पहलवान पर कोर्ट का डंडा……..जेल में हो तो जेल की रोटी ही तोड़ना पड़ेगी…….

सुशील कुमार

नयी दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। हत्या के आरोप में जेल में बंद होने के बावजूद नित नयी मांग करने वाले पहलवान सुशील कुमार को कोर्ट ने डांट लगाई है। कोर्ट का कहना है कि एक अपराधी हो और जेल में हो तो जेल की रोटी ही तोड़ना पड़ेगी…. कोई स्पेशल और अनावश्यक डिमांड पूरी नहीं की जा सकती। पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड में आरोपी ओलंपिक विजेता पहलवान सुशील कुमार को जेल में विशेष खानपान व सप्लीमेंट नहीं दिया जाएगा। दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने सुशील कुमार की विशेष डाइट की याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा कि सुशील की विशेष डाइट आवश्यक खाने में शामिल नहीं है। उन्हें जेल नियमों के हिसाब से खाना दिया जाए। सुशील कुमार के वकील प्रदीप राणा ने बताया था कि सुशील की सेहत व प्रदर्शन को बनाए रखने के लिहाज से विशेष पोषण आहार और सप्लीमेंट की बहुत जरूरत है। इसीलिए सुशील ने जेल में विशेष खानपान और सप्लीमेंट की मांग को लेकर अदालत में अर्जी दाखिल की थी। बता दें कि सुशील आइसोलेट व्हे प्रोटीन, ओमेगा-थ्री कैप्सूल, ज्वॉइंटमेंट कैप्सूल, प्री-वर्कआउट सी4, मल्टीविटामिन आदि सप्लीमेंट लेते हैं।जेल सूत्रों ने बताया कि सुशील पहलवान ने एक वार्डर से बिसलेरी की खाली बोतलों में पानी भर कर मंगवाया था और उनको एक छोटे डंडे से बांध कर डंबल बना लिए और इन्हें वह शारीरिक व्यायाम के लिए इस्तेमाल कर रहा है। व्यायाम करने के बाद वह कैंटीन से दूध मंगवाता है। फिलहाल उसके अधिवक्ता की तरफ से अदालत में खाने-पीने को लेकर एक अर्जी दाखिल की गई थी उसका जवाब जेल अधिकारियों ने अदालत को सौंप दिया है। सागर धनखड़ हत्याकांड में इन दिनों सुशील पहलवान मंडोली जेल नंबर 15 की सेल में क्वारंटाइन है। उसकी क्वारंटाइन अवधि खत्म होने के बाद उसे सुरक्षा की दृष्टि से तिहाड़ के हाई सिक्योरिटी वार्ड में रखा जाएगा।

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