बिहाइंड द कर्टन/बोले नरोत्तम: अफवाह क्यों फैला रहे माननीय

  • प्रणव बजाज
नरोत्तम मिश्रा

बोले नरोत्तम: अफवाह क्यों फैला रहे माननीय
राजधानी से सटे सीहोर जिले के चितावलिया गांव में रुद्राक्ष और शिव महापुराण महोत्सव का कार्यक्रम रद्द होने के बाद सरकार की सक्रियता से एक बार फिर से सियासती वार -पलटवार शुरू हो गया है।  इस मामले में जहां दो दिन पहले भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने शिव सरकार पर सीधा हमला बोला , तो अगले ही दिन गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार कर दिया। उन्होंने अब इस मामले में कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा है कि अफवाह क्यों फैला रहे हैं माननीय…कथा यथावत चल रही है। कथा बंद नहीं की गई है। सिर्फ रुद्राक्ष महोत्सव के कार्यक्रम में थोड़ा फेरबदल करना पड़ा है। सियासी तौर पर गृहमंत्री का यह बयान नाथ के लिए कम, विजयवर्गीय के संदर्भ में ज्यादा माना जा रहा है। जब मीडिया ने गृहमंत्री से विजयवर्गीय के पत्र को लेकर सवाल पूछा तो गृहमंत्री मुस्कराए, फिर जवाब दिया और अंतिम शब्द में कमल नाथ का नाम लिया। ऐसे में राजनीतिक तौर पर यह माना जा रहा है कि नरोत्तम ने नाथ के बहाने विजयवर्गीय  को जवाब दिया है।

अब भाजपा सांसद का भी मिला कर्मचारियों को साथ
राजस्थान सरकार के पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने के बाद मप्र में भी इसे लेकर मांग तेज चुकी है। कांग्रेसी विधायकों ने प्रदेश में पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने के लिए सीएम को कई पत्र लिख हैं , तो अब भाजपा के कई विधायकों के मांग के समर्थन में आने के बाद भाजपा सांसद भी इसके पक्ष में आना शुरु  हो गए हैं। गुना से सांसद केपी यादव ने सीएम शिवराज को पत्र लिखकर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग की है। बता दें कि लंबे समय से प्रदेश के कर्मचारी पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग कर रहे हैं। प्रदेश में 2004 के बाद भर्ती होने वाले कर्मचारियों के लिए पेंशन व्यवस्था बंद कर रखी है। इस वर्ष के बाद भर्ती होने वाले कर्मचारियों को पेंशन नहीं मिलेगी। कर्मचारियों ने कई आंदोलन भी किए। पिछले महीने राजस्थान सरकार ने पुरानी पेंशन व्यवस्था फिर से लागू कर दी है। सीएम अशोक गहलोत के इस फैसले के बाद मप्र में भी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग तेजी से उठने लगी है।

मिश्रा एमडी राज्य परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी लिमिटेड बने  
राज्य शासन ने प्रबंध संचालक मप्र सड़क विकास निगम व मुख्य कार्यपालन अधिकारी मप्र इंटर स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी और एमडी मप्र राज्य सड़क परिवहन निगम (अतिरिक्त प्रभार) शशांक मिश्रा को प्रबंध संचालक मप्र सड़क विकास निगम व प्रबंध संचालक मप्र राज्य परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी लिमिटेड भोपाल के पद पर पदस्थ किया है। उन्हें पदेन अपर सचिव लोक निर्माण विभाग व लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग घोषित किया गया है। इसी तरह से विकअ-सह- आयुक्त-सह संचालक संस्थागत वित्त व उप सचिव वित्त विभाग भास्कर लक्षकार को अपने वर्तमान कर्तव्यों के साथ मुख्य कार्यपालन अधिकारी मप्र इंटर स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी और एमडी मप्र राज्य सड़क परिवहन निगम भोपाल का प्रभार अतिरिक्त रूप से सौंपा गया है। उधर, सह-आयुक्त-सह-पंजीयक सहकारी संस्थाएं मप्र और प्रबंध संचालक राज्य तिलहन उत्पादक संघ भोपाल को अपने वर्तमान कर्तव्यों के साथ प्रबंध संचालक मप्र स्टेट को- ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड का प्रभार अतिरिक्त रूप से दिया है।

प्रजापति से नाथ की नाराजगी
पीसीसी चीफ कमलनाथ के करीबी माने जाने वाले पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति अब नाथ के निशाने पर आ गए हैं। यह बात अलग है कि प्रजापति को नाथ का बेहद करीबी माना जाता है। इसके पहले भी एक बार नाथ उनसे नाराज हो चुके हैं , लेकिन बाद में मामला सुलझ गया था। इस बार नाराजगी की कई वजहें हैं। इनमें प्रमुख वजह है सेक्टर और मंडलम का गठन समय सीमा में पूरा न हो पाना। दरअसल नाथ ने इसके गठन की जिम्मेदारी प्रजापति को दी थी , लेकिन जो फीडबैक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तक पहुंचा  है, उसके बाद उनकी भृकटी  तन गई है और कोई बड़ी बात नहीं कि जल्दी ही प्रजापति को पीसीसी के कामों से मुक्त कर  दिया जाए। इन दिनों नाथ दरबार में अच्छी खासी दखल रखने वाले कई दिग्गज नेताओं के बारे में यह मशहूर होता जा रहा है कि वे उपस्थिति तो बहुत दमदारी से लगाते हैं, लेकिन जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी जाती है उसका ठीक से निर्वहन नहीं कर पाते। इनमें अब प्रजापति का नाम भी शामिल है। जाने लगा र्है।

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