
- एनआईसी के दिल्ली स्थित सर्वर में तकनीकी खामी आने के कारण ई-ऑफिस सिस्टम में आई खराबी
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। वल्लभ भवन में पांचवें दिन बुधवार को भी ई-ऑफिस सिस्टम पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाया। ई-ऑफिस सिस्टम की स्पीड कम होने के कारण फाइलों के ऑनलाइन मूवमेंट में परेशानी आ रही है। बुधवार को भी रुटीन की जरूरी फाइलों को मैनुअली आगे बढ़ाया गया। सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रीय सूचना केंद्र (एनआईसी) के दिल्ली स्थित सर्वर में तकनीकी खामी आने के कारण ई-ऑफिस सिस्टम ठप हो गया था। सुधार कार्य जारी है, जल्द ही ई-ऑफिस सिस्टम पूर्व की तरह काम करने लगेगा। जानकारी के मुताबिक मंत्रालय में शुक्रवार शाम को ई-ऑफिस सिस्टम बंद कर दिया गया था। विभागों को जानकारी दी गई थी कि मेंटेनेस के कारण ई-ऑफिस सिस्टम सोमवार सुबह 9 बजे तक के लिए बंद किया गया है। इस दरमियान मेंटेनेंस का काम पूरा कर लिया जाएगा, लेकिन अब तक ई-ऑफिस सिस्टम पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है। बुधवार को भी ई-ऑफिस सिस्टम की स्पीड कम होने के कारण मंत्रालय का कामकाज प्रभावित रहा। अधिकारियों का कहना है कि मंत्रालय में ई-ऑफिस सिस्टम लागू हुए करीब नौ महीने हो गए, लेकिन पहली बार इतने लंबे समय के लिए सिस्टम में खराबी आई है। मंत्रालय में ई-ऑफिस सिस्टम के जरिए विभिन्न विभागों में रोजाना करीब 400 फाइलों का ऑनलाइन मूवमेंट होता है।
मंत्रालय में एक जनवरी से लागू हुआ ई-ऑफिस सिस्टम
सात साल की लंबी कवायद के बाद एक जनवरी, 2025 से मंत्रालय में ई-आफिस सिस्टम लागू हुआ था। सीएम डॉ. मोहन यादव ने इसका शुभारंभ किया था। इसे चालू करने का उद्देश्य मंत्रालय के कामकाज में पारदर्शिता और गतिशीलता लाना और फाइलों का मूवमेंट ऑनलाइन करना था। सबसे पहले वर्ष 2017 में प्रदेश के सरकारी कार्यालयों में ई-ऑफिस सिस्टम लागू करने की योजना बनाई गई थी। इसकी शुरुआत मंत्रालय से की गई थी, लेकिन यह प्रयोग सफल नहीं हो पाया था, लेकिन अनुराग जैन ने पिछले साल अक्टूबर में मुख्य सचिव का पदभार संभालने के कुछ दिनों बाद बैठक कर ई-ऑफिस सिस्टम हर हाल में लागू करने को लेकर अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए और गत एक जनवरी से मंत्रालय में इसे लागू कर दिया गया। मंत्रालय के बाद दूसरे चरण में सभी विभागाध्यक्ष कार्यालयों में और तीसरे चरण में सभी जिलों में सरकारी कार्यालयों में ई-ऑफिस सिस्टम लागू किया गया।