बिच्छू राउंडअप/केंद्र ने लागू करने के तीन हफ्ते में ही पेट्रोल निर्यात पर भारी-भरकम टैक्स लिया वापस

पेट्रोल निर्यात
  • नगीन बारकिया/बिच्छू डॉट कॉम।

केंद्र ने लागू करने के तीन हफ्ते में ही पेट्रोल निर्यात पर भारी-भरकम टैक्स लिया वापस
ग्लोबल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमतों में नरमी को देखते हुए केंद्र सरकार ने तीन सप्ताह पहले निर्यात पर लगाए भारी-भरकम टैक्स को वापस ले लिया है। सरकार ने डीजल और हवाई ईंधन पर लगाए टैक्स में कटौती की है, जबकि पेट्रोल पर लगे पूरे टैक्स को ही खत्म कर दिया गया है। दरअसल, यह टैक्स ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की बेतहाशा बढ़ती कीमतों के कारण घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल के खुदरा मूल्य को बढ़ने से रोकने के लिए लगाया गया था। इसका मकसद था कि कंपनियां यहां रिफाइन किए गए ईंधन को निर्यात करने के बजाए घरेलू बाजार में ही खपत कराएं, ताकि आपूर्ति बेहतर हो और कीमतों पर दबाव कम किया जा सके। हालांकि, यह अतिरिक्त टैक्स लागू होने के बाद से ही तेल कंपनियां इसका विरोध कर रहीं थी। सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, डीजल और हवाई ईंधन पर लगाए गए 13 रुपये प्रति लीटर के अतिरिक्त टैक्स में से 2 रुपये की कटौती कर दी गई है। यानी अब कंपनियों को डीजल और हवाई ईंधन के निर्यात के लिए 11 रुपये का अतिरिक्त टैक्स चुकाना होगा।

उद्धव ठाकरे की मुश्किल और बढ़ी: शिंदे गुट के साथ आए 12 सांसद
उद्धव ठाकरे से शिवसेना का पार्टी सिंबल तीर कमान छीनने की जंग में एकनाथ शिंदे भारी पड़ने लगे हैं। शिवसेना के कुल 19 लोकसभा सांसदों में से 12 उनके पाले में आ चुके हैं। दावा 6 और सांसदों का भी है। इससे पहले 40 विधायक, राष्ट्रीय कार्यकारिणी और संगठन से जुड़े ज्यादातर शिवसैनिक शिंदे के साथ आ चुके हैं। कुल मिलाकर उद्धव के हाथ से शिवसेना का तीर कमान फिसलना तकरीबन तय माना जा रहा है। हालांकि, आखिरी फैसला चुनाव आयोग को करना है। उद्धव ठाकरे इस बीच को एक और बड़ा झटका लगा है। 19 जुलाई को लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने एकनाथ शिंदे गुट के नेता राहुल शेवाले को लोकसभा में शिवसेना के नेता के तौर पर मान्यता दे दी। बिड़ला ने ये कदम शिवसेना के 19 में से 12 सांसदों के शिंदे गुट का समर्थन करने के बाद उठाया। स्पीकर से ऐसा करने का निवेदन करने वाले 12 शिवसेना सांसदों में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके बेटे श्रीकांत शिंदे भी शामिल थे।

मध्य प्रदेश में आफत की बारिश: नर्मदापुरम समेत इन 13 जिलों में येलो अलर्ट
मध्य प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। बीते चौबीस घंटे के दौरान जबलपुर, भोपाल, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में अधिकांश स्थानों पर जबकि ग्वालियर, चंबल और शहडोल संभाग के अनेक स्थानों पर बारिश हुई। सागर संभाग के जिलों के कुछ स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई। रीवा संभाग के जिलों में मौसम शुष्क बना रहा। पिछले 24 घंटे के दौरान बरघाट सिवनी मालवा में सबसे अधिक बारिश 19 सेमी दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह के मुताबिक अगले 3 दिन के लिए मानसून ग्वालियर-चंबल, बुंदेलखंड, बघेलखंड की ओर शिफ्ट हो गया है। इन इलाकों में अच्छी बारिश होगी। आज से 22 जुलाई तक भोपाल, इंदौर और जबलपुर में गरज-चमक साथ हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग की ओर से कुल 14 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। इसमें से नर्मदापुरम, हरदा और बैतूल जिले के लिए आॅरेंज अलर्ट जारी हुआ है। इसका मतलब है कि इन जिलों में भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना है। वहीं, भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, उज्जैन, देवास, आगर-मालवा, शाजापुर, रतलाम, मंदसौर और नीमच के लिए यलो अलर्ट जारी हुआ है। इन जिलों में भारी बारिश होने का पूवार्नुमान जताया गया है।

महंगाई से राहत: एक महीने में 29 फीसदी सस्ता हुआ टमाटर, प्याज का भी भाव गिरा
सरकार की कोशिशों ने टमाटर-प्याज की कीमतों को नीचे लाने में बड़ी भूमिका निभाई है। टमाटर के भाव एक महीने के भीतर ही 29 फीसदी कम हो गए, जबकि प्याज के रेट में 9 फीसदी की गिरावट आई है। उपभोक्ता मंत्रालय ने बताया कि टमाटर के भाव एक महीने में ही करीब एक तिहाई नीचे आ गए, जबकि प्याज के दाम पिछले साल के मुकाबले 9 फीसदी सस्ते हो गए हैं। मंगलवार को देशभर में टमाटर की औसत कीमत 37.35 रुपये प्रति किलोग्राम रही, जो एक महीने पहले 52.5 रुपये प्रति किलोग्राम थी। कीमतों में यह गिरावट मानसून की बारिश के बाद नई फसल तैयार होने की वजह से आई है। मंत्रालय ने बताया कि देशभर में प्याज की औसत कीमत मंगलवार को घटकर 25.78 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 9 फीसदी कम है। मंत्रालय के अनुसार, इस बार प्याज उपभोक्ताओं की आंखों में आंसू नहीं ला पाएगा क्योंकि इसकी कीमतों को थामने के लिए रिकॉर्ड बफर स्टॉक बनाया गया है।

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