
नई दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। खेलने कूदने वाले बच्चों पर माता पिता को आज भी ज्यादा विश्वास नहीं है….. अब उमरान मलिक को ही लीजिए……. बचपन में उसकी आदतें ऐसी थीं कि पिता को डर लगता था कि कहीं मेरा बेटा नशैड़ी न बन जाए……. लेकिन जुनून ने उमरान को नशैड़ी नहीं बल्कि भारत के एक ऐसे स्पीड स्टार के रूप में पेश कर दिया जो आज करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों के दिलों की धड़कन बन चुका है……. हैदराबाद के तेज गेंदबाज उमरान मलिक इन दिनों खूब सुर्खियों में हैं। दरअसल उमरान के रूप में अब भारत के पास एक ऐसा तेज गेंदबाज है जो लगातार 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकता है और उन्हें टीम इंडिया के भविष्य के गेंदबाज के तौर पर भी देखा जा रहा है। फिलहाल उमरान मलिक उस भारतीय टी20 टीम का हिस्सा हैं जो साउथ अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज खेलने जा रही है। उमरान मलिक इस क्रिकेट सीरीज के लिए राहुल द्रविड़ की देखरेख में जमकर प्रैक्टिस कर रहे हैं। उमरान क्रिकेट की दुनिया में अपना नाम तेजी के साथ बना रहे हैं, लेकिन उनके पिता ने एक बार इंटरव्यू देते हुए एक डर जाहिर किया था। उमरान के पिता का कहना था कि उन्हें ये डर है कि कहीं उनका बेटा नशा ना करने लग जाए। जिस तरह के माहौल में उमरान जा रहे हैं वहां पर पार्टियां आम बात होती है ऐसे में कहीं उमरान मलिक बहक ना जाएं और नशा ना करने लगें। हालांकि अपने पिता के इस डर पर उमरान ने कहा था कि उन्हें सिर्फ क्रिकेट का नशा है और वो अपना ध्यान खेलने पर ही लगाएंगे। आपको बता दें कि उमरान मलिक के पिता पेशे से फल विक्रेता हैं और उन्हें लेकर उमरान मलिक ने साफ किया है कि वो कभी इस काम को नहीं छोड़ेंगे क्योंकि ये उनके परिवार का पेशा है जो पिछले 70 साल से चला आ रहा है। उमरान के मुताबिक उनके पिता, चाचा सब उस काम के साथ जुड़े हैं और वो उससे अलग नहीं हो सकते। वहीं उमरान ने अपनी मां के बारे में कहा कि जब वो छोटे थे तब प्लास्टिक की गेंद से कांच तोड़ देते थे तब उन्हें डांट पड़ती थी, लेकिन बार में उनकी मां कहती थी कि खेलो और तोड़ो। उमरान के मुताबिक उनकी मां ने उन्हें हमेशा खेलने के लिए प्रोत्साहित किया।