बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/सांसद गणेश सिंह का महिलाओं ने किया विरोध

 गणेश सिंह

सांसद गणेश सिंह का महिलाओं ने किया विरोध
सांसद गणेश सिंह को उनके ही संसदीय क्षेत्र के एक गांव में विरोध का सामना करना पड़ा। सभा में महिलाओं ने हंगामा कर दिया और सांसद वापस जाओ के नारे लगा दिए। मंच से सांसद के भाषण का विरोध तो किया ही साथ ही सरकार को भी आड़े हाथ ले लिया। पूरा मामला सतना जिले के मैहर के जरियारी गांव का है। इसके पूर्व मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी और सांसद गणेश सिंह सार्वजनिक रूप से एक दूसरे पर जुबानी हमला कर चुके हैं। इसी बीच मैहर पहुंचे सांसद गणेश सिंह की सभा में महिलाओं ने हंगामा कर दिया। महिलाएं योजनाओं से वंचित रहने के कारण नाराज थीं।  इतना ही नहीं, सांसद समर्थकों ने महिलाओं के आक्रोश को कैमरे में कैद कर रहे एक मीडियाकर्मी का मोबाइल तक छीन लिया और वीडियो डिलीट कर दिया।

वीडी ने बोला नाथ व दिग्विजय पर हमला
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व दिग्विजय सिंह पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि यह दोनों ही नेता अपने बेटों को राजनीति में स्थापित करने के प्रयास कर रहे हैं, इसलिए कांग्रेस के दूसरे नेताओं को सतर्क हो जाना चाहिए। शर्मा ने कहा कि एमपी में कांग्रेस में पुत्रों की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस के हर नेता यहां-वहां घूम रहे हैं, चाहे दिग्विजय सिंह, अजय सिंह हों या राजस्थान में सचिन पायलट हों। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस का हमेशा यही रहा है, एक परिवार  की राजनीति चलती है। परिवार का जो दरबारी है, उसे ही मौका मिलेगा।  

कांग्रेस आज उतरेगी सडक़ों पर  
मप्र कांग्रेस लंबे समय बाद कल सडक़ों पर उतरने जा रही है। इस बार उज्जैन के महाकाल लोक में भ्रष्टाचार, सतपुड़ा भवन में आग, महंगाई, बेरोजगारी समेत सरकार की जन विरोधी नीतियों के विरोध में शुक्रवार को प्रदेश व्यापी धरना, प्रदर्शन करना तय किया है। यह पूरे प्रदेश में सभी जिला मुख्यालयों पर किया जाएगा। इसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ मंडला में धरना, प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे। इसी तरह से प्रदेश कांग्रेस प्रभारी जेपी अग्रवाल ग्वालियर, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह दतिया, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह उज्जैन, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा व सह प्रभारी संजय कपूर जबलपुर में शामिल होंगे।

और दागी अफसर को मिल गया आईएएस अवॉर्ड
राज्य प्रशासनिक सेवा के जिन 27 अफसरों को आईएएस अवॉर्ड हुआ है। इनमें 15 अफसरों को 2021 और 12 अफसरों को 2022 के पदों पर पदोन्नत किया गया है। इसमें उज्जैन विकास प्राधिकरण में ससुर को कर्मचारी कोटे से भूखंड दिलाने के आरोपों में फंसे तत्कालीन सीईओ सोजान सिंह रावत का भी नाम शामिल है। उन्हें लोकायुक्त जांच से पहले ही आईएएस अवॉर्ड दे दिया गया है। इस मामले में अभी लोकायुक्त पुलिस अभी बयान ही दर्ज कर रही है, कि शासन ने विभागीय जांच के आधार पर रावत को क्लीनचिट थमा दी। आशंका जताई जा रही है कि रावत को आइएएस अवॉर्ड दिलाने के लिए तथ्यों की पूरी पड़ताल किए बगैर ही जांच रिपोर्ट भोपाल भेज दी गई थी।

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