डीपी बदलते ही बीजेपी नेताओं का गायब हुआ ब्लू टिक
ट्विटर और अब -एक्स के नाम से पहचाने जाने वाले – सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डीपी बदलने के चलते कई भाजपा नेताओं को गोल्डन टिक गंवाना पड़ा है। इनमें पार्टी के कई बड़े नेता तक शामिल हैं। भाजपा नेताओं ने अपनी डीपी हर घर तिरंगा अभियान के तहत बदली थी। यह कैंपेन 77वें स्वतंत्रता दिवस से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लांच किया है। इसके तहत लोगों को सोशल मीडिया प्रोफाइल पर भारतीय तिरंगे को लगाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। इसके बाद तमाम भाजपा नेताओं ने अपनी प्रोफाइल पिक्चर बदलकर तिरंगा लगाया है। प्रोफाइल पिक बदलने के बाद जिन नेताओं ने गोल्डन टिक गंवाया है। इसमें सीएम शिवराज सिंह चौहान शामिल हैं। बता दें कि गोल्डन टिक एक वेरिफिकेशन मार्क है, जो यह साबित करता है कि अकाउंट रियल है और रियल व्यक्ति या संगठन से ताल्लुक रखता है।
पूर्व आईएएस प्रजापति अब चुनाव लडऩे की तैयारी में
प्रदेश के एक और रिटायर्ड आईएएस अधिकारी राजा भैया प्रजापति चुनावी राजनीति में किस्मत आजमाने आ रहे हैं। उन्होंने छतरपुर जिले की चंदला विधानसभा सीट पर दावा ठोका है। चुनाव लडऩे के लिए अभी उन्होंने दल का चयन नहीं किया हैं। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान में भाजपा के राजेश कुमार प्रजापति विधायक हैं। अगर किसी राष्ट्रीय राजनीतिक दल ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो वे निर्दलीय भी मैदान में उतरकर भाजपा और कांग्रेस का गणित बिगाड़ सकते हैं। छतरपुर जिले के खड्डी गांव के एक लघु किसान के यहां जन्मे राजा भैया पहले छतरपुर महाराजा कालेज में असिस्टेंट प्रोफेसर रहे। इसके बाद वे राज्य प्रशासनिक सेवा के लिये चुन लिये गये थे , जिसके बाद उन्हें आईएएस अवार्ड हुआ था। शहडोल संभागायुक्त पद से रिटायर होने के बाद वे अपने गांव के आसपास के छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क अंग्रेजी पढ़ा रहे हैं।
खडग़े के बाद अगले माह आएंगे राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का मध्य प्रदेश का दौरा अब सितंबर महीने में संभावित है। कांग्रेस विंध्य, ग्वालियर-चंबल और मालवांचल में उनकी जनसभा के साथ उनका रोड शो कराने की तैयारी कर रही है। उधर, 22 अगस्त को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े सागर आएंगे। खडग़े की जनसभा के लिए नरयावली विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले कजलीवन मैदान का चयन किया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े पहले 13 अगस्त को सागर आने वाले थे, लेकिन यह कार्यक्रम स्थगित हो गया। अब वे 22 अगस्त को आ रहे हैं। कजलीवन मैदान नरयावली विधानसभा में आने वाले बड़तूमा से लगभग 18 किलोमीटर दूर है, जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को संत रविदास मंदिर और स्मारक का भूमिपूजन किया था। कांग्रेस इस कार्यक्रम के माध्यम से बुंदेलखंड क्षेत्र में खास फोकस करेगी।
कांग्रेस में टिकट के दावेदार स्व-घोषित प्रत्याशी बने
विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी बनने की चाह रखने वाले कांग्रेस के नेताओं ने अलग- अलग विधानसभा क्षेत्रों से खुद को प्रत्याशी घोषित करना शुरू कर दिया है। टिकट के लिए समर्थकों की भीड़ के साथ पार्टी पदाधिकारियों से मिलने पहुंच रहे कांग्रेसियों ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय की बाहरी दीवारों को बैनरों से पाट दिया है। इनमें अधिकांश बैनर-पोस्टरों में ये कांग्रेसी खुद को विधानसभा प्रत्याशी के रूप में प्रदर्शित कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ यह स्पष्ट कर चुके हैं कि विधानसभा चुनावों में टिकट का आधार उनका सर्वे ही होगा। टिकट उसी को दिया जाएगा, जो पार्टी को जीत दिलाने की स्थिति में होगा। इसलिए टिकट से पहले कांग्रेसी कार्यकर्ता खुद को प्रत्याशी के रूप में प्रचारित नहीं करें। कांग्रेस में प्रतिस्पर्धा उन 25 सीटों पर सबसे अधिक देखी जा रही है, जिनके विधायकों ने कांग्रेस छोडक़र भाजपा का दामन थाम लिया था।