नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने हैरानी जताई कि जब से वायनाड से कांग्रेस सासंद से भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अपने भाषणों में जिक्र किए गए यौन उत्पीड़न के पीड़ित लोगों का विवरण साझा करने को कहा गया है, तब से वे डरे हुए क्यों हैं। अनुराग ठाकुर की यह टिप्पणी दिल्ली पुलिस द्वारा राहुल गांधी को नोटिस भेजे जाने के मद्देनजर आई है, जिसमें उन्होंने महिलाओं के यौन उत्पीड़न के बारे में श्रीनगर में भाषण में दिए गए संदर्भों के बारे में विवरण जानने की मांग की थी।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि एक सांसद के रूप में राहुल गांधी की जिम्मेदारी थी कि वे ऐसी घटनाओं के बारे में पुलिस को बताएं। जब वह हाथरस के काफिले में सवार हो सकते हैं, तो अब क्यों डर रहे हैं? क्या मजबूरी है? क्या वह नहीं चाहते कि महिलाओं को न्याय मिले। 2020 में राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वड्रा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 19 वर्षीय युवती के परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मार्च किया था। कांग्रेस नेताओं को दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा के पास पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।
इससे पहले पुलिस ने राहुल गांधी को 16 मार्च को एक नोटिस जारी किया था, जिसमें उनसे यौन उत्पीड़न के संबंध में उनसे संपर्क करने वाली महिलाओं के बारे में विवरण देने के लिए कहा गया था। नोटिस में कहा गया है कि अगर राहुल गांधी और जानकारी देते हैं तो पुलिस महिलाओं के पक्ष में कार्रवाई कर सकती है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि भाजपा चाहती है कि सबसे महत्वपूर्ण बजट सत्र के दौरान सदन चलता रहे। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हम चाहते हैं कि राहुल गांधी माफी मांगें ताकि सदन चल सके। विदेश में भारत को बदनाम करने के लिए राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए ठाकुर ने कहा कि वायनाड से लोकसभा सदस्य ने दावा किया था कि भारत से लोकतंत्र का सफाया हो रहा है, लेकिन वास्तव में देश के लोकतंत्र से कांग्रेस का सफाया हो रहा है।