- गौरव चौहान
मप्र में पांच माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस ने मोर्चे बंदी तेज कर दी है। इस मोर्चे बंदी में दोनों पार्टियों का फोकस आधी आबादी यानी महिला मतदाताओं पर है। मप्र में महिला मतदाताओं को रिझाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहना योजना शुरू की है। इस योजना की सफलता को देखते हुए कांग्रेस ने भी 9 मई से नारी सम्मान योजना शुरू कर दी है। नारी सम्मान योजना के तहत प्रदेशभर में 1,15,00,000 लाख महिलाओं से फार्म भरवाया जाएगा। दरअसल, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने इस योजना का सहारा लिया और प्रदेश में उसकी सरकार बन गई। ऐसे में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने वही प्रयोग मप्र में किया है। अब देखना यह है की कांग्रेस का यह हिमाचली फार्मूला मप्र में हिट होता है की नहीं। कांग्रेस की नारी सम्मान योजना की शुरुआत 9 मई को प्रदेशभर में हुई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने छिंदवाड़ा जिले के परासिया विधानसभा क्षेत्र से नारी सम्मान योजना का शुभारंभ किया। इसमें महिलाओं से आवेदन पत्र भरवाए जा रहे हैं। पार्टी ने वचन दिया है कि वह सरकार में आने पर महिलाओं को डेढ़ हजार रुपये महीना और पांच सौ रुपये में रसोई गैस सिलेंडर देगी।
आप के फॉर्मूले को अपनाया है कांग्रेस ने
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब सहित अन्य राज्यों में चुनाव से पूर्व अपनी प्रमुख योजना के आवेदन पत्र भरवाए थे। इसमें भी महिलाओं को एक हजार रुपये देने का वादा किया गया था। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने यही फार्मूला अपनाया और चुनाव प्रचार के दौरान 18 से 60 वर्ष तक की महिलाओं से आवेदन भरवाए थे। इसे अब मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपनाया है। दरअसल, भाजपा की शिवराज सरकार ने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना लागू की है। इसमें 23 से 60 वर्ष की विवाहित महिलाओं को एक हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। इसके लिए एक करोड़ 30 लाख महिलाओं ने पंजीयन कराया गया है। सरकार 10 जून को इनके खातों में राशि अंतरित करेगी। प्रदेश में दो करोड़ 60 लाख 13 हजार 733 महिला मतदाता हैं। इस दृष्टि से इस योजना को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसकी काट में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने यह घोषणा की थी कि सरकार बनने पर महिलाओं को डेढ़ हजार रुपये प्रतिमाह और पांच सौ रुपये में रसोई गैस सिलेंडर दिया जाएगा। इसके लिए मंगलवार को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर कार्यक्रम करके नारी सम्मान योजना के अंतर्गत आवेदन पत्र भरवाने की शुरुआत की गई।
जो महिलाओं को टंच माल और आइटम कहे, वो महिला का सम्मान क्या करेंगे
उधर, भाजपा की तीन पूर्व महिला मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस की महिला सम्मान योजना पर जमकर निशाना साधा है। प्रेस कॉन्फ्रेंस को महिला एवं बाल विकास विभाग की पूर्व मंत्री- रंजना बघेल, इमरती देवी और अर्चना चिटनीस ने संबोधित किया। इस अवसर पर तीनों पूर्व मंत्रियों ने कांग्रेस की महिला सम्मान योजना पर कटाक्ष किया। कहा कि – कांग्रेस ने महिलाओं के साथ फिर से फरेब की शुरुआत की है। 5 साल पहले कर्जमाफी के नाम का फरेब किसानों के साथ कर चुकी है। सम्मान पर सवाल उठाते हुए कहा कि- जो टंच माल महिला को कहे, जो महिलाओं को बेवकूफ कहे वो क्या महिलाओं का सम्मान करेंगे। जनजातीय महिलाओं के मुंह का निवाला छीनने का काम कांग्रेस ने किया था। कमलनाथ ने लाडली लक्ष्मी योजना, कन्यादान योजना को बंद कर दिया था ,ये क्या महिलाओं का सम्मान करेंगे। कांग्रेस ने 15 महीनों की सरकार में बहनों के लिए कुछ नहीं किया था। पूर्व मंत्री इमरती ने कांग्रेस पर सवाल उठाया कि उसने संबल योजना क्यों बंद की। कमलनाथ ने भरे मंच से कहा था कि मैं आइटम हूं। कमलनाथ ने जिस तरह से महिलाओं का अपमान किया है, ऐसे में कोई महिला उनका साथ नहीं देगी। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत किसी भी गरीब बेटी की शादी कमलनाथ ने नहीं की है। उन्होंने कहा कि जब मैं मंत्री थी तब केंद्र सरकार ने महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यकर्ताओं को 1500 सौ रुपए दिये थे । कमलनाथ के घर में महिलायें हंै भी या नहीं, कहां रहती है ये प्रदेश की जनता को पता नहीं है। उधर, गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने नारी सम्मान योजना को कांग्रेस का राजनीतिक पाखंड बताया। उन्होंने कहा कि जब सरकार में थे, तब कोई वचन पूरा नहीं किया। दस दिन में कर्जमाफी, बेरोजगारी भत्ता, सामूहिक कन्या विवाह में 51 हजार रुपये और सामाजिक सुरक्षा पेंशन एक हजार रुपये करने जैसे कई वचन दिए थे, लेकिन एक भी पूरा नहीं हुआ। वहीं प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव केएस शर्मा का कहना है कि हमने पहले कभी नहीं देखा कि प्रदेश में विपक्षी दल द्वारा ऐसे किसी योजना के लिए आवेदन पत्र भरवाए गए हो। यह गलत परंपरा है, इस पर रोक लगनी चाहिए। चुनाव आयोग को भी ऐसी सभी योजनाओं पर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करनी चाहिए।
हर विस में भरवाए जाएंगे 50 हजार फार्म
नारी सम्मान योजना के तहत कांग्रेस ने लक्ष्य निर्धारित किया है कि हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 50 हजार फार्म भरवाए जाएंगे। 50 हजार के हिसाब से प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 1,15,00,000 लाख महिलाओं से फार्म भरवाया जाएगा। दरअसल, कांग्रेस इस अभियान के साथ एक बड़ा डाटा भी तैयार करवा लेगी, जिससे विधानसभा की तैयारी में उसे फायदा मिलेगा। उधर, लाडली बहना योजना में नियमों के चलते महज 70 से 80 लाख महिलाओं के लाभांवित होने का अनुमान है। जबकि कांग्रेस की कोशिश है कि प्रदेश की सभी महिलाओं को योजना का लाभ मिले। बता दें, प्रदेश में दो करोड़ 60 लाख के करीब महिला मतदाता हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों का फोकस महिला वोटरों को साधने पर है। इसके लिए सत्ता पर काबिज भाजपा सरकार ने मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना लागू की है। इसमें महिलाओं को जून माह से एक हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा। इस योजना को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यही, वजह है कि मुख्यमंत्री लाडली बहना कार्यक्रम भी कर रहे हैं।
घर-घर जाकर फॉर्म भरे जाएंगे
नारी सम्मान योजना के नाम से इस योजना में घर-घर जाकर फॉर्म भरे जाएंगे। नारी सम्मान योजना के नाम से इस फॉर्म में महिलाओं को कुछ जानकारियां देनी होंगी। दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस सरकार बनने पर हर पात्र महिला को 1500 रुपए प्रतिमाह के साथ 500 रु में गैस सिलेंडर भी दिया जाएगा। नारी सम्मान योजना के फार्म में सशक्त बेटी समृद्ध योजना स्लोगन दिया गया है, जो अभी से आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। नारी सम्मान योजना के फॉर्म में सभी आवश्यक जानकारियां भरवाई जाएंगी। साथ ही साथ एक पावती रसीद भी संबंधित महिला को दी जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जहां लाडली बहना योजना लॉन्च की और 1000 रु प्रतिमाह हर महिला को देने का वादा किया जो पात्रता श्रेणी में आती हैं, वहीं कांग्रेस ने 1500 रुपए महीना और 500 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर का डबल फायदा देने की घोषणा की है। जहां शिवराज सरकार की लाडली बहना योजना में पात्र महिलाओं की आयु सीमा 23 से 60 वर्ष है वही कमलनाथ का दावा है कि कांग्रेस सरकार बनने पर 18 साल से लेकर 60 साल तक की हर महिला इसकी पात्र होगी।