- नगीन बारकिया

डाक विभाग ने शुरू की होम डिलीवरी सर्विस, घर मंगाइए आटे से लेकर चटनी का सामान
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में भारतीय डाक विभाग ने एक नई सेवा शुरू की है। इस नई सेवा के तहत भारतीय डाक भोजन वितरण सेवा ने इडली और डोसा के आटे सहित भोजन तैयार करने के लिए जरूरी सामानों को घर-घर पहुंचाना शुरू कर दिया है। डाक विभाग ने बेंगलुरु के कुछ घरों में पैकेट के पहले बैच को डिलीवर किया है। जानकारों का कहना है कि अगर इस कारोबार का विस्तार कर्नाटक और अन्य राज्यों में किया जाता है तो विभाग को भविष्य में भारी राजस्व की प्राप्ति होगी। अब तक डोसा का आटा सहित घी, पोंगल खाने के लिए तैयार मिश्रण, चटनी पाउडर, इडली के आटे की डिलीवरी हो चुकी है। सोमवार तक बुक किए गए 22 पार्सल में से केवल एक पार्सल डिलीवर नहीं हो पाया। बाकी पार्सल पूर्वी बेंगलुरु, दक्षिण बेंगलुरु और पश्चिम बेंगलुरु के घरों में पहुंचा दिये गए हैं। द न्यू इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए, कर्नाटक सर्किल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल (सीपीएमजी) एस राजेंद्र कुमार ने कहा कि खाने के सामाग्री की डिलीवरी पूरे बेंगलुरु में पायलट आधार पर शुरू हो गई है।
सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध मामले में भारत ने दुनिया के लिए की एक मिसाल कायम
इस महीने से चुनिंदा सिंगल यूज प्लास्टिक वस्तुओं पर प्रतिबंध के साथ, भारत ने प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में एक वैश्विक उदाहरण स्थापित किया है। सिंगल यूज प्लास्टिक आमतौर पर ऐसी वस्तुएं होती हैं जिन्हें केवल एक बार इस्तेमाल करने के बाद फेंक दिया जाता है और रीसाइक्लिंग प्रक्रिया से नहीं गुजरता है। दुनिया भर में प्लास्टिक के भारी उपयोग ने काफी खतरा पैदा कर दिया है, सरकारें और विभिन्न वैश्विक नियामक निकाय इसे रोकने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। भारतीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन पर एक रिपोर्ट से पता चला कि भारत में प्रति व्यक्ति प्लास्टिक की खपत 11 किलोग्राम है, जबकि प्लास्टिक की प्रति व्यक्ति खपत का वैश्विक औसत 28 किलोग्राम है, है। भारत ने 1 जुलाई, 2022 से पूरे देश में पहचान की गई सिंगल यूज प्लास्टिक वस्तुओं के निर्माण, आयात, स्टाकिंग, वितरण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है।
प्याज आने वाले दिनों में न रूलाए इसके लिए सरकार ने की तैयारी, बढ़ाया स्टॉक
सरकार ने प्याज को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। इसकी वजह अगस्त से दिसबंर के बीच प्याज की बढ़ती कीमत। इस दौरान प्याज अपनी बढ़ती कीमतों से आम लोगों के साथ-साथ सरकार को भी आंसू रुलाने लगती है। लिहाजा रेट अप्रत्याशित तरीके से न बढ़े इसके लिए सरकार ने प्याज को लेकर पूरा प्लान तैयार लिया। पहले से ही प्याज की खरीदारी और स्टॉक बढ़ाना चालू है। सरकार ने वर्ष 2022-23 में बफर स्टॉक बनाने के लिए किसानों से 2.5 लाख टन प्याज की खरीद की है और प्याज की खुदरा कीमतें बढ़ने पर वह बाजार में दखल देगी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 में प्याज का उत्पादन तीन करोड़ 17 लाख टन होने का अनुमान है जबकि एक साल पहले यह दो करोड़ 66.4 लाख टन था। खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्रालय ने एक बयान में कहा, पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए केंद्र ने वर्ष 2022-23 में बफर स्टॉक के लिए 2.50 लाख टन प्याज की खरीद की है।
वित्त मंत्री का बड़ा ऐलान! 18 जुलाई से दूध, दही, चेकबुक समेत कई चीजें होंगी महंगी
बढ़ती महंगाई के बीच आम जनता को फिर झटका लगने वाला है। आने वाले 18 जुलाई से रोजमर्रा की कई वस्तुओं के लिए आपको अब अधिक पैसे देने पड़ेंगे। जीएसटी की 47वें बैठक के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ये जानकारी दी। वित्त मंत्री ने बताया कि कुछ नए उत्पादों और कुछ वस्तुओं और सेवाओं पर जीएसटी की दरें 18 जुलाई से बढ़ जाएंगी। 18 तारीख से इन वस्तुओं के नए रेट्स लागू हो जाएंगे। आइये जानते हैं कौन सी चीजें सस्ती हो रही हैं और कौन सी महंगी? 18 जुलाई से प्री-पैकेज्ड लेबल वाले कृषि उत्पादों जैसे पनीर, लस्सी, छाछ, पैकेज्ड दही, गेहूं का आटा, अन्य अनाज, शहद, पापड़, खाद्यान्न, मांस और मछली (फ्रोजन को छोड़कर), मुरमुरे और गुड़ जैसे प्रोडक्ट महंगे हो जाएंगे। यानी इन पर टैक्स बढ़ा दिया गया है। फिलहाल ब्रांडेड और पैकेज्ड खाद्य पदार्थों पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगाया जाता है, जबकि अनपैक और बिना लेबल वाले सामान कर मुक्त हैं। आइये जानते हैं कौन सी चीज 18 जुलाई से सस्ती होगी और कौन सी महंगी? टेट्रा पैक वाले दही, लस्सी और बटर मिल्क महंगे होंगे, क्योंकि इस पर 18 जुलाई से 5% जीएसटी लगेगा, जो पहले नहीं लगता था।