना पहनकर भाजपा में आए रामनिवास रावत को हाल ही में कैबिनेट मंत्री का ताज पहना दिया गया है। उनके मंत्री बनने के बाद अब अमरवाड़ा विधानसभा सीट का उपचुनाव जीतने वाले कमलेश शाह की बारी है। शाह ही वह तुरुप का पत्ता थे, जिनकी वजह से छिंदवाड़ा में कमलनाथ को चुनौती दी जा सकती थी। आखिरकार भाजपा इस पत्ते को अपने पास लाने में सफल रही है। इसका फायदा भी भाजपा को पहले लोकसभा चुनाव और इसके बाद कांग्रेस और कमल नाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में भाजपा को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले कमलेश शाह उपचुनाव जीतने के साथ ही मंत्री पद के मजबूत दावेदार बन कर उभरे हैं। वैसे भी भाजपा आदिवासी वर्ग से आने वाले कमलेश शाह को मंत्री बनाने का आश्वासन देकर ही भाजपा में लाई थी। इसके अलावा अभी तक छिंदवाड़ा जिले की सात विधानसभा सीटों में भाजपा का कोई विधायक न होने से मंत्रिमंडल में भी यहां का कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिल सका था। अब कमलेश शाह की जीत के बाद माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में एक संक्षिप्त विस्तार और होगा। उधर, बीना से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे भी भाजपा में आ गई हैं और मंत्री बनने के लिए हरी झंडी का इंतजार कर रही हैं। अभी मंत्रिमंडल में तीन पद रिक्त बने हुए हैं।
दिग्गज गोपाल भार्गव के हाथ खाली: पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव वर्ष 1984 से रहली विधानसभा क्षेत्र से लगातार चुनाव जीत रहे हैं। वे भी मंत्री पद के दावेदार हैं। भार्गव इस निर्णय से नाराज बताए गए हैं। कई अन्य नेताओं के विरोध के स्वर भी अब धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं। मध्य प्रदेश में भूपेंद्र सिंह को शिवराज सिंह चौहान के बाद ओबीसी वर्ग का सबसे बड़ा नेता माना जाता रहा है। भूपेंद्र खुरई विधानसभा सीट से विधायक हैं और सागर सीट से लोकसभा सदस्य भी रह चुके हैं। वे भी मंत्री बनने की कतार में हैं। बृजेंद्र प्रताप सिंह हों या जयंत मलैया, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डा. सीतासरन शर्मा या गिरीश गौतम, सभी मंत्री बनना चाहते हैं।
मोदी को भी लिख चुके हैं पत्र: शर्मा किसान आंदोलन को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिख चुके हैं। इसके अलावा उस समय उनके द्वारा फेसबुक पोस्ट में सरकार को दो टूक लिखा था कि सत्ता का मद सिर चढ़ गया है और सरकार दुर्लभ जनमत को खो रही है। उसमें उन्होंने लिखा था कि राष्ट्रवादी सरकार बनने तक हज़ारों राष्ट्रवादियों ने अपने जीवन और यौवन को खपाया है ।पिछ्ले 100 वर्षों से जवानियाँ अपने त्याग समर्पण और परिश्रम से मातृभूमि की सेवा तथा राष्ट्रहित सर्वोपरि की विचारधारा के विस्तार में लगी हुई है।
भाजपा नेता नाखुश
कांग्रेस से आए नेताओं को मंत्री बनाए जाने से पार्टी में लगातार असंतोष बढ़ रहा है। दरअसल, कांग्रेस से आए नेताओं को मंत्री पद दिए जाने से भाजपा के उन विधायकों में नाराजगी है, जो मंत्री बनने के सपने देख रहे थे। ऐसे एक नहीं कई वरिष्ठ विधायक हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान भी लाखों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भाजपा में एंट्री से पार्टी के मूल कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर पड़ा है। कुछ दिन पहले ही मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने मंत्रिमंडल का पहला विस्तार किया। इसमें मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहे रामनिवास रावत को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। ऐसे राजनीतिक निर्णय से भाजपा में कई दिग्गज नाराज हैं।