दिग्गजों ने विराट को घेरा…मैक्सवेल बोले….विराट मैं आपके साथ बल्लेबाजी ही नहीं कर सकता….

 विराट-मैक्सवेल

नयी दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। लगातार फ्लॉप चल रहे विराट कोहली से अब उनके चाहने वाले और क्रिकेट के दिग्गज एक बात से और भारी नाराज हैं यह नाराजगी है…. उनके द्वारा साथी खिलाड़ी को रन आउट करवाने की…. उनके इन कारनामों से वरिष्ठ क्रिकेटर खफा हैं और कह रहे हैं विराट भाई पहले रन बनाना तो सीखिए फिर रन चुराने की कोशिश करना…मैक्सवेल ने तो यहां तक कह दिया है कि विराट भाई मैं आपके साथ बल्लेबाजी ही नहीं कर सकता। दरअसल रॉयल चौलेंजर्स बैंगलोर के दो प्रमुख बल्लेबाज़ विराट कोहली और ग्लेन मैक्सवेल इस सीजन में दो मौकों पर रन आउट का हिस्सा रहे हैं। दोनों मौकों पर कोहली का ही कॉल था, लेकिन दोनों मौकों पर उन्हें बाद में लगा कि उन्होंने गलत कॉल कर दिया। हालांकि तब तक देर हो चुकी थी। इन दोनों रन आउट से एक बार फिर से टी20 क्रिकेट में तेज सिंगल चुराने के मुद्दे पर बहस होने लगी है। बुधवार को कोहली ने गेंद को धीरे से ऑफ साइड में खेला और रन लेने के लिए दौड़ पड़े। मैक्सवेल पहले रन नहीं लेना चाहते थे लेकिन कोहली को तेजी से आते देख उन्हें भी दौड़ना पड़ा। हालांकि तब तक देर हो चुकी थी। उथप्पा का थ्रो आया और मैक्सवेल को पवेलियन जाना पड़ा। इससे पहले 16 अप्रैल को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच में भी कोहली कवर प्वाइंट पर गेंद को हल्का सा धकेल कर रन लेना चाहते थे। उस समय मैक्सवेल ने उन्हें मना कर दिया था और ललित यादव की सीधी थ्रो पर कोहली पवेलियन में थे। चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मैच के बाद रॉयल चौलेंजर्स बैंगलोर ने अपनी वेबसाइट पर एक वीडियो डाला है, जिसमें मैक्सवेल, कोहली से कहते हुए दिख रहे हें, मैं आपके साथ बल्लेबाजी नहीं कर सकता, आप बहुत तेज भागते हैं। आप एक और दो रन लेना चाहते हैं, लेकिन मैं इस रणनीति का बहुत बड़ा फैन नहीं हूं। हालांकि यह बातें उन्होंने कोहली से गंभीरता में नहीं कहीं थी लेकिन ईएसपीएनक्रिकइंफो के शो टी20 टाइम आउट में इयन बिशप और डेनियल विटोरी कहीं ना कहीं इससे सहमत नजर आए। उन्होंने कोहली के सिंगल चुराने के कदम को खराब निर्णय कहा। बिशप के अनुसार, कोहली ने गलती कर दी, वहां रन बिल्कुल भी नहीं था। भले ही कोहली और मैक्सवेल दोनों तेज रन दौड़ते हैं लेकिन आप गलत जगहों पर रन चुराने नहीं जा सकते हैं। रन लेना या ना लेना भी हमारे खेल और निर्णय क्षमता को दिखाता है और अगर आप गलत निर्णय लेते हैं, तो यह निश्चित रूप से आप पर और आपकी टीम पर भारी पड़ेगा। विटोरी भी बिशप की बातों से सहमत नजर आए। यहां तक कि एक कदम आगे बढ़कर उन्होंने कहा, ष्कवर की ओर गेंद को हल्का सा धकेलकर सिंगल चुराना कोई बेहतरीन फैसला नहीं है। अगर किसी पारी में कोई रन आउट होता है, तो हमें उस रन आउट का मूल्यांकन करना चाहिए और संबंधित खिलाड़ी से कहना भी चाहिए कि उन्होंने रन चुराने का गलत निर्णय लिया था। आप एक सिंगल के लिए मैक्सवेल या उन जैसे बड़े खिलाड़ी को नहीं खो सकते। गेंद-दर-गेंद आंकड़ों के अनुसार कोहली टी20 मैचों में 40 मौकों पर रन आउट का हिस्सा रह चुके हैं। जहां 15 बार वह खुद आउट हुए हैं, वहीं 25 बार उन्होंने अपने साथी को रन आउट कराया है। हालांकि कोहली और मैक्सवेल के रन बनाने के अंदाज में भी अंतर है। जहां मैक्सवेल अपने 62.04ः रन बाउंड्री से बनाते हैं, वहीं कोहली को सिर्फ 54.3ः रन ही बाउंड्री से मिलते हैं। इसका एक मतलब यह भी है कि कोहली अपने रनों के लिए सिंगल-डबल पर भी अधिक निर्भर रहते हैं।

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