
सांसद हिमाद्री की फेसबुक आईडी फिर से हुई हैक
शहडोल संसदीय क्षेत्र की संसद हिमाद्री सिंह की फेसबुक आईडी फिर से हैक हो गई है। हैकर ने उनकी आईडी से अश्लील पोस्ट भी डाल दी। इसके पहले भी दो माह पूर्व उनकी फेसबुक आईडी हैक हो गई थी। इस बार उनकी फेसबुक आईडी पर 11 अगस्त को एक अश्लील पोस्ट डाली गई है। सांसद को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस को दी है। इसके पहले उनकी फेसबुक आईडी पांच जून को हैक हो गई थी, जिसकी शिकायत उन्होंने 18 जून को अनूपपुर जिले के पुलिस अधीक्षक से भी की थी। इसके बाद भी अब तक पुलिस हैकर तक नहीं पहुंच सकी है।
बालाघाट कलेक्टर को लीगल नोटिस
कान्हा और पेंच टाइगर रिजर्व के बीच क्षेत्र में प्रशासन द्वारा माइनिंग अनुमति दिए जाने पर स्वयंसेवी संस्था ने बीते रोज बालाघाट कलेक्टर को लीगल नोटिस भेजा है। जबलपुर स्थित नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के वरिष्ठ कार्यकर्ता डॉ. पीजी नाजपांडे ने बताया है कि कान्हा -पेंच टाइगर रिजर्व के बीच हाल में 4 माइनिंग प्रोजेक्ट स्वीकृत हुए हैं। इसके लिए नेशनल वाइल्डलाइफ बोर्ड और नेशनल टाइगर कंजरवेशन अथॉरिटी से अनुमति नहीं ली गई। डॉ. नाजपांडे के मुताबिक यह क्षेत्र टाइगर कॉरिडोर है और इसकी बाकायदा मैपिंग एनटीसीए ने की है। संस्था ने इससे पहले एनटीसीए, नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड और मप्र के वन विभाग को भी शिकायत की थी।
संघ प्रचारकों के कार्यक्षेत्र में बदलाव
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने कई प्रचारकों के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया है। संघ ने अभी तक भोपाल क्षेत्र के विभाग प्रचारक रहे श्रवण को सतना का दायित्व सौंपा गया है, वहीं भोपाल का विभाग प्रचारक सुरेंद्र मणि को बनाया गया है, वह अभी तक रीवा क्षेत्र का काम देख रहे थे। संघ ने अपने प्रचारकों के कार्यक्षेत्र में बदलाव करते हुए प्रांत कार्यकारिणी के प्रमुख सदस्य रहे ओम प्रकाश को अब मध्य क्षेत्र के सह-सेवा प्रमुख का दायित्व सौंपा है। वहीं संघ के प्रचारक रहे प्रमोद झा अब प्रचारक नहीं रहे हैं। उन्होंने सामान्य जीवन में वापसी कर ली और अब आध्यात्म की ओर मन कर लिया। वर्तमान में वे इंदौर के पास एक आश्रम मे पूजा पाठ में मग्न हैं। इसके अलावा कई नगर प्रचारकों के कार्यक्षेत्र में भी बदलाव किया गया है, कुछ नगरों में नए प्रचारकों को नियुक्त किया गया है।
केवल एक दिन विपक्ष के लिए रखा जाए
राज्यसभा में विपक्षी सांसदों के वेल में आकर विरोध जताने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने नाराजगी जताई थी। इस पर सांसद विवेक तन्खा ने चेयरमैन को पत्र लिखकर सुझाव दिया है कि ब्रिटेन में हर सप्ताह में एक दिन विपक्ष के लिए रखा जाता है। बिजनेस उनके हिसाब से ही तय किया जाता है। इस तरह विपक्ष को जनहित से जुड़े सभी मुद्दे उठाने का मौका मिल जाता है। भारतीय संसद को भी गतिरोध खत्म करने के लिए इसी प्रकार का हल निकालने की जरूरत है। तन्खा ने पत्र में कहा है कि यह संस्था संबंधी गतिरोध हमारे लिए असली चुनौती है। यह समस्या प्रक्रियात्मक से ज्यादा राजनीतिक है। लोकतंत्र की सबसे अच्छी निशानी क्रियाशील संसद होती है। सत्ता और विपक्ष का न्यायसंगत रोल होता है। दोनों पक्षों की भूमिकाओं के लिए आपसी सम्मान जरूरी है। सांसद ने कहा कि मुझे अभी इसकी कमी नजर आ रही है।