
पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने साधा श्रीमंत की हैसियत पर निशाना
पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने बीते रोज श्रीमंत के गढ़ में आयोजित आदिवासी सम्मेलन के दौरान मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के भविष्य के संदर्भ में सवाल पर कहा कि वे भाजपा का विषय हैं। हमसे मत पूछिए। फिर उन्होंने नरेंद्र सिंह तोमर, नरोत्तम मिश्रा, जयभान सिंह पवैया, वीडी शर्मा का नाम लेते हुए कहा कि ग्वालियर संभाग में भाजपा के अनेक दिग्गज नेता हैं। यदि भाजपा के लिए श्रीमंत बड़ी तोप होते तो नरेंद्र सिंह तोमर को कैंपेन कमेटी का प्रभार क्यों दिया है। भाजपा से कांग्रेस में वापसी कर रहे लोगों को टिकट देने की बात पर उन्होंने कहा कि हमारे नेतृत्व ने बहुत स्पष्ट किया है कि जिन विधायकों ने जनता के मत को बेचा, सौदा किया, उनको हम कभी नहीं स्वीकारेंगे। जो लोग संवैधानिक पद पर नहीं थे, वो वापस आ रहे हैं। तो उनका स्वागत है।
महिला आईएएस अफसर ने कसा तंज
मप्र कैडर की 2009 बैच की आईएएस अधिकारी शैलबाला मार्टिन एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी के साथ कई महिला सांसदों पर तंज कसा है। लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का कथित तौर पर फ्लाइंग किस करते हुए इशारा और व्यवहार करने को स्मृति ईरानी समेत महिला सांसदों ने आपत्तिजनक बताया था। इसको लेकर स्पीकर को एक पत्र भी लिखा गया। इसी पत्र को शैलबाला मार्टिन ने ट्वीट करते हुए लिखा कि जरा सोचिए मणिपुर की महिलाओं को कैसा महसूस हुआ होगा ? यहां बता दें कि मणिपुर में महिलाओं को नग्न करके छेड़छाड़ करने का मामला हाल ही में चर्चा में आया था। शैलबाला के ट्वीट को इसी से जोडक़र देखा जा रहा है। वे इससे पहले भी मणिपुर की घटना को लेकर जमकर कटाक्ष कर चुकी हैं।
बोले नाथ, जल-जंगल और जमीन के हकदार आदिवासी
कमलनाथ ने विश्व आदिवासी दिवस पर कहा कि यह दिवस आदिवासियों के सम्मान में बड़े शौक से मनाया जाता है, पर आदिवासी वर्ग पर अत्याचार में प्रदेश में नंबर वन है। आदिवासी समाज हमारे प्रदेश के मूल निवासी हैं। नाथ ने कहा कि मैं वचन देता हूं कि चार महीने बाद जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनेगी, सबसे सुरक्षित समाज आदिवासी समाज होगा। जल , जंगल और जमीन पर सबसे पहले आदिवासी समाज का ही हक है। कांग्रेस उनके इस हक को सुरक्षित रखने का काम प्राथमिकता में करेगी। इस दौरान नेमावर की घटना का उल्लेख करते हुए कहा गया कि कैसे एक आदिवासी परिवार पर अत्याचार हुए, उनकी मौत हो गई। सीधी में सत्ता के नशे में चूर भाजपा कार्यकर्ता ने आदिवासी युवक पर पेशाब कर पूरे समुदाय को ठेस पहुंचाई।
विधायक जज्जी को मिली बड़ी राहत
ग्वालियर हाईकोर्ट की डबल बेंच ने अशोकनगर के भाजपा विधायक जजपाल सिंह उर्फ जज्जी को बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने विधायक के जाति प्रमाण पत्र को सही माना है। इससे अब जज्जी की विधायकी बरकरार रहेगी। बता दें कि बीते साल 12 दिसंबर 2022 को हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने बीजेपी विधायक जज्जी के अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र को अवैध मानते हुए उनकी विधायकी को शून्य घोषित कर दिया था। विधायक जज्जी ने सिंगल बेंच के फैसले के खिलाफ डबल बेंच में अपील की थी, जिसके बाद उन्हें फौरी तौर पर स्टे मिल गया था। इस मामले में ऑर्डर रिजर्व किया गया था, लेकिन अब इस मामले में फैसला आ गया है। जिसके तहत विधायक जज्जी को बड़ी राहत मिली है। इस फैसले से उनके जाति प्रमाण पत्र पर उठ रहे सवालों पर भी कोर्ट के फैसले के बाद विराम लग गया है।