
आईसीसी व बीसीसीआई के बीच टैक्स विवाद गहराया, विश्वकप की मेजबानी पर संकट
साल 2023 आने को है और इस साल के आखिर में वनडे वर्ल्ड कप होना है। यह वर्ल्ड कप भारत में होना है, लेकिन कुछ ऐसा हुआ है जिससे भारत की मेजबानी पर खतरा है। टैक्स विवाद को लेकर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड आमने-सामने हैं और दोनों के बीच यह विवाद भारत से वर्ल्ड कप की मेजबानी भी छीन सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईसीसी द्वारा बीसीसीआई से दो टूक कहा गया है कि वह वनडे वर्ल्ड कप 2023 के आयोजन के लिए भारत सरकार से टैक्स में छूट की व्यवस्था करे। हालांकि, ऐसा होना मुश्किल है क्योंकि भारत सरकार किसी भी तरह के इवेंट में इस तरह की छूट नहीं देती है। साल 2016 में जब भारत ने टी-20 वर्ल्ड कप होस्ट किया था, तब भी आईसीसी और बीसीसीआई के बीच यह विवाद आया था। उस वक्त बीसीसीआई भारत सरकार से यह छूट नहीं दिला पाया था और अंत में उसे आईसीसी को उसके शेयर के 190 करोड़ रुपये देने पड़े थे। वही स्थिति दोबारा उत्पन्न हुई है, आईसीसी की पॉलिसी के मुताबिक आईसीसी इवेंट होस्ट करवाने वाले देश को अपनी सरकार के साथ समनव्य बैठाकर टैक्स में छूट की व्यवस्था करनी होती है। 2023 वनडे वर्ल्ड कप के लिए अगर बीसीसीआई ऐसा नहीं करता है, तो उसे आईसीसी को उसका शेयर 900 करोड़ रुपये देना होगा।
झारखंड में श्रद्धा मर्डर जैसा केस, पत्नी की हत्या कर शव के किए कई टुकड़े
साहिबगंज जिले के बोरियो थाना क्षेत्र में दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड की पुनरावृति हुई है। रूबिका पहाड़िन नामक महिला की हत्या करने के बाद शव को टुकड़े-टुकड़े कर अलग-अलग जगह फेंक दिया गया। शनिवार की शाम बोरियो संथाली में निमार्णाधीन आंगनबाड़ी केंद्र के पीछे से मानव के पैर का टुकड़ा मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई। छानबीन के दौरान पास के ही एक बंद घर से बोरे में रखा मांस का टुकड़ा मिला। सूचना मिलने पर रात में ही एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा दल बल के साथ बोरियो थाना पहुंचे। इस मामले में छानबीन में यह बात सामने आयी है कि कुछ लोगों ने रूबिका पहाड़िन की हत्या कर साक्ष्य छिपाने के लिए उसके शव के टुकड़े टुकड़े कर फेंक दिए गए। दुमका से रात में ही खोजी कुत्ता बुलाया गया। जांच पड़ताल के बाद कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस उन्हें किसी गुप्त जगह पर रखकर पूछताछ कर रही है। जिला मुख्यालय से चिकित्सकों को भी मानव अंग की जांच पड़ताल के लिए बुलाया गया। मांस के सभी टुकड़ों को पैक कर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है।
इंडियन नेवी की बढ़ेगी ताकत, नौसेना में आज शामिल होगा मिसाइल विध्वंसक पोत मोमुर्गाव
आधुनिक हथियारों से लैस स्वदेशी मिसाइल विध्वंस आईएनएस मोमुर्गाव आज भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुंबई में आधुनिक सेंसर और रडार से लैस युद्धपोत इंडियन नेवी को सौंपेंगे। हिंद महासागर में चीन की बढ़ती गतिविधियों के बीच इस युद्धपोत का इंडियन नेवी में शामिल होना महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मुंबई के मझगांव डॉकयार्ड पर बनाए गए आईएनएस मोरमुगाओ में अनगिनत खूबियां हैं। इस स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर को आधुनिक युद्ध के लिए बनाया गया है। यह युद्धपोत भारतीय नौसेना के जंगी जहाजों के बेड़े में सबसे सक्षम और आधुनिक हथियारों से लैस है। इसकी सबसे खास बात ये है कि इसकी बाहरी परत को स्पेशल स्टील से बनाया गया है, ताकि दुश्मन रडार पर इसे लोकेट न कर पाए। आईएनएस मोरमुगाओ में मध्यम दूरी की सतह से हवा में वार करने वाली मिसाइलें, सतह से सतह पर वार करने वाली मिसाइलें, टॉरपीडो ट्यूब और लॉन्चर, पनडुब्बी रोधी रॉकेट लॉन्चर, सुपर रैपिड गन माउंट के अलावा, कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम, इंटीग्रेटेड फोल्डेबल हैंगर डोर्स, हेलो ट्रैवर्सिंग सिस्टम, क्लोज-इन वेपन सिस्टम और बो माउंटेड सोनार शामिल है।
उत्तर कोरिया ने फिर किया बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण, दक्षिण कोरिया का दावा
उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी तट से एक बार फिर बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। दक्षिण कोरिया ने यह जानकारी दी है। उत्तर कोरिया का इस साल बैलेस्टिक मिसाइल का यह नौवां परीक्षण है। पिछले महीने, उत्तर कोरिया ने 20 से अधिक कम दूरी की मिसाइलें दागी थीं। इस साल उनसे दर्जनों मिसाइल परीक्षण किए हैं। दक्षिण कोरिया और जापान के अधिकारियों ने कहा कि उत्तर कोरिया ने रविवार को अपने पूर्वी तट से बैलिस्टिक मिसाइल दागी। दक्षिण कोरिया के सेना प्रमुख ने कहा कि मिसाइल का परीक्षण रविवार सुबह किया गया। जापान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी मिसाइल लॉन्च की पुष्टि की है। जापान ने कहा है कि उत्तर कोरिया की संदिग्ध मिसाइल जापान और कोरियाई प्रायद्वीप के बीच समुद्र में गिरी। हालांकि, इसकी जानकारी नहीं दी गई है कि मिसाइल जापानी तट से कितनी दूरी पर थी। जापानी मीडिया ने सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा कि मिसाइल जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर समुद्र में गिरी।