
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। राष्ट्रीय चंबल घडिय़ाल सेंक्चुरी (चंबल नदी) के जलीय जीवों की वार्षिक गणना के आंकड़े आ गए। बीते एक साल में चंबल नदी में 15 डॉल्फिन, 50 मगरमच्छ बढ़े हैं, जबकि सबसे सुखद आंकड़े घडिय़ालों के रहे, जिनके वंश में 348 नए सदस्य बढ़े हैं। प्रवासी पक्षी इंडियन स्कीमर की संख्या में भी 103 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। गौरतलब है, कि भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून (डब्ल्यूआईआई) के जलीय जीव विशेषज्ञ, घडिय़ाल सेंक्चुरी के कर्मचारी एवं रिसर्च स्कालर्स की टीम हर साल फरवरी महीने में चंबल घडिय़ाल सेंक्चुरी में घडिय़ाल, मगरमच्छ, डॉल्फिन और इंडियन स्कीमर पक्षियों की गणना करते हैं। चंबल घडिय़ाल सेंक्चुरी में श्योपुर जिले की 60 किमी लंबी पार्वती नदी के अलावा श्योपुर-मुरैना-भिंड जिले की सीमा में 435 किलोमीटर लंबी चंबल नदी आती है।
करीब 20 दिन चले सर्वे में सामने आया है, कि घडिय़ालों की संख्या 2108 से बढक़र 2456 हो गई है, मगरमच्छ भी 878 से बढक़र 928 हो गए हैं। दुर्लभतम गेंगेटिक डाल्फिन (प्लेटिनेस्टा गेंगेटिका) भी 96 से बढक़र 103 हो गई हैं। पहली बार है जब चंबल में डॉल्फिन का आंकड़ा 100 के पार हुआ है। बीते दो साल में चंबल नदी में 40 डॉल्फिन बढ़ी हैं, इतनी वृद्धि पहले कभी नहीं हुई। जलीय जीवों के अलावा इंडियन स्कीमर पक्षियों की संख्या भी इस साल की गणना में 740 से बढक़र 843 दर्ज हुई है।
46 साल में 100 से 2456 पहुंचे घडिय़ाल
चंबल नदी का पानी स्वच्छ होने के कारण इसे घडिय़ालों के लिए सबसे बेहतर स्थान माना गया और सरकार ने घडिय़ाल संरक्षण के लिए साल 1978 में चंबल घडिय़ाल सेंक्चुरी की स्थापना की थी। 48 साल पहले जब यह घडिय़ाल सेंक्चुरी बनी तब चंबल नदी में 100 से भी कम घडिय़ाल थे, जिनकी संख्या अब 2456 हो गई है।
बाढ़ के बाद 2022 में घटे थे जलीय जीव
गौरतलब है, कि साल 2021 में चंबल नदी में भीषण बाढ़ आई थी, इस कारण साल 2022 की जलीय जीव गणना में 162 घडिय़ाल, 11 डॉल्फिन और 18 मगरमच्छ कम हुए थे। घडिय़ाल 2176 से घटकर 2014 पर आ गए थे। डॉल्फिन की आबादी 82 से कम होकर 71 और मगरमच्छ 886 से घटकर 873 बताए गए थे। पांच साल 2016 से 2020 तक चंबल नदी में डॉल्फिन की संख्या घटती जा रही थी। 2022 की गणना में भी 11 डॉल्फिन घटी थी, जो एक साल में डॉल्फिन की संख्या में सबसे बड़ी गिरावट थी।
सात साल में किस प्रजाति का वंश कितना घटा
बढ़ा वर्ष – घडिय़ाल – डाल्फिन – मगरमच्छ 2016 – 1162 – 78 – 4542017 – 1255 – 75 – 5622018 – 1681 – 74 – 6132019 – 1876 – सर्वे नहीं – 7062020- 1859 – 68 – 7102021- 2176 – 82 – 8862022- 2014 – 71 – 8732023- 2108 – 96 – 8782043- 2456 – 111 – 928
नोट: आंकड़े वन विभाग के रिकार्ड से दिए गए हैं।