खबरें असरदारों की/जुगाड़ के वाहन की सवारी

  • विनोद उपाध्याय
जुगाड़ के वाहन

जुगाड़ के वाहन की सवारी
2014 बैच के एक आईएएस अधिकारी विंध्य क्षेत्र के एक जिले के कलेक्टर हैं। प्रदेश की प्रशासनिक वीथिका में इन दिनों कलेक्टर साहब का वाहन चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, साहब द्वारा एमपी 18 सीए 9089 नंबर की गाड़ी का उपयोग किया जा रहा है। यह वाहन एक ठेकेदार के रिश्तेदार के नाम पर  रजिस्टर्ड है। ठेकेदार के रिश्तेदार का वाहन उपयोग किया जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। कलेक्टर साहब जिस वाहन का उपयोग कर रहे हैं, उसका इंश्योरेंस भी समाप्त हो गया है। आचार संहिता प्रभावी होने के बावजूद भी मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधान का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। वाहन का रजिस्ट्रेशन निजी होकर व्यवसायिक उपयोग के लिए नहीं किया जा सकता है। ऐसे में साहब इस वाहन का उपयोग किस तरह कर रहे हैं, चर्चा का विषय बना हुआ है।

बच्चों के निवाले की शराब
विंध्य क्षेत्र के उमरिया जिले में इन दिनों 2014 बैच के  प्रमोटी आईएएस बुद्धेश कुमार वैद्य कलेक्टर हैं। साहब को विगत दिनों खबर मिली कि जिले में मध्यान्ह भोजन में गड़बड़ी हो रही है। साहब ने इसके लिए अफसरों को निर्देशित किया, ठीक उसी समय एक शासकीय स्कूल के शिक्षक ने स्कूल के मध्यान्ह भोजन के चावल को बेचकर शराब पीकर स्कूल में बवाल कर दिया। फिर क्या था, मामला सामने आते ही उसे नोटिस दिया गया, लेकिन उसके बाद भी उसने नोटिस का जवाब नहीं दिया। इस पर कलेक्टर ने उक्त शिक्षक को निलंबित कर दिया। लेकिन इस मामले की तहकीकात के बाद यह बात सामने आई कि जिले के कई स्कूलों में शिक्षक शराब पीकर पहुंचते हैं। यही नहीं वे अपने शराब के लिए मध्यान्ह भोजन के चावल को बेच देते हैं। अब साहब ने सभी स्कूलों को रोजाना का स्टॉक देने का निर्देश दे दिया है।

मुश्किल बने  हुए हैं साहब
1986 बैच के आईपीएस अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा इन दिनों सरकार के लिए परेशानी बने हुए हैं। आलम यह है कि रह-रहकर साहब सरकार की परेशानियां बढ़ा रहे हैं। बता दें कि साहब प्रदेश के पुलिस मुखिया बनने वाले थे, लेकिन पारिवारिक विवादों के कारण उनकी मंशा पूरी नहीं हो पाई। गौरतलब है कि पारिवारिक विवादों के कारण उनकी नौकरी जाने वाली थी, लेकिन वे कैट से स्टे ले आए। उसके बाद साहब ने चुनावी साल में वीआरएस लेकर चुनाव लड़ने का मन बनाया, लेकिन सरकार ने उनको वीआरएस नहीं दिया। इससे साहब इस कदर नाराज हुए कि उन्होंने इस मामले में कोर्ट का दरवाजा खटखटा दिया। बता दें कि साहब ने कोर्ट में कई रिट पिटीशन लगा रखी हैं, जिसके कारण सरकार ने एक प्रमोटी आईएएस को ओआईसी बनाकर काम पर लगाया गया है। लेकिन साहब आए दिन सरकार को परेशान करते रहते हैं।

साइकिल पर प्रशासन
निमाड़ क्षेत्र के एक छोटे से जिले नीमच का पूरा प्रशासन विगत दिनों साइकिल पर सवार नजर आया। जिले के प्रशासनिक मुखिया दिनेश जैन के साथ ही पुलिस कप्तान अमित कुमार तोलानी साइकिल पर घूमते नजर आए। दरअसल, चुनाव आयोग के निर्देशानुसार मतदाता जागरूकता अभियान के तहत वृहद मतदाता जागरूकता साइकिल रैली आयोजित की गई। कलेक्टर साहब के नेतृत्व में पूरा जिला प्रशासन साइकिल पर सवार होकर सडक़ पर उतर आया। रैली में विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों, स्वंयसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों, स्कूल, कॉलेजों के छात्र-छात्राओं, पुलिस अधिकारी एवं पुलिस जवानों ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर मतदान के लिए मतदाताओं को जागरूक किया। इस रैली में सारे काम छोड़ दो सबसे पहले वोट दो के नारों से शहर गूंज उठा। जिला प्रशासन को ऐसा करता देख लोग काफी उत्साहित हुए और 100 फीसदी मतदान का संकल्प लिया।

…लेकिन स्थिति जस की तस
मालवा क्षेत्र के एक जिले में जब 2012 बैच के एक आईएएस अधिकारी कलेक्टर बने थे, तो उन्होंने जिला मुख्यालय के एक बाजार में स्थित आजाद चौक को व्यवस्थित कर मार्केट बनाने का दावा किया था, लेकिन वहां मार्केट तो बन नहीं पाया और अब उस जगह का भी कोई उपयोग नहीं हो रहा। करीब डेढ़ साल पहले तत्कालीन कलेक्टर ने तत्कालीन एसपी और तत्कालीन आयुक्त के साथ प्रस्तावित मार्केट का निरीक्षण किया था। यहां व्यापारियों की समस्या सुनी थी और आजाद चौक में अंदर सशुल्क पार्किंग व पे एंड यूज टॉयलेट 15 दिन में बनाने के निर्देश दिए थे। कलेक्टर और एसपी का तबादला हो गया और आयुक्त रिटायर हो गए लेकिन, अब तक कुछ नहीं हुआ। इस परिसर का उपयोग अभी शौचालय के रूप में किया जा रहा है। जबकि यह क्षेत्र शहर का सबसे महंगा इलाका है।

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