केजरीवाल ने लोकप्रियता की कीमत चुकाई: शत्रुघ्न सिन्हा

आसनसोल/बागदा। पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से फिर से चुनाव लड़ रहे टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं को मोदी सरकार द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। केंद्रीय एजेंसियों से उनका उत्पीड़न कराया जा रहा है। सिन्हा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के साथ एकजुटता व्यक्त की। कहा, केजरीवाल ने लोगों के बीच अपनी लोकप्रियता की कीमत चुकाई है। उनकी जमानत के बारे में सुनकर बहुत अच्छा लगा। बता दें कि शराब नीति घोटाले में कथित संलिप्तता के आरोप में ईडी ने अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को 10 मई को अंतरिम जमानत दे दी थी।

2009 से 19 तक भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रह चुके सिन्हा ने चुनावी बॉन्ड मामले पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। कहा, सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे असंवैधानिक घोषित कर दिया है। राजनीतिक दलों के वित्तपोषण में पारदर्शिता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति परकला प्रभाकर की टिप्पण चुनावी बॉन्ड योजना दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला है, सच है। संभावित प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवारों को लेकर चल रही अटकलों के बारे में सिन्हा ने कहा, ममता दीदी की नेतृत्व क्षमता, उनका सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड और उनकी जमीनी स्तर की अपील उन्हें संभावित पीएम उम्मीदवार बनाती है। मैं पीएम बनने के लिए आवश्यक किसी अन्य विशिष्ट योग्यता के बारे में नहीं सोचता।

संदेशखाली मुद्दे पर सिन्हा ने कहा, टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी पहले ही इस मामले की सच्चाई के बारे में लोगों को बता चुके हैं। मामला अदालत में भी है। हालांकि, महिलाओं के खिलाफ अत्याचार का मामला सच पाया जाता है, तो मैं दृढ़ता से जवाब दूंगा। उन्होंने सीएए और एनआरसी पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विरोध का समर्थन किया। कहा, अगर उन्होंने गारंटी दी है कि बंगाल में सीएए और एनआरसी लागू नहीं किया जाएगा, तो इसका मतलब यह है कि मोदी की गारंटी पर कोई भरोसा नहीं करेगा, लेकिन दीदी की गारंटी पर लोगों को भरोसा है। शत्रुघ्न सिन्हा ने आगे कहा, मैंने अपने कार्यकाल के दौरान सांसद विकास निधि का उचित उपयोग किया है। इस पर एक व्यापक रिपोर्ट बनाई है, जिसे मीडिया में जारी किया गया है।

वहीं, टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने रविवार को टीएमसी उम्मीदवार बिस्वजीत दास के समर्थन में बोनगांव लोकसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान नागरिकता के मुद्दे पर उन्होंने कहा, भाजपा नेता अमित शाह यहां आए और मतुआओं को ‘शरणार्थी’ कहा, लेकिन मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं। वे आपके और मेरे जैसे ही भारतीय नागरिक हैं जो सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाने के हकदार हैं। बनर्जी ने भाजपा पर मतुआ समुदाय के लोगों की भावनाओं के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाया, जो उत्तर 24 परगना जिले के निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं का एक बड़ा हिस्सा हैं।

बनर्जी ने रैली के दौरान संदेशखाली का मुद्दा दोहराया। कहा, भाजपा नेताओं ने कुछ महिलाओं को मनगढ़ंत आरोप लगाने के लिए 2,000 रुपए की पेशकश करके अपने दिल्ली के आकाओं को उनकी गरिमा बेच दी। महिलाएं अब सामने आ रही हैं और सच्चाई बता रही हैं कि संदेशखाली में कोई बलात्कार नहीं हुआ था। भाजपा नेताओं ने फर्जी बलात्कार के मामले दर्ज करने के लिए उनसे कोरे कागजों पर हस्ताक्षर करवाए। इन बंगाल विरोधी तत्वों ने पूरे देश के सामने राज्य को बदनाम किया।

वहीं, भाजपा ने टीएमसी के आरोपों को खारिज कर दिया। भाजपा के राज्य प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने दावा किया कि वीडियो मनगढ़ंत थे। टीएमसी चुनाव से पहले कहानी बदलने के लिए फर्जी वीडियो का इस्तेमाल कर रही है। टीएमसी को संदेशखाली की महिलाओं की गरिमा का सबसे कम ख्याल है। सभी वीडियो फर्जी और छेड़छाड़ किए गए हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर अदालत जाने की धमकी भी दी।

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