पदोन्नति के फेर में अटकी… आईपीएस की तबादला सूची

आईपीएस

– 14 जिलों के पुलिस कप्तान तीन माह बाद बनेंगे डीआईजी

भोपाल/गौरव चौहान/ बिच्छू डॉट कॉम। नगरीय निकाय चुनाव समाप्त होने के बाद से प्रदेश में आईपीएस और आईएएस अफसरों के बड़े पैमाने पर तबादलों को लेकर चल रही चर्चा पर विराम नहीं लग पा रहा है। इसकी वजह है अब तक इन दोनों ही सेवाओं के मैदानी अफसरों की तबादला सूची जारी नही होना। उधर आईपीएस अफसरों की तबादला सूची में पदोन्नति का पेंच फंस रहा है। दरअसल तीन माह बाद जनवरी में 14 जिलों में पदस्थ पुलिस कप्तानों की पदोन्नति होना है, जिसकी वजह से उनकी भी नई सिरे से पदस्थापना करनी होगी। इसकी वजह से पुलिस अधीक्षकों की तबादला सूची जारी नही हो पा रही है। दरअसल प्रदेश में यह पहला अवसर होगा, जब एक साथ 14 जिलों के पुलिस अधीक्षकों की पदोन्नति के चलते उनकी नए सिरे से पदस्थापना करनी होगी। माना जाता है कि इससे पहले प्रदेश में इतनी संख्या में एक साथ इतने पुलिस अधीक्षक इस कारण से नहीं बदले गए हैं।  इस वक्त प्रदेश के 13 जिलों  में  इस बैच के पुलिस कप्तान हैं। इसके अलावा 5 अफसर पुलिस मुख्यालय में बतौर एआईजी और सात अफसर बटालियनों  में कमांडेंट के पदों पर पदस्थ हैं। इन सभी को एक जनवरी को डीआईजी के पद पर पदोन्नत किया जाना संभावित है। इसकी वजह से उनकी नए सिरे से पदस्थापना करनी होगी, जिसकी वजह से सर्वाधिक जिले प्रभावित होंग।  
हो चुका है मंथन
 शिवराज सरकार मिशन 2023 से पहले बड़ी प्रशासनिक सर्जरी करने की तैयारी में है। अफसरों के थोकबंद तबादलों को लेकर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और कार्मिक विभाग की प्रमुख सचिव दीप्ति गौड़ मुखर्जी की दो-तीन बैठकें हो चुकी हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्य सचिव और डीजीपी सुधीर सक्सेना के साथ भी तबादलों को लेकर दो बार चर्चा हो चुकी है। इसमें कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, एसपी आईजी से लेकर प्रमुख सचिवों को बदले जाने पर चर्चा हुई है। सीएम कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो ये सूची अगले पखवाड़े में जारी हो सकती है।। सूत्रों के मुताबिक इस तबादला सूची में दो साल से ज्यादा समय तक जमे कलेक्टर-एसपी को हटाया जाएगा, वहीं स्थानीय चुनाव में जहां परिणाम अच्छे नहीं आए हैं उन जिलों के कलेक्टरों पर भी गाज गिरना तय माना जा रहा है। इसके साथ ही चुनावी साल को देखते हुए उन जिलों के कलेक्टर-एसपी, जिला पंचायत सीईओ भी हटाए जा सकते हैं, जिनकी स्थानीय नेताओं से पटरी नहीं बैठ रही है। इनमें से कुछ  को दूसरे जिलों में भी पदस्थ किया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो इस प्रशासनिक सर्जरी में  तबादले का एक आधार हर माह कलेक्टर, कमिश्नर, आईजी और पुलिस अधीक्षकों की तैयार कराई जाने वाली रिपोर्ट को भी बनाया जाएगा। इसके अलावा सीएम हेल्पलाइन में जिन जिलों की शिकायतें अधिक आ रही हैं, उसे भी तबादलों में आधार बनाया जाएगा।
कौन कहां है पदस्थ
तरुण नायक सागर जिला, नवनीत भसीन रीवा, एसपी सीधी मुकेश कुमार श्रीवास्तव, विदिशा एसपी मोनिका शुक्ला, कटनी एसपी सुनील कुमार जैन, राजगढ़ एसपी अवधेश गोस्वामी, इंदौर के डीसीपी महेश चंद्र जैन, दमोह एसपी डीआर तेनीवार, ग्वालियर एसपी अमित सांघी, टीके विद्यार्थी एसपी निवाड़ी, सत्येंद्र कुमार शुक्ला एसपी उज्जैन, एसपी सिंगरोली बीरेंद्र कुमार सिंह, एसपी टीकमगढ़ प्रशांत खरे, एसपी हरदा मनीष कुमार अग्रवाल जिलों में पदस्थ हैं। जो एक जनवरी को पदोन्नत होकर डीआईजी बनेंगे।  वहीं रुडाल्फो अलवारेस, ओपी त्रिपाठी, सविता सोहाने, मनोज कुमार श्रीवास्तव, अनीता मालवीय, साकेत प्रकाश पांडे, अतुल सिंह बटालिनयों में कमांडेंट हैं। वहीं एसएसपी रेडियो अमित सिंह, शशिकांत शुक्ला डायरेक्टर फॉरेसिंक साइंस लैब के साथ ही एआईजी प्रशासन संतोष सिंह, एआईजी प्रबंध सुनील कुमार पांडे, आईजी एसटीएफ मनोज कुमार सिंह वर्ष 2009 बैच के अफसर हैं।
इन जिलों के बदलेंगे एसपी
कटनी, दमोह, हरदा, जबलपुर, शिवपुरी, धार, बुरहानपुर, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, देवास, सिंगरौली और अशोकनगर जिला शामिल है। इसी तरह डीआईजी में खरगोन, बालाघाट और नर्मदापुरम में बदलाव होगा। इन नामों पर भी अभी प्रारंभिक चर्चा हुई है। माना जा रहा है कि अगले पखवाड़े एसपी डीआईजी और आईजी के तबादलों पर सीएम एक बार और चर्चा करेंगे उसके बाद सूची फाइनल होगी।

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