आचार संहिता लगते ही आएगी वन अफसरों की सूची

वन अफसरों की सूची
  • दो माह से कई महत्वपूर्ण रिक्त पदों पर अफसरों का है इंतजार

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। चुनाव आयोग आज अपरान्ह लोकसभा चुनाव की घोषणा करने जा रहा है। इसके साथ ही आचार संहिता लग जाएगी, लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदार वन विभाग के अफसरों के ताबदला सूची ही जारी नहीं कर सके हैं। अब आनन फानन में इसकी तैयारी की जा रही है। माना जा रहा है कि आचार संहिता लगते तक विभाग तबादले की बड़ी सूची जारी कर देगा। लगभग यही हाल आईएएस और आईपीएस के तबादलों में रहा है। इसकी वजह से ही आधी रात के बाद तबादलों की बड़ी सूची जारी करनी पड़ी। इसके बाद भी अब तक वन विभाग की कोई भी सूची जारी नहीं हो सकी है, जबकि विभाग के आईएफएस, राज्य वन सेवा के अफसरों के अलावा रेंजरों के स्तर तक के तबादले किए जाना है। विभागीय सूत्रों के अनुसार आज दोपहर में सूची जारी की जा सकती है। विभाग में यह हाल तब हैं, जबकि तीन शीर्षस्थ पद बीते दो माह से रिक्त चल रहे हैं। इन पदों पर पोस्टिंग करने के प्रस्ताव बीते दो माह से मंत्रालय में पड़े हुए हैं। दरअसल प्रस्तावों को लेकर मंत्री के यहां से लगातार कांट छांट के चलते मामला अटकता रहा है। दरअसल लघु वनोपज संघ और वन विकास निगम के प्रबंध संचालक का पद एक जनवरी से रिक्त हैं। इसके अलावा पीसीसीएफ वन्य प्राणी का पद भी फरवरी से रिक्त पड़ा हुआ है।  इन पदों पर अफसरों को पदस्थ करने का प्रस्ताव मंत्रालय को भेजा गया था, किंतु एक महीने से अधिक समय तक मंत्री के बंगले पर पड़ा रहा। इस दौरान उसमें मनमाफिक काट-छांट की जाती रही। सूत्रों की माने तो सबसे अधिक रस्साकशी लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक के पद को लेकर चलती रही है। फेडरेशन के प्रबंध संचालक के पद पर विभाष ठाकुर का नाम लगभग तय माना जा रहा है। जबकि पीसीसीएफवर्किंग प्लान डॉ. अतुल श्रीवास्तव भी दावेदारी कर रहे थे, पर उनकी सेवानिवृत्ति नजदीक थी,जिसकी वजह से मंत्री विभाग के प्रस्ताव पर सहमत नहीं हुए। अब श्रीवास्तव पीसीसीएफवन्य प्राणी पद पर पोस्टिंग करने की जुगाड़ में हैं। इसी प्रकार वन विकास निगम के प्रबंध संचालक के लिए आरके यादव के नाम पर सहमति बन गई है। आदेश की प्रतीक्षा में एक महीने से अधिक का समय बीत गया है।
इन जिलों के अफसरों के तबादले तय
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री सचिवालय में दो दर्जन से अधिक आईएफएस अधिकारियों की तबादला सूची में अटकी है। इस सूची में एपीसीसीएफ, सर्कल पदस्थ होने वाले सीएफ और डीएफओ के नाम शामिल हैं। इसमें रायसेन, सीहोर, सतना, सीधी, साउथ सिवनी, साउथ बालाघाट और मंडला समेत डेढ़ दर्जन डीएफओ को इधर-उधर पदस्थ किया जाने का प्रस्ताव है। इनमें से अधिकांश मैनेजमेंट कोटे से नाम शामिल किए गए हैं। इसी तरह से स्थानांतरण सूची में दो दर्जन से अधिक राज्य वन सेवा अधिकारियों के नाम हैं। इसके अलावा 50 से अधिक रेंजरों को भी इधर-उधर किया जा रहा है। स्थानांतरित होने वाले रेंजरों में भोपाल, सागर, इंदौर, ग्वालियर, छतरपुर, जबलपुर सर्कल में पदस्थ रेंजर शामिल है।
पदोन्नति आदेश भी अटके
पिछले दिनों एपीसीसीएफसे पीसीसीएफ के पद पर प्रमोट हुए चार आईएफएस अधिकारी को बेसब्री से पदोन्नति आदेश का इंतजार है। इनमें एपीसीसीएफ वन्य प्राणी शुभरंजन सेन, वन विकास निगम में प्रभारी प्रबंध संचालक विवेक जैन, एपीसीसीएफ वित्त एवं बजट पंकज अग्रवाल और एपीसीसीएफ विकास के यूके सुबुद्धि के नाम प्रमुख हैं। हालांकि डीपीसी 92 बैच के अफसरों तक की कर दी गई है। इनमें ओपन विकास निगम में पदस्थ सुदीप सिंह का लिफाफा विभागीय जांच के चलते बंद कर दिया गया है।

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