पेरिस। पेरिस पैरालंपिक में भारतीय दल का शानदार प्रदर्शन जारी है। बुधवार को पुरुषों की क्लब थ्रो एफ 51 स्पर्धा में धरमबीर ने स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने 34.92 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पेरिस में तिरंगा लहराया। वहीं, उनके साथी प्रणव सूरमा ने 34.59 के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत पदक अपने नाम किया। हालांकि, भारत के अमित कुमार इस स्पर्धा में 10वें स्थान पर रहे। यह पहली बार है जब भारत ने पैरालंपिक में क्लब थ्रो इवेंट में पदक जीता है। सर्बिया के जेल्को दिमित्रिजेविक ने 34.18 के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता।
फाइनल में धरमबीर की शुरुआत अच्छी नहीं हुई। लगातार चार थ्रो उनके अमान्य करार दिए गए। हालांकि, पांचवी बार उन्होंने शानदार वापसी करते हुए 34.92 का सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया। इसके बाद छठे प्रयास में उन्होंने 31.59 का थ्रो किया। धरमबीर ने भारत को पेरिस पैरालंपिक में पांचवां स्वर्ण पदक दिलाया है। इससे पहले बुधवार को तीरंदाज हरविंदर सिंह ने स्वर्ण जीता पदक था। धरमबीर के स्वर्ण के साथ भारत ने टोक्यो में हासिल किए गए अपने सर्वश्रेष्ठ पांच स्वर्ण पदकों की बराबरी भी कर ली।
वहीं, सूरमा की शुरुआत शानदार हुई। उन्होंने शुरुआती दोनों थ्रो 34.59 और 34.19 के किए। हालांकि, तीसरा प्रयास में वह सफल नहीं हुए। भारतीय एथलीट का चौथा थ्रो 34.50 का रहा जबकि पांचवां थ्रो 33.90 का किया। वहीं, छठे प्रयास में उन्होंने 33.70 मीटर की दूरी तय की। प्रणव ने पेरिस पैरालंपिक में रजत पदक जीता। पुरुषों की क्लब थ्रो एफ 51 स्पर्धा के फाइनल में अमित कुमार कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए। वह पहले प्रयास में विफल रहे जबकि दूसरा थ्रो 21.49 का रहा। तीसरा थ्रो उनका एक बार फिर अमान्य रहा जबकि चौथे प्रयास में उन्होंने 23.96 की दूरी तय की। पांचवां और छठा थ्रो भी अमान्य रहा।
पेरिस पैरालंपिक में अब भारत के 24 पदक हो गए हैं। इनमें पांच स्वर्ण, नौ रजत और 10 कांस्य शामिल हैं। इसी के साथ भारत पैरालंपिक की पदक तालिका में 13वें स्थान पर पहुंच गया है। पदकों की यह संख्या अब तक की सर्वश्रेष्ठ है। टोक्यो 2020 पैरालंपिक में भारत ने 19 पदक जीते थे। भारत इस साल 25 पार के लक्ष्य के साथ उतरा है। वहीं, भारत ने एक पैरालंपिक खेलों में सबसे ज्यादा मेडल जीतने का नया रिकॉर्ड कायम किया है।