बगैर काम के सरकार दे रही स्पेशल डीजी को मोटा वेतन

स्पेशल डीजी
  • वीआरएस के आवेदन को भी किया खारिज

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मध्य प्रदेश की अफसरशाही के निशाने पर कब कौन आ जाए और किस पर मेहरबानी हो जाए कहा नहीं जा सकता है। इसके ढेर उदाहरण सामने आ चुके हैं। अब सूबे में नई सरकार बनने के बाद लग रहा है कि हालात बदलेंगे , लेकिन अब तक ऐसा होता नहीं दिख रहाहै। इसकी वजह है सरकार बनने के बाद अफसरों की नए सिरे से पदस्थापना होने में देरी होना है। प्रदेश के सबसे सीनियर आईपीएस अफसर स्पेशल डीजी पुरुषोत्तम शर्मा को सरकार द्वारा बगैर काम के लंबे समय से वेतन के रुप में मोटी रकम दी जा रही है, लेकिन इसके बाद भी उन्हें काम नहीं दिया जा रहा  है, जबकि प्रदेश के कई विभागों में ऐसे अफसर है जिनके खिलाफ कई गंभीर मामलों और भ्रष्टाचार की जांचे चल रही है , लेकिन उन्हें मलाईदार जगहों पर पदस्थ कर जमकर उपकृत किया जा रहा है।  अगर स्पेशल डीजी शर्मा की बात की जाए तो वे करीब 20 महीने से पुलिस मुख्यालय में बगैर काम के बैठे हुए हैं। इससे  नाराज शर्मा वीआरएस भी मांग चुके हैं, लेकिन शर्मा की इस मांग को सरकार द्वारा खारिज किया जा चुका है। पत्नी की पिटाई करने का वीडियो वायरल होने की यह सजा शर्मा भोग रहे हैं। अहम बात यह है कि प्रदेश के डीजीपी सुधीर सक्सेना से कैडर के मुताबिक शर्मा सीनियर है। मध्य प्रदेश कैडर के 1986 बैच की अधिकांश अफसर सेवानिवृत्त हो चुके हैं। शर्मा इकलौते अफसर हैं जो इस बैच में सर्वाधिक सीनियर मोस्ट है। जबकि सक्सेना 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। 2020 में शर्मा की पत्नी से मारपीट की शिकायत हुई थी। इसके बाद इस मामले का वीडियो सामने आने के बाद सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया था। इस पर शर्मा कैट में चले गए थे। कैट ने शर्मा को बहाल करने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार ने उस आदेश पर अमल नहीं किया तो शर्मा को पहले हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा था। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद उन्हें साल 2022 में पुलिस मुख्यालय में स्पेशल डीजी की कुर्सी तो मिल गई , लेकिन उन्हें इसकेे बाद भी काम नहीं दिया गया।
अगले साल चार स्पेशल डीजी होंगे रिटायर
प्रदेश के चार स्पेशल डीजी स्तर के अफसर अगले साल रिटायर होगे। खास बात है कि चारों आईपीएस के पास दो साल से कम का समय बचा  है। इसकी वजह यह सभी डीजी की रेस से बाहर हो गए हैं। 1987 बैच के सीनियर आईपीएस शैलेष सिंह फरवरी 2025 में रिटायर हो जाएंगे। उनके साथ ही होमगार्ड में पदस्थ डीजी अरविंद कुमार भी रिटायर होंगे। हालांकि अरविंद कुमार सेंट्रल में डीजी के पद के लिए इंपैनेल्ड हो चुके हैं। सेंट्रल एजेंसी में उन्हें डीजी का पद मिल सकता है, लेकिन प्रदेश सरकार ने उन्हें अब तक रिलीव नहीं किया है। इसके बाद सुधीर कुमार शाही भी जनवरी महीने में ही रिटायर हो जाएंगे। 1988 बैच के कैलाश मकवाना फिलहाल मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन में पदस्थ है। वे दिसंबर 2025 में रिटायर होंगे।
अप्रैल में होंगे रिटायर शर्मा
साल 1986 बैच के स्पेशल डीजी पुरुषोत्तम शर्मा अप्रैल में रिटायर हो जाएंगे। इसके बाद डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना रिटायर होंगे। हालांकि, लोकसभा का चुनाव सक्सेना के डीजी रहते ही होगा। चुनाव परिणाम के बाद भी सक्सेना डीजीपी रहेंगे। उनका रिटायरमेंट नवंबर में होना है।

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