
नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र 20 जून को शुरू होने वाला है। लेकिन इससे पहले केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सदन में कार्यवाही को बाधित करने को लेकर कांग्रेस की आलोचना की और शशि थरूर पर निशाना साधते हुए कहा कि संसद वंशवाद का व्यक्तिगत खेल का मैदान नहीं है। उन्होंने दावा किया कि संसद में विपक्षी कांग्रेस का एकमात्र एजेंडा सदन के कामकाज में बाधा डालना है।
केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने कहा कि जैसे ही हमारा संसद भवन शुरू होता है, कांग्रेस सांसद हंगामा करने के लिए सदन के वेल में आ जाते हैं। किरेन रिजिजू संसद के बजट सत्र के दूसरे भाग के दौरान लोकसभा में बार-बार व्यवधान पर अप्रैल में एक अखबार में थरूर के लेख के संदर्भ में बोल रहे थे। शशि थरूर ने अपने लेख में दावा किया कि भाजपा संसद को उपद्रव करती है। वह लगभग पूरे विपक्ष को सदन से निलंबित कर छोटे सत्र में बिल पारित करने के गुजरात मॉडल को लागू करना चाहती है।
किरेन रिजिजू ने ट्विटर पर कहा कि सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि कुछ लोग कांग्रेस पार्टी के बकवास प्रचार पर विश्वास करते हैं! कांग्रेस पार्टी का संसद में एक ही एजेंडा है, “व्यवधान”। उन्होंने पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी के स्पष्ट संदर्भ में कहा कि जो सांसद शशि थरूर की तरह बोल सकते हैं, उन्हें अपने युवराज से बात करके बताना चाहिए कि संसद बहस और विचार-विमर्श के लिए है, न कि किसी वंशवाद का निजी खेल का मैदान।
गांधी को 24 मार्च को संसद सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था जब गुजरात की एक अदालत ने उन्हें मोदी उपनाम वाली टिप्पणी के लिए आपराधिक मानहानि के आरोप में दोषी ठहराया और दो साल की जेल की सजा सुनाई थी। संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू हो रहा है और 11 अगस्त तक चलने वाला है। जिसमें हंगामे के आसार हैं।