
भाजपा विधायक संजय पाठक को लगा झटका
प्रदेश में चुनाव से पहले भाजपा को एक और झटका लगा है। पार्टी के कद्दावर नेता व विधायक संजय पाठक के बेहद करीबी संदीप वाजपेयी अब कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इसे पार्टी के साथ ही व्यक्तिगत रुप से विधायक संजय पाठक के लिए भी बड़ा झटका माना जा रहा है। कमलनाथ ने वाजपेयी सहित कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वाले उनके साथ आए सभी नेताओं को पार्टी का दुपट्टा पहनाकर सदस्यता ग्रहण करायी। इस दौरान वाजपेयी के साथ, जनपद सदस्य राजकुमारी, कालूराम दाहिया, छत्रपाल सिंह, नारायण कोल, अनिल रजक, सरपंच चंद्रभान यादव, उपसरपंच रमेश मिश्रा और सिंगौरी के भाजपा के महामंत्री सुनील सिंह बघेल ने भी कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
आईपीएस पवन श्रीवास्तव की होगी वापसी
मध्यप्रदेश कैडर के 1992 बैच के आईपीएस अफसर पवन कुमार श्रीवास्तव अब प्रदेश लौटने वाले हैं। उनकी प्रतिनियुक्ति की अवधि समाप्त हो गई है। श्रीवास्तव वर्तमान में केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ हैं। वर्तमान में उनकी पदस्थापना सीएपीटी भोपाल में है। श्रीवास्तव की प्रतिनियुक्ति अवधि को केंद्र सरकार ने दो साल के लिए बढ़ाया था। अब केंद्र सरकार ने एक आदेश जारी कर श्रीवास्तव को अपने कैडर में लौटने की अनुमति प्रदान कर दी है। बताया जा रहा है कि श्रीवास्तव एक- दो दिन में कार्यमुक्त हो जाएंगे। उनके अगले सप्ताह तक पुलिस मुख्यालय में आमद देने के आसार हैं।
बोले सज्जन, सरकार पुजारी विरोधी
पूर्व मंत्री एवं विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने आरोप लगाया कि मप्र सरकार पुजारी विरोधी है। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम जयंती पर सीएम शिवराज सिंह ने मठ व मंदिरों का सरकारीकरण समाप्त करने का वचन साधु-संत व ब्राम्हण समाज के सामने दिया था, लेकिन अब तक कलेक्टर व्यवस्थापक के रूप में मंदिरों की भूमि पर से नहीं हटाए गए। प्रदेश में पुजारियों के मकानों पर बुलडोजर चलाए जा रहे है। विदिशा में पुजारी एवं उनकी पुत्री को इतना प्रताड़ित किया गया कि दोनों ने विवश होकर आत्महत्या तक कर ली। इस मामले में भी कार्रवाई सही ढंग से नहीं की जा रही है।
आईएएस सुरेश कुमार को मिली हाईकोर्ट से राहत
आईएएस और तत्कालीन ग्वालियर विकास प्राधिकरण के सीईओ सुरेश शर्मा को मप्र हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। निजी शिकायत पर न्यायालय ने 17 सितंबर 2018 को उनके खिलाफ डकैती सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज करने का आदेश दिया था। इसके खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका पेश की गई, जिसे स्वीकार करते हुए हाई कोर्ट ने केस से जुड़ी समस्त कार्रवाई को निरस्त कर दिया। मामला शंकरपुर स्थित प्राधिकरण की जमीन पर अतिक्रमण का है। इसे हटाने के लिए अतिक्रामक को नोटिस जारी करने के बाद बेदखली की कार्रवाई की गई थी। इसके विरुद्ध न्यायालय में शिकायत की गई थी कि प्राधिकरण ने बिना नोटिस दिए कार्रवाई की है।
महाकाल मंदिर के आसपास कोई हरा झंडा न हो , वीडियो वायरल
आव्हान अखाड़े के महामंडलेश्वर अतुलेशानंद महाराज का एक वीडियो सामने आया है। इसमें वे उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में एक वर्ग विशेष पर टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं। वीडियो 6 जुलाई को विक्रम कीर्ति मंदिर में हुए लव जिहाद और लैंड जिहाद कार्यक्रम का है। वीडियो में महामंडलेश्वर यह कह रहे हैं कि महाकाल मंदिर के आसपास कोई हरा झंडा, चिल्लाने वाली जगह आदि नहीं होना चाहिए। कॉरिडोर बनने से पहले हरे झंडे उतार कर भगवा झंडे टंग जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने बेटियों से बात करने वालों को गोली मारने और जिंदा जलाने एवं वर्ग विशेष की चीजों एवं बाजार का बहिष्कार करने की बात भी मंच से कही।