
नई दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। बिहार विधानसभा में नकली शराब की अवैध बिक्री और मौतों के मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सहित बिहार भाजपा के अन्य नेताओं ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से राज्य में शराबबंदी नीति पर पुनर्विचार करने की मांग की। दिल्ली संसद के बाहर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को शराबबंदी मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए और उसके अनुसार फैसला करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कोई नीति सफल नहीं होती है तो उस पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए।
गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार में हर दिन लोग जहरीली शराब के कारण मर रहे हैं, जबकि सीएम नीतीश कुमार अपनी नीति पर अड़े हुए हैं, जो विफल हो गई है, बिहार में अपराध बढ़ रहा है। शराब भगवान की तरह हो गई है, जो दिखाई नहीं देती है, लेकिन राज्य में हर जगह मौजूद है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में भाजपा सदस्यों पर इस तरह से भड़कना उनकी हताशा को दर्शाता है, उनकी शक्ति और अधिक कमजोर हो गई है। उन्होंने कहा कि उन्होंने घोषणा की थी कि राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में 2025 में अगला विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा इसके बाद उनकी अपनी पार्टी के भीतर बहुत नाराजगी है।
वहीं पाटलिपुत्र के सांसद राम कृपाल यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री को शराबबंदी को व्यक्तिगत प्रतिष्ठा का विषय नहीं बनाना चाहिए। उन्हें या तो इसे प्रभावी ढंग से लागू करना चाहिए या इस्तीफा देना चाहिए। शराब पीने से काफी लोगों की मौत हुई है इसकी जिम्मेदारी किसकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में प्रशासनिक व्यवस्था शराब माफिया के हाथों बिक गई है ।